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एक मछुआरे के बेटे से बदल गया था यह शख्स, आगे चलकर बना मशहूर क्रिकेटर

भारत ही नहीं विश्व क्रिकेट आज इस बच्चे के चाचा का शुक्रगुजार है, अगर चाचा अपने भतीजे को नहीं पहचान पाते तो हो सकता है क्रिकेट को इतना बड़ा सितारा कभी नहीं मिलता।

By Digpal SinghEdited By: Published: Mon, 10 Jul 2017 04:48 PM (IST)Updated: Tue, 11 Jul 2017 03:41 PM (IST)
एक मछुआरे के बेटे से बदल गया था यह शख्स, आगे चलकर बना मशहूर क्रिकेटर
एक मछुआरे के बेटे से बदल गया था यह शख्स, आगे चलकर बना मशहूर क्रिकेटर

नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। यह बच्चा जब पैदा हुआ तो इसके कान पर जन्म से ही छेद था। अस्पताल में यह बच्चा मछुआरे के बच्चे से बदल गया। लेकिन इस बच्चे के चाचा सजग थे और उन्होंने जन्म से मिली इसी पहचान के बूते अपने भतीजे को पहचान लिया। भारत ही नहीं विश्व क्रिकेट आज इस बच्चे के चाचा का शुक्रगुजार है, अगर चाचा अपने भतीजे को नहीं पहचान पाते तो हो सकता है क्रिकेट को इतना बड़ा सितारा कभी नहीं मिलता।

लिटिल मास्टर का दीवाना सारा जहां
5 फुट 5 इंच के इस बल्लेबाज का कद भले ही छोटा हो, लेकिन क्रिकेट में इन्होंने जिस ऊंचाई को छुआ वह कई लोगों को लिए सपना भर है। जी हां हम बात कर रहे हैं सुनील गावस्कर की। आज उनका जन्मदिन है। 10 जुलाई 1949 को मुंबई में जन्मे गावस्कर ने बल्लेबाजी से संबंधित कई कीर्तिमान स्थापित किए। अपने समय में गावस्कर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 3 बार, एक साल में एक हजार रन, सर्वाधिक शतक (34), सर्वाधिक रन (नौ हजार से अधिक) का रिकॉर्ड बनाया।

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पाकिस्तानी राष्ट्रपति जिया उल हक भी हुए मुरीद
‘द परफेक्ट ओपनर’ के नाम से मशहूर गावस्कर को तेज गेंदबाजों के खिलाफ अपनी बल्लेबाजी के लिए जाना जाता रहा है। बता दें कि साल 1984 में सुनील गावस्कर ने अपने 100 टेस्ट मैच पूरे किए थे। इस मौके पर टीम इंडिया पाकिस्तान के दौरे पर थी। उस समय पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जिया-उल-हक ने लिटिल मास्टर को एक गलीचा भेंट किया था।

पहलवान बनना चाहते थे गावस्कर

क्रिकेट के इतिहास में सुनील गावस्कर का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा गया है। उन्होंने अपने दौर में क्रिकेट के तमाम रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए थे। लेकिन कम ही लोगों को पता है कि गावस्कर असल में पहलवान बनना चाहते थे। मामा माधव मंत्री से प्रेरित होकर उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया।

तेज गेंदबाजों को डराने वाले गावस्कर कुत्तों से डरते हैं
सुनील गावस्कर का नाम दुनियाभर के तेज गेंदबाजों के बीच दहशत का पर्याय था। वह बिना हेलमेट के दुनिया के तमाम बड़े से बड़े गेंदबाजों का सामना करते थे और उनके रिकॉर्ड गवाह हैं कि गावस्कर ने उनका क्या हाल किया होगा। लेकिन शायद ही आप यह बात जानते हों कि जिस गावस्कर का नाम सुनते ही गेंदबाज कांपते थे, वहीं गावस्कर कुत्तों से खुद काफी डरते हैं।

साथी खिलाड़ियों से रहती थी अनबन
खेल पत्रकार हरपाल सिंह बेदी ने Jagran.Com से बात करते हुए बताया कि उनकी अपने साथी खिलाड़ियों के साथ नहीं बनती थी। उन्होंने बताया कि गावस्कर की बिशन सिंह बेदी और दिलीप दोषी जैसे खिलाड़ियों के साथ अनबन रहती थी।


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