कभी हीरो रहा ये क्रिकेटर, आखिर में इस बड़ी गलती से बना विलेन, जानिए कौन है वो
आज के दिन एक ऐसे क्रिकेटर का जन्म हुआ था जो पहले तो अपने देश के लिए हीरो रहा, लेकिन अपने करियर के अंत में वो विलेन बन गया।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है। इस खेल में कब क्या हो जाए कोई नहीं जानता। कभी कोई खिलाड़ी अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर अपनी टीम को जीत दिलाकर हीरो बन जाता है, तो कभी वही खिलाड़ी अपनी टीम की हार की वजह भी बन जाता है। लेकिन क्रिकेट के इतिहास में एक खिलाड़ी ऐसा भी है जिसने शानदार खेल के दम पर अपना लोहा मनवाया और फिर अपने देश का कप्तान भी बना, लेकिन इस खिलाड़ी के करियर का अंत एक दाग के साथ हुआ। एक ऐसा दाग जिसने क्रिकेट की दुनिया को हिलाकर रख दिया था। आज इस खिलाड़ी का जन्मदिन है, चलिए आपको बताते हैं कौन है वो खिलाड़ी और कैसे उसने हिला दी थी दुनिया ?
आज से ठीक 48 साल पहले आज ही के दिन (25 सितंबर 1969) द. अफ्रीका में एक ऐसे क्रिकेटर का जन्म हुआ था जो पहले तो अपने देश के लिए हीरो रहा, लेकिन अपने करियर के अंत में वो विलेन बन गया। हम बात कर रहे हैं पूर्व द.अफ्रीकी कप्तान हैंसी क्रोन्ये की। हैंसी क्रोन्ये का जन्म दक्षिण अफ्रीका के ब्लोमफोंटेन में हुआ था।
हैंसी क्रोन्ये पर लगे संगीन आरोप
क्रोन्ये 90 के दशक के अंत में वर्ल्ड क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका को सफलताएं दिला रहे थे और ऐसा लग रहा था कि आगे चलकर उनकी गिनती दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में की जाएगी। इसी बीच एक खबर ने क्रोन्ये की दुनिया ही बदल दी, उन पर मैच फिक्सिंग में शामिल होने और दुनिया को धोखा देने के आरोप लगे। दिल्ली पुलिस ने जब 7 अप्रैल 2000 को क्रोन्ये और लंदन में रहने वाले भारतीय सटोरिए संजय चावला के बातचीत का टेप उजागर किया तो बात साफ हो गई। इनके बीच वर्ष 2000 में भारत-दक्षिण अफ्रीका सीरीज के मैचों को फिक्स किए जाने संबंधी बातचीत हुई थी।
इन बातों से नहीं उठा पर्दा
क्रोन्ये के मैच फिक्सिंग में शामिल होने के बारे में कुछ बातों का खुलासा हुआ तो कुछ बातें राज ही रह गईं। 1999-2000 में इंग्लैंड के द. अफ्रीकी दौरे पर सेंचुरियन में अंतिम टेस्ट में इंग्लैंड के कप्तान नासिर हुसैन के साथ मिलकर दो पारियां फोरफीट (बिना खेले छोड़ देना) करने के निर्णय को भी संदेह की निगाहों से देखा गया, हालांकि उस टेस्ट मैच के तीन दिन बरसात की वजह से भी खेल नहीं हो सका था और दोनों कप्तानों ने मिलकर अपनी एक-एक पारी फोरफीट (बिना खेले छोड़ देना) कर दी थी। ऐसा आरोप लगा कि इसके पीछे भी उन्हें मोटी रकम मिली, इंग्लैंड ने यह टेस्ट 2 विकेट से जीता था।
ऐसा था इस खिलाड़ी का करियर
क्रोन्ये ने 68 टेस्ट मैचों में 36.41 की औसत से 3714 रन बनाए, जिनमें 6 शतक और 23 अर्द्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 188 वन-डे में 38.64 की औसत से 5565 रन बनाए। इसमें 2 शतक और 39 अर्द्धशतक शामिल थे। उन्होंने 1994 से 2000 के बीच 53 टेस्ट और 138 वन-डे में दक्षिण अफ्रीका की कमान संभाली। क्रोन्ये की 1 जून 2002 को 31 वर्ष की उम्र में प्लेन क्रैश में मृत्यु हो गई थी।