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कहीं नहीं हुई इस खिलाड़ी की चर्चा, अपने दूसरे ही मैच में ऐसे छुड़ाए धौनी के पसीने

दरअसल, यही वो खिलाड़ी था जिसने भारतीय टीम को असल मायने में हार की तरफ धक्का दिया था।

By Shivam AwasthiEdited By: Published: Tue, 04 Jul 2017 07:47 PM (IST)Updated: Thu, 06 Jul 2017 05:40 PM (IST)
कहीं नहीं हुई इस खिलाड़ी की चर्चा, अपने दूसरे ही मैच में ऐसे छुड़ाए धौनी के पसीने
कहीं नहीं हुई इस खिलाड़ी की चर्चा, अपने दूसरे ही मैच में ऐसे छुड़ाए धौनी के पसीने

नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। भारत-वेस्टइंडीज वनडे सीरीज के चौथे मुकाबले में वेस्टइंडीज ने भारत को 11 रन से पस्त किया था। छोटे से लक्ष्य को हासिल न कर पाने के बाद हर जगह टीम इंडिया की आलोचना हो रही है। इस मैच में कई खिलाड़ियों की तारीफ हुई जिसमें कैरेबियाई कप्तान जेसन होल्डर (5 विकेट) का नाम सबसे ऊपर रहा लेकिन एक हीरो ऐसा था जिसकी चर्चा बहुत कम हुई। दरअसल, यही वो खिलाड़ी था जिसने भारतीय टीम को असल मायने में हार की तरफ धक्का दिया था।

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- दूसरे ही मैच में कमाल

यहां हम बात कर रहे हैं वेस्टइंडीज के 27 वर्षीय गेंदबाज केसरिक विलियम्स की। इस पेसर का ये वनडे करियर में दूसरा ही मैच था लेकिन वो जोरदार प्रदर्शन करने से नहीं चूके। ऐसा नहीं था कि विलियम्स ने विकेटों की बौछार कर दी थी लेकिन इस मैच में जो चीज उन्होंने की उसे बड़े-बड़े गेंदबाज नहीं कर पाए हैं।

- ऐसे किया धौनी को परेशान

वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने इस मैच में विलियम्स को पहली बार 15वें ओवर में गेंद थमाई। उस समय पिच पर धौनी और अजिंक्य रहाणे एक साझेदारी को बनाने का प्रयास कर रहे थे।

दरअसल, वो विलियम्स ही थे जिन्होंने धुआंधार धौनी को  मध्य के ओवरों में एक बेहद धीमा बल्लेबाज बना दिया था। धौनी ने विलियम्स की 33 गेंदों का सामना किया जिस दौरान वो सिर्फ 13 रन ही बना सके। विलियम्स के अलावा एश्ले नर्स (34 गेंदों में 13 रन) ने भी धौनी के खिलाफ लाजवाब गेंदबाजी की लेकिन विलियम्स का प्रदर्शन इसलिए अलग रहा क्योंकि अंत में जब धौनी के विकेट की सबसे ज्यादा जरूरत थी तब विलियम्स ने ही धौनी को पवेलियन का रास्ता दिखाया। विलियम्स द्वारा किए गए 49वें ओवर की अंतिम गेंद पर धौनी कैच आउट हुए और देखते-देखते अगली चार गेंदों में बाकी बचे दो विकेट भी 178 के स्कोर के अंदर गिर गए। नतीजतन भारत को 11 रन से हार मिली। धौनी ने 114 गेंदों पर 54 रनों की पारी खेली। क्रिकेट विशेषज्ञ राहुल बत्रा कहते हैं, 'उस मैच में धौनी की पारी को धीमा करना ही सबसे बड़ी रणनीति साबित हुई। केसरिक और अन्य गेंदबाजों ने धौनी को अंत तक रफ्तार हासिल करने का मौका नहीं दिया और आगे जाकर यही जीत की वजह बनी।'

- पहले पाकिस्तान, फिर अफगानिस्तान और अब भारत

27 वर्षीय केसरिक विलियम्स ने 9 प्रथम श्रेणी मैचों में औसत प्रदर्शन करने के बाद पिछले साल सितंबर में राष्ट्रीय टी20 क्रिकेट टीम में जगह हासिल की। उस दौरान पाकिस्तान की टीम वेस्टइंडीज दौरे पर थी। पाक के खिलाफ चार टी20 मैचों में केसरिक ने चार विकेट लिए जिसमें अंतिम मैच में 16 रन देकर दो अहम विकेट (अहमद शहजाद और बाबर आजम) लेकर उन्होंने प्रभाव छोड़ा। इसके बाद पिछले महीने अफगानिस्तान के खिलाफ तीन टी20 मैचों में उन्होंने 8 विकेट लिए जिसमें दो मैचों में तीन-तीन विकेट शामिल रहे। फिर वनडे करियर की बारी आई तो भारत के खिलाफ तीसरे वनडे में तो वो फ्लॉप रहे (0/69) लेकिन चौथे वनडे में 10 ओवर में 29 रन लुटाते हुए धौनी का अहम विकेट लिया। मैच के बाद कप्तान जेसन होल्डर ने भी उनकी जमकर तारीफ की और अब अंतिम वनडे में देखना दिलचस्प होगा कि विलियम्स क्या भूमिका निभाते हैं।

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