सीरीज़ बचाने के लिए कोहली को करने होंगे ये दो बड़े बदलाव, बच जाएगी लाज!
कप्तान कोहली ने पहले टेस्ट मैच में तो अच्छी पारियां जरुर खेली, लेकिन लॉर्ड्स में उनका बल्ला भी खामोश ही रहा।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही पांच टेस्ट मैच की सीरीज़ का तीसरा मुकाबला 18 अगस्त से नॉटिंघम में खेला जाएगा। कोहली एंड कंपनी को पहले एजबेस्टन में हार मिली और फिर लॉर्ड्स में इंग्लैंड ने भारत को पारी और 159 रन की करारी शिकस्त दी। इसी वजह से टीम इंडिया टेस्ट सीरीज में 0-2 से पिछड़ रही है। अब अगर तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया को मात मिली तो भारतीय टीम सीरीज़ भी गंवा देगी। सीरीज़ को बचाना है तो कोहली एंड कंपनी को नॉटिंघम में सही टीम कॉम्बिनेशन के साथ उतरना होगा। मौजूदा स्थिति को देखते हुए टीम इंडिया नॉटिंघम में दो बदलाव कर सकती है।
हो सकते हैं ये दो बदलाव
तीसरे टेस्ट मैच से पहले ही टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह के फिट होने की पूरी उम्मीद है। बुमराह अंगूठे की चोट से उबर चुके है और नॉटिंघम में उनकी मैदान पर वापसी तय लग रही है। बुमराह वैसे तो लॉर्ड्स टेस्ट से पहले ही फिट हो चुके थे, लेकिन टीम प्रबंधन उन्हें उस मैच में उतारकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहता था। अब टीम की नाजुक स्थिति को देखते हुए बुमराह का मैच में उतरना लगभग तय माना जा रहा है। बुमराह को दूसरे टेस्ट में खेलने वाल कुलदीप यादव की जगह प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है।
इस खिलाड़ी का होगा डेब्यू!
तीसरे टेस्ट मैच के लिए जो दूसरा बदलाव होता दिखा रहा है वो विकेटकीपर दिनेश कार्तिक की जगह युवा खिलाड़ी रिषभ पंत का होना चाहिए। कार्तिक का प्रदर्शन इस सीरीज़ में निराशाजनक ही रहा है। उन्हें रिद्धिमान साहा के चोटिल होने की वजह से टेस्ट टीम में वापसी का मौका मिला था, लेकिन कार्तिक इस मौके के भुनाने में असफल रहे हैं। कार्तिक दो मैचों की चार पारियों में मात्र 21 रन ही बना पाए हैं। अगर नॉटिेंघम में पंत को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया, तो ये उनका डेब्यू टेस्ट मैच होगा।
बल्लेबाज़ों को दिखाना होगा दम
टीम इंडिया की सीरीज़ में वापसी की उम्मीदों को बरकरार रखना है तो तीसरे मैच में जीत या फिर टेस्ट ड्रॉ करवाना ही होगा। ऐसे में भारतीय बल्लेबाज़ों को डटकर इंग्लिश गेंदबाज़ों का सामना करना होगा। पिछले दोनों टेस्ट मैच में हमारे गेंदबाज़ों ने तो अच्छा काम किया, लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ों ने गेंदबाज़ों के काम पर पानी फेर दिया। मुरली विजय, लोकेश राहुल और अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाज़ दोनों ही टेस्ट मैचों में बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहे। वहीं शिखर धवन चेतेश्वर पुजारा ने एक-एक मैच जरूर खेला है, लेकिन ये दोनों भी बहुत ज़्यादा आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाज़ी करेत हुए दिखाई नहीं दिए थे। वहीं कप्तान कोहली ने पहले टेस्ट मैच में तो अच्छी पारियां जरुर खेली, लेकिन लॉर्ड्स में उनका बल्ला भी खामोश ही रहा।
पिच देखकर तय करें टीम कॉम्बिनेशन
विराट कोहली एंड कंपनी को तीसरे टेस्ट में सकारात्मक नजरिए के साथ मैदान पर उतरना होगा। वहीं इस बार टीम मैनेजमेंट को टीम कॉम्बिनेशन चुनने में कोई गलती नहीं करनी होगी। लॉर्ड्स में भी टीम मैनेजमेंट ने ओवरकास्ट कंडीशंस होने के बावजूद भी कुलदीप यादव को टीम में शामिल किया था, लेकिन मैच में न तो उनसे ज़्यादा गेंदबाज़ी करवाई गई और न ही वो कुछ खास कर सके। हालांकि मैच के बाद कप्तान कोहली ने भी अपनी गलती स्वीकार की थी। तीसरे मैच में भारत को पिच और कंडीशंस के हिसाब से टीम का चयन करना होगा। तभी भारतीय टीम नॉटिंघम में सीरीज़ गंवाने से बच पाएगी।