एतिहासिक पल, जब बाप-बेटे ने एक ही पारी में जड़ डाले शतक, जानिए दोनों की उम्र
एक ऐसा मैच जिसने दशकों पहले वो इतिहास रचा, एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जिसकी बराबरी आज तक कोई नहीं कर सका।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। क्रिकेट इतिहास में आज का दिन बेहद खास है। ये वही तारीख है जब क्रिकेट के मैदान पर एक ऐसी चीज देखने को मिली जिसकी न उस समय किसी को उम्मीद थी और न आज कोई इसकी उम्मीद रखता है। वो तारीख थी 24 जुलाई 1931..
- सबकी नजरें थी एक खिलाड़ी पर
ये एक प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच था। इंग्लैंड के प्रतिष्ठित काउंटी क्रिकेट में वारविकशर और नॉटिंघमशर की टीमें आमने-सामने थींं। उस मैच में सबकी नजरें नॉटिंघमशर के एक ही खिलाड़ी पर टिकी हुई थीं। इसकी वजह थी उस खिलाड़ी की उम्र। ये खिलाड़ी थे महान बल्लेबाज जॉर्ज गन, जो उस समय 52 साल के थे लेकिन तब भी मैदान पर मौजूद थे। जॉर्ज गन ने अपने शानदार करियर में इंग्लैंड के लिए 15 टेस्ट मैच खेले थे जिसमें उनके नाम 1120 रन थे जबकि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में जॉर्ज ने 643 मैच खेले थे जिसमें उनके नाम 35,208 रन थे। उन्होंने अपने करियर में 62 शतक और 194 अर्धशतक जड़े थे। उन्होंने करियर में 66 विकेट भी लिए थे।
- वो एतिहासिक पल
मैच में वॉरविकशर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 511 रन बनाए थे। जब नॉटिंघमशर की टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो ओपनर जॉर्ज गन ने ऐसी बल्लेबाजी की, कि विरोधी टीम के गेंदबाज बुरा हाल हो गया। जॉर्ज ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 183 रनों की लाजवाब पारी खेल डाली। उनकी इस पारी में वो सभी शॉट्स मौजूद थे जिसकी उम्मीद किसी युवा खिलाड़ी से की जाती है। खैर, जॉर्ज गन तो आउट हो गए और एक एतिहासिक पारी समाप्त हो गई लेकिन इसके बाद आया उससे भी बड़ा लम्हा। इस मैच में जॉर्ज के बेटे 26 वर्षीय जॉर्ज वर्नोन गन जूनियर भी खेल रहे थे। पिता शानदार पारी खेल चुके थे और अब बेटे ने भी कमाल दिखाना शुरू कर दिया। जॉर्ज गन जूनियर ने आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 100 रनों की पारी खेल डाली और ये पहला मौका बन गया जब बाप-बेटे ने न सिर्फ एक ही मैच में बल्कि एक ही पारी में शतक जड़े थे। टीम का स्कोर 521 रन जा पहुंचा लेकिन इस तीन दिवसीय मैच का नतीजा ड्रॉ रहा। इस बाप-बेटे की जोड़ी ने 34 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच एक साथ खेले।
- बेटे ने भी खूब नाम कमाया लेकिन..
जॉर्ज गन इंग्लिश क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में शुमार किए जाते हैं और उनके बेटे से भी यही उम्मीद की जाने लगी थी। जॉर्ज गन जूनियर भी शानदार खिलाड़ी थे लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें कभी इंग्लैंड क्रिकेट टीम में मौका नहीं दिया गया। जूनियर एक शानदार ऑलराउंडर थे। उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर में 266 मैच खेले जिस दौरान उन्होंने 10,337 रन बनाए और 11 शतक जड़े। यही नहीं, इस खिलाड़ी ने अपने करियर में 281 विकेट भी हासिल किए।
- पहले भी कई बाप-बेटों की जोड़ी एक साथ बिखेर चुकी है जलवा
क्रिकेट इतिहास में बेशक वो पहला मौका था जब किसी बाप-बेटे की जोड़ी ने एक ही मैच में शतक जड़े थे लेकिन क्रिकेट इतिहास में ऐसे कुछ और मौके भी आ चुके हैं जब बाप-बेटों की जोड़ी ने एक ही मैच में खेलने का कमाल किया। तकरीबन ऐसी 18 क्रिकेट जोड़ियों ने मैदान पर एक साथ जलवा बिखेरा। भारत की बात करें तो पूर्व दिग्गज लाला अमरनाथ और सुरिंदर अमरनाथ 1963 में एक डिफेंस फंड मैच में मैदान पर साथ उतरे थे। दिलचस्प बात ये थी कि 52 वर्षीय लाला अमरनाथ महाराष्ट्र गवर्नर इलेवन से खेल रहे थे जबकि 15 वर्षीय सुरिंदर अमरनाथ विरोधी टीम की तरफ से खेलने उतरे थे। दोनों ने 40 से ज्यादा रनों की पारियां खेली थीं।