गजब: जब 304 रन बनाकर भी हारा भारत, 241 रन बनाकर जीता इंग्लैंड
ये मैच सीरीज़ के लिहाज़ से बेहद अहम थी क्योंकि इससे पहले दोनों ही टीमों ने सीरीज़ के दो-दो मैच जीत लिए थे।
नई दिल्ली, प्रदीप सहगल [जागरण स्पेशल]। क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल हैं। इस खेल में एक-एक रन और एक-एक विकेट बहुत कीमती होते हैं और यहीं विकेट और रन हार और जीत का फैसला करते हैं। इस खेल में ज़्यादा रन बनाने वाली टीम जीत का स्वाद चखती है तो लचर प्रदर्शन करने वाली टीम को हार का मुंह देखना पड़ता है, लेकिन कभी-कभी इस खेल में हमें उल्टा भी देखने तो मिलता है। क्रिकेट इतिहास में हमें ऐसे कई मैच देखने को मिलते हैं जब ज़्यादा रन बनाने वाली टीम को हार का सामना करना पड़ा है तो कम रन बनाने वाली टीम ने जीत का जश्न मनाया है। ऐसे ही एक मैच के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं। जो 16 सितंबर 2011 को यानि आज ही के दिन 6 साल पहले खेला गया था।
भारत के अरमानों पर फिरा पानी
भारतीय टीम 2011 में इग्लैंड के दौरे पर थी और वनडे सीरीज़ का पांचवां मैच कार्डिफ के मैदान पर खेला गया। ये मैच सीरीज़ के लिहाज़ से बेहद अहम था क्योंकि इससे पहले दोनों ही टीमों ने सीरीज़ के दो-दो मैच जीत लिए थे यानि कि अब जो भी टीम इस अंतिम और निर्णायक मैच को जीतती सीरीज़ की विजेता भी बन जाती। इस अहम मैच में इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टर कुक ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया।
कोहली ने खेली विराट पारी
भारत की तरफ से अंजिक्य रहाणे और पार्थि पटेल ओपनिंग करने उतरे। इन दोनों सलामी बल्लेबाज़ों ने 12 ओवर में 52 रन जोड़ लिए, लेकिन 13वें ओवर की पहली ही गेंद पर रहाणे मे अपना विकेट गंवा दिया। रहाणे 26 रन बनाकर डर्नबैक की गेंद पर फिन को कैच दे बैठे। इसके थोड़ी ही देर बाद पार्थिव पटेल भी 19 रन बनाकर स्वॉन की गेंद पर ब्रेसनन को कैच थमा गए। जल्दी-जल्दी दो झटके लगने के बाद भारतीय टीम को संभाला राहुल द्रविड़ और विराट कोहली की जोड़ी ने। इस मैच में इन दोनों की जोडी ने 170 रन साझेदारी की। राहुल द्रविड़ ने आउट होने से पहले 79 गेंदों पर 89 रन बनाकर भारतीय पारी को संभाला। वहीं विराट कोहली ने मात्र 93 गेंदों पर 107 रन की पारी खेली। इस पारी में कोहली ने 9 चौके और 1 सिक्स भी लगाया। कोहली के बाद दर्शकों को कप्तान धौनी का भी धमाका देखने को मिला। धौनी ने सिर्फ 26 गेंदों पर नाबाद 50 रन की पारी खेली। उनके बल्ले से 5 चौके और 2 गगनचुंबी छक्के भी निकले। धौनी की इस आतिशी पारी की बदौलत भारत ने इंग्लिश टीम के सामने 50 ओवर में 6 विकेट खोकर 304 रन का स्कोर खड़ा कर दिया।
कोहली के लिए इसलिए भी खास रहा मैच
विराट कोहली के लिए ये मैच इसलिए भी खास बन गया क्योंकि इस मुकाबले में शतक जमाने वाले कोहली जिस तरह से आउट हुए वैसा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कम ही देखने को मिलता है। इस मैच में कोहली ग्रैम स्वॉन की गेंद पर हिटविकेट आउट हुए थे और ये इंटरनेशनल क्रिकेट में पहला मौका था जब कोहली ने इस तरह से अपना विकेट गंवाया था।
(कोहली के हिटविकेट आउट होने का वीडियो)
(वीडिया साभार- यू ट्यूब)
इंग्लैंड ने ऐसे जीता मैच
304 रन का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम ने 8.3 ओवर में 01 विकेट खोकर 50 रन बना लिए थे। तभी तेज़ बारिश ने मैच का मज़ा किरकिरा कर दिया। तेज़ बारिश ने मैच में खलल डाला तो जरुर लेकिन इतना नहीं कि आगे मैच ना खेला जा सके। मैच दोबारा शुरू और डरवर्थ लुईस नियम का इस्तेमाल किया गया। इस नियम के हिसाब से अब इंग्लैंड को जीत के लिए 34 ओवर में 241 रन बनाने का लक्ष्य मिला। कप्तान कुक और ट्रॉट ने अर्धशतक जमाकर भारत की मुश्किलें बढ़ा दी। लेकिन विरोट कोहली ने पहले कुक (50) को आउट किया तो बाद में जडेजा ने ट्रॉट (63) को आउट कर मैच में भारत की वापसी करा दी।
आखिरी ओवरों में रोमांचक हुआ मैच
इंग्लिश टीम को आखिरी 8 ओवर में 73 रन की जरुरत थी। लेकिन जॉनी बेयरस्टो और रवि बोपारा की ताबड़तोड़ पारियों ने भारत के हाथ से मैच छीन लिया। बोपारा ने 22 गेंदो पर 37 रन की पारी खेली तो बेयरस्टो ने 21 गेंदों पर 41 रन की तेज तर्रार पारी खेलकर इंग्लैंड को ना सिर्फ मैच में जीत दिलाई बल्कि सीरीज़ भी इंग्लिश टीम के नाम करा दी। 1 चौका और 3 छक्के लगाने वाले बेयरस्टो को मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड दिया गया।