Move to Jagran APP

गजब : इस खिलाड़ी ने लगातार 7 गेंदों पर 7 छक्के लगाकर सबके होश उड़ा दिए, याद आ गए युवी

मुंबई के इस युवा बल्लेबाज ने पहले छह गेंदों पर छह छक्के लगाए और फिर दूसरे ओवर में जब उन्होंने पहली गेंद का सामना किया तो फिर से छक्का लगा दिया।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 26 Mar 2019 07:05 PM (IST)Updated: Tue, 26 Mar 2019 07:05 PM (IST)
गजब : इस खिलाड़ी ने लगातार 7 गेंदों पर 7 छक्के लगाकर सबके होश उड़ा दिए, याद आ गए युवी
गजब : इस खिलाड़ी ने लगातार 7 गेंदों पर 7 छक्के लगाकर सबके होश उड़ा दिए, याद आ गए युवी

 नई दिल्ली, जेएनएन। एफ डीविजन टाइम्स शील्ड टूर्नामेंट में विवा सुपरमार्केट्स की तरफ से खेलते हुए 23 वर्ष के क्रिकेटर मकरंद पाटिल ने एक कमाल का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। मकरंद ने लगातार 7 गेंदों पर 7 छक्के लगाए। अपनी तूफानी पारी के दम पर उनकी टीम ने सचिन तेंदुलकर जिमखाना स्टेडियम में खेले गए मैच में महिंद्रा लोजिस्टिक्स को हरा दिया। इस मैच में मकरंद आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए और 26 गेंदों का सामना करते हुए कुल 84 रन बनाए। 

loksabha election banner

मकरंद पाटिल अब कुछ खास खिलाड़ियों के समूह में शामिल हो चुके हैं जिन्होंने एक ओवर में छह छक्के लगाए हैं। भारत की तरफ से रवि शास्त्री ने घरेलू मैचों में ये कमाल किया था तो युवराज सिंह ने भारतीय टीम के लिए इंग्लैंड में छह गेंदों पर छह छक्के लगाए थे। जबकि मकरंद ने ये उपलब्धि एमसीए यानी मुंबई क्रिकेट क्लब के टूर्नामेंट में हासिल की।

मकरंद विवा सुपरमार्केट्स में सेल्समैन हैं और उनके पिता किसान हैं। इस कमाल की उपलब्धि को हासिल करने के बाद मकरंद को बधाईयां मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि जब मैंने लगातार चार छक्के लगाए तब सोचा भी नहीं था कि एक ओवर में लगातार छह छक्के लगा पाउंगा। जब मैंने छह छक्के लगा दिए तो मेरे साथी खिलाड़ी खुशी से चिल्ला रहे थे और मैं उनकी आवाज सुन रहा था। फिर जब मैंने सातवीं गेंद का सामना किया और छक्का लगाया तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस उपलब्धि को हासिल करके मैं काफी खुश हूं। अब लोग मुझसे मिलने आ रहे हैं और मुझे बधाई दे रहे हैं। मुझे अच्छा लग रहा है लेकिन इससे मेरी आगे की जिंदगी आसान नहीं होने वाली है। मुझे और ज्यादा मेहनत करके मुंबई की टीम में जगह बनानी है। 

मकरंद मुंबई के विरार में रहते हैं और उनकी जिंदगी संघर्ष से भरी हुई है। उनके पिता किसान हैं और वो अपने पिता की मदद करते हैं जिसकी वजह से कई मैचों में हिस्सा नहीं ले पाते हैं। हालांकि मकरंद को इस बात की उम्मीद है कि उनकी जिंदगी में भी खुशियां आएंगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.