कोर्ट के अंदर ऐसा क्या हुआ, जिससे लंबे बैन से बच गया पाक क्रिकेटर?
शर्जील पर लग सकता था लंबा बैन, फिर ऐसा क्या हुआ...
कराची, जेएनएन। पाकिस्तान की एंटी-करप्शन ट्राइब्यूनल ने पाकिस्तानी क्रिकेटर शर्जील खान पर पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में स्पॉट फिक्सिंग के चलते पांच साल का बैन लगाया है। इसी मामले में दूसरे आरोपी खिलाड़ी खालिद लतीफ पर अभी फैसला नहीं आया है।
इससे पहले खबरें आई थीं कि पीएसएल के दौरान मैच फिक्सिंग के गुनहगार शर्जील और खालिद पर लंबा बैन लग सकता है। शर्जील पर केवल पांच साल के बैन को पीसीबी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि उसने दावा किया था कि उसके पास इन दोनों खिलाड़ियों के सट्टेबाजों से मिलने के सबूत मौजूद हैं।
दरअसल, पीएसएल के दौरान पीसीबी की एंटी करप्शन यूनिट ने इन दोनों खिलाड़ियों को संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त पाया था। शर्जील और उनके वकील इस कमेटी की हर सुनवाई के दौरान मौजूद रहे थे। उन्होंने ये भी साफ कर दिया था कि उन्हें इस कमेटी के फैसले पर पूरा भरोसा है।
वैसे, सुनवाई के दौरान शर्जील ने इस बात से इनकार किया था कि उन्होंने पीएसएल में फिक्सिंग की वजह से गेंदों को खाली छोड़ दिया था। शर्जील के वकील ने पूर्व टेस्ट बल्लेबाज डीन जोंस, मोहम्मद यूसुफ और सादिक मोहम्मद को गवाह के तौर पर पेश किया। इन्होंने बताया कि जो गेंदें शर्जील ने छोड़ दी थीं, वह मुश्किल गेंदें थीं।इनकी गवाही से काफी हद तक शर्जील फैसले को अपने पक्ष में करने में सफल रहे।
शर्जील ने पाकिस्तान के लिए एक टेस्ट, 25 वनडे और 25 टी 20 मैच खेले हैं। उन्हें पाकिस्तान के पूर्व कोच वकार यूनुस ने पाकिस्तानी वॉर्नर का खिताब दिया था। वकार यूनुस ने शर्जील के फिक्सिंग में लिप्त होने की खबरों पर निराशा जाहिर की है।