खलील अहमद को अगले मैच में नहीं मिलेगा मौका, हर दूसरे मैच में लुटाते हैं इतने सारे रन
India vs Bangladesh दिल्ली में रविवार को खेले गए टी20 मैच में भारतीय टीम को सिर्फ एक ओवर भारी पड़ गया जिससे मैच एकतरफा बांग्लादेश की झोली में चला गया।
नई दिल्ली, जेएनएन। India vs Bangladesh: दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में रविवार को भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए टी20 मैच में भारतीय टीम को सिर्फ एक ओवर भारी पड़ गया। एक ओवर के कारण मैच एकतरफा हो गया जिसे बांग्लादेश की टीम ने सात विकेट से जीत लिया। इसी के साथ बांग्लादेश की टीम ने टी20 में भारत के खिलाफ पहली जीत हासिल की और तीन मैचों की इस सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।
भारतीय टीम ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 148 रन बनाए। इस सम्मानजनक स्कोर को बचाने उतरी भारतीय टीम को आखिरी के दो ओवर में 22 रन बचाने थे। पारी का 19वां ओवर बाएं हाथ के तेज गेंदबाज खलील अहमद को दिया गया। खलील अहमद ने पहली दो गेंदों पर दो रन दिए, जिससे कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन अगली चार गेंदों पर मैच का रुख पलट गया।
चार गेंदों में खलील ने खाए चार चौके
दरअसल, खलील अहमद ने अपने ओवर की आखिरी चार गेंदों पर चार चौके खाए और मैच भारत की पकड़ के बाहर हो गया। खलील अहमद ने इस एक ओवर में कुल 18 रन खर्च किए। इस तरह इस मैच में उन्होंने 4 ओवर गेंदबाजी करते हुए सिर्फ एक विकेट लिया और 37 रन खर्च किए। ऐसा पहली बार नहीं है जब खलील अहमद की क्रिकेट के इस छोटे फॉर्मेट में इतनी पिटाई हुई हो। पहले भी कई बार उनके खिलाफ बल्लेबाज रन बनाते रहे हैं।
12 टी20 इंटरनेशनल मैचों में खलील का हाल
आपको बता दें, साल 2018 में टी20 डेब्यू करने वाले 21 वर्षीय खलील अहमद ने अभी तक सिर्फ 12 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इन सभी मैचों में खलील अहमद ने गेंदबाजी की है। इन 12 मैचों में से सात बार खलील अहमद ने अपने कोटे के ओवरों में 35 या इससे ज्यादा रन लुटाए हैं। इतना ही नहीं, तीन बार आंकड़ा 40 और 45 रन के पार भी गया है।
2 से ज्यादा विकेट नहीं चटका पाए खलील
हैरान करने वाली बात ये भी है कि 8.82 की इकॉनमी से रन लुटाने वाले खलील अहमद के खाते में सिर्फ 12 ही विकेट हैं। ऐसे में ये भी नहीं कह सकते कि वे विकेट चटकाते हैं। इसलिए रन पड़ते हैं। उन्होंने अपने टी20 करियर में एक भी बार दो से ज्यादा विकेट नहीं लिए हैं। ऐसे में अगले मैच में उनका प्लेइंग इलेवन में शामिल होना संभव नहीं लगता क्योंकि शार्दुल ठाकुर जैसे गेंदबाज बेंच स्ट्रेंथ का हिस्सा हैं।