चोट की परवाह न करते हुए भी मैदान पर उतरा ये खिलाड़ी, फिर हुआ कुछ ऐसा
साल 2002 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले गये टेस्ट मैच में अनिल कुंबले के सिर में मर्वन ढिल्लन की बाउंसर लग गयी थी।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। क्रिकेट के खेल में कई बार खिलाड़ी चोटिल हो जाते हैं लेकिन फिर भी उन्हें अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए मैदान पर उतरना पड़ता है। ऐसी ही एक घटना घटी इंग्लैंड में खेले जा रहे काउंटी के एक मैच में। यॉर्कशायर और लंकाशायर के बीच इंग्लिश काउंटी चैंपियनशिप के मुकाबले में एक बल्लेबाज के साथ भी ऐसा ही हुआ। वो अपनी टीम को हार से बचाने के लिए अनोखे अंदाज में बल्लेबाजी के लिए मैदान में जाते हुए देखा।
चोट के बावजूद मैदान पर उतरे लिविंगस्टोन
ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि लंकाशायर के कप्तान लियाम लिविंगस्टोन थे। लिविंगस्टोन को इस काउंटी मैच के पहले दिन अंगूठे में चोट लगी थी। वे अपनी टीम को हार से बचाने के लिए चौथी पारी में अपनी टीम को हार से बचाने के लिए मैदान पर उतरे, लेकिन वो जिस मैदान पर एक शिन पैड लगाकर आए। वो शिनपैड उन्होंने अपने अंगूठे को बचाने के लिए लगाया था। यह पैड आमतौर पर विकेटकीपर पहनते हैं।
फिर हुआ कुछ ऐसा
लिविंगस्टोन 11वें क्रम पर बल्लेबाजी के लिए उतरे, लेकिन उन्हें एक भी गेंद का सामना नहीं करना पड़ा क्योंकि जो रूट ने जेम्स एंडरसन को बोल्ड कर दिया। लंकाशायर की पारी 204 रनों पर सिमट गई और यॉर्कशायर ने यह मैच 118 रनों से जीत लिया।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी हुआ है ऐसा
क्रिकेट के इतिहास में कई ऐसे किस्से हैं, जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई खिलाड़ी चोटिल होने के बावजूद भी अपने देश का सम्मान बचाने के लिए मैदान पर उतरे।
टूटे जबड़े से साथ उतरे कुंबले
भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने वेस्टइंडीज़ में टूटे जबड़े के साथ गेंदबाज़ी की थी। साल 2002 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले गये टेस्ट मैच में अनिल कुंबले के सिर में मर्वन डिल्लन की बाउंसर लग गयी थी। भारतीय लेग स्पिनर के सिर और जबड़े से खून बहने लगा था तो जो तकरीबन 20 मिनट तक बंद नहीं हुआ था।लेकिन अगले दिन कुंबले ने जबड़े और सिर से लगी पट्टी पहनकर मैदान में उतरे और 14 ओवर गेंदबाज़ी की जिसमें उन्होंने लारा को आउट भी किया था। मैच के बाद जब कुंबले का इलाज हुआ तो उनके जबड़े में फ्रैक्चर निकला। जिसकी वजह से उन्होंने बाकी सीरीज में भाग नहीं लिया था।
टूटी नाक के साथ खेला ये खिलाड़ी
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज़ स्टुअर्ट ब्रॉड को वरुण एरॉन की बाउंसर लग गयी थी। जिससे उनके नाक में फ्रैक्चर हो गया था। हालाँकि उन्होंने इस मैच में अपनी बल्लेबाज़ी रोक दी थी। लेकिन उन्होंने इस मैच में चोटिल होने के बावजूद 3 विकेट लिए और 21 गेंदों पर 31 अहम रन भी पहली पारी में बनाये थे। इंग्लैंड ने इस पांचवें टेस्ट को एक पारी और 244 रन से जीता लिया था।
फ्रैक्चर के बाद भी की गेंदबाज़ी
पाकिस्तानी तेज गेंदबाज़ वहाब रियाज ने अभी हाल ही में बीते साल 2015 में बहादुरी का परिचय दिया है। श्रीलंका के साथ तीन मैचों की सीरीज के दुसरे मैच में रियाज के हाथ फ्रैक्चर हो गया था। उन्हें दुश्मंता चमीरा की गेंद लगी थी और उनके हाथ में हेयरलाइन फ्रैक्चर हो गया था। इस चोट के बावजूद भी रियाज ने 9 ओवर की गेंदबाज़ी की और जब दर्द काफी बढ़ गया तो वह मैदान से बाहर चले गये थे। पाकिस्तान ने इस मैच में जीत हासिल की थी।
प्लास्टर के साथ खेला ये खिलाड़ी
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान स्मिथ को साल 2009 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चोट के बावजूद बल्लेबाज़ी करने के लिए "ब्रेवेस्ट मैन इन क्रिकेट" का ख़िताब दिया गया था। सिडनी में आखिरी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 394 रन का स्कोर खड़ा किया था। जवाब में स्मिथ ने तेजी से 30 रन बनाये थे। लेकिन मिचेल जॉनसन की गेंद पर वह चोटिल हो गये। दूसरी पारी में जब दक्षिण अफ्रीका कठिन परिस्थितियों में था, तब स्मिथ 11वें नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए उतरे थे। उनके टूटे हुए हाथ पर प्लास्टर चढ़ा था। इसके बावजूद उन्होंने 17 गेंदों तक बल्लेबाज़ी और मिचेल जॉनसन ने उन्हें आउट कर दिया था। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच को जीत लिया।
मैल्कम मार्शल ने की एक हाथ से बल्लेबाज़ी
सन 1984 में हेडिंग्ले टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ मैल्कम मार्शल का एक हाथ टूट गया था। बड़ी चोट की वजह से वह 11वें नम्बर पर बल्लेबाज़ी के लिए उतरे थे। क्योंकि लार्री गोम्स का शतक पूरा होने वाला था। चोटिल मार्शल ने गोम्स शतक पूरा करवाया और दूसरी पारी में गेंदबाज़ी भी की। जहाँ उन्हें 7 विकेट मिले और वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड पर रिकॉर्ड 8 विकेट से जीत हासिल की।