Move to Jagran APP

मनीष ने तो किया खुद को साबित लेकिन अब भी नंबर के चक्कर में फंसा है ये बल्लेबाज

अगले विश्व कप को देखते हुए भारतीय बल्लेबाजों को बदलाव के लिए तैयार रहने की सख्त जरूरत है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 01 Sep 2017 04:03 PM (IST)Updated: Sat, 02 Sep 2017 08:19 AM (IST)
मनीष ने तो किया खुद को साबित लेकिन अब भी नंबर के चक्कर में फंसा है ये बल्लेबाज
मनीष ने तो किया खुद को साबित लेकिन अब भी नंबर के चक्कर में फंसा है ये बल्लेबाज

संजय सावर्ण, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग कोच अरुण श्रीधर ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे के बाद कहा था कि अगले विश्व कप तक भारतीय बल्लेबाजी क्रम में प्रयोग जारी रहेगा। वैसे भी इस वक्त टीम में कुछ बल्लेबाजों पर प्रयोग लगातार जारी है और इसमें मनीष पांडे तो पास हो गए। श्रीलंका के खिलाफ उन्हें छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया और उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी कर ये साबित कर दिया कि वो निचले क्रम पर भी बल्लेबाजी के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार कर चुके हैं। हालांकि नंबर के चक्कर में भारतीय टीम का ये बल्लेबाज अभी भी फंसा है और उनके बल्ले से रन नहीं निकल रहा। 

loksabha election banner

छठे नंबर पर मनीष पांडे ने खुद को किया साबित

श्रीलंका के खिलाफ चौथे वनडे में वैसे तो भारतीय टीम शुरू से ही मजबूत स्थिति में थी लेकिन जब मैच के मध्य में कुछ बल्लेबाजों के विकेट लगातार गिरे तो मनीष पांडे तो छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। इस वनडे सीरीज के पहले मैच में मिले मौके को मनीष ने काफी अच्छे तरीके से भुनाया। उन्होंने कमाल की बल्लेबाजी की खासतौर पर उनका फुटवर्क श्रीलंकाई टीम के सबसे खतरनाक गेंदबाज अकीला धनंजय के खिलाफ शानदार था। मनीष को देखकर ये तो बिल्कुल भी नहीं लग रहा था कि वो इस सीरीज में अपना पहला मैच खेल रहे हैं। उन्होंने 42 गेंदों पर नाबाद 50 रन की पारी खेली और धौनी के साथ छठे विकेट के लिए नाबाद 101 रन की साझेदारी की। 

नंबर के चक्कर में अब भी फंसा है ये भारतीय बल्लेबाज

इसमें कोई शक नहीं कि लोकेश राहुल पिछले कुछ समय से भारतीय बल्लेबाजी की जान बने हुए हैं। लोकेश को जब भी ओपनर के तौर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया उन्होंने खुद को साबित भी किया। श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में बतौर ओपनर लोकेश की बल्लेबाजी शानदार रही लेकिन जब बारी वनडे की आई तो यहां मामला फंस सा गया। टीम में रोहित शर्मा की वापसी हुई और ओपनिंग की जिम्मेदारी रोहित और धवन को दी गई। लोकेश राहुल को अब बल्लेबाजी के लिए मध्यक्रम में भेजा जाने लगा। ये पहले ही साफ कर दिया गया था कि अब उन्हें मध्यक्रम में खासतौर पर चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा जाएगा। उन्हें लगातार तीन मैचों में श्रीलंका के खिलाफ आजमाया गया लेकिन वो तीनों मैचों में मध्यक्रम में खुद को साबित नहीं कर पाए। राहुल ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे, तीसरे और चौथे वनडे में 4, 17 और 7 रन की पारी खेली। उनकी इस पारी से तो यही लगता है कि नंबर का भूत उन पर अब भी हावी है और वो खुद के साथ मध्यक्रम में बल्लेबाजी के लिए अब भी जूझ रहे हैं। 

खुद को संभालना चाहिए इन भारतीय बल्लेबाजों को

ये सच है कि किसी भी खिलाड़ी का माइंडसेट उसकी बल्लेबाजी क्रम को लेकर बदलना उतना आसान नहीं होता लेकिन अच्छे खिलाड़ी की पहचान यही है कि वो परिस्थिति के मुताबिक खुद को ढालें। भारतीय टीम की नजर अब अगले विश्व कप पर है और उसकी तैयारी को देखते हुए टीम में बल्लेबाजी क्रम में उठा-पटक जारी रहने वाला है। अगले विश्व कप के लिए कुछ खिलाड़ियों का रोल तो बिल्कुल साफ है अगर वो चोटिल नहीं होते हैं तो। ऐसे में उन दिग्गज खिलाड़ी की मौजूदगी में अन्य खिलाड़ियों के बल्लेबाजी क्रम में बदलाव लाजिमी है। ऐसे में लोकेश राहुल, केदार जाधव, मनीष पांडे जैसे खिलाड़ियों को ऐसी परिस्थिति के लिए तैयार रहने की जरूरत है। 

क्रिकेट की खबरों के लिए यहां क्लिक करें

खेल की खबरों के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.