पिट गए ओपनर बल्लेबाज मुरली विजय, ये ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज बना उनके लिए 'काल'
पर्थ टेस्ट मैच की पहली पारी में मुरली विजय ने 12 गेंदों का सामना किया और अपना खाता भी नहीं खोल पाए।
नई दिल्ली, संजय सावर्ण। भारतीय ओपनर बल्लेबाज मुरली विजय का इस वर्ष में ये तीसरा विदेशी दौरा है जहां वो टेस्ट सीरीज खेल रहे हैं। पिछले दो दौरों पर फ्लॉप रहने के बाद मुरली का खराब फॉर्म ऑस्ट्रेलिया में भी जारी है। यहां वो रन नहीं बना पा रहे क्योंकि वो क्रीज पर ज्यादा देर टिक नहीं पाते और कंगारू तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क उन्हें टिकने नहीं देते। अगर ये कहा जाए कि इस सीरीज में स्टार्क उनके लिए काल बनकर सामने आए हैं तो ये गलत नहीं होगा।
मुरली विजय के लिए काल बने स्टार्क
मुरली विजय के लिए पिछला ऑस्ट्रेलिया दौरा काफी अच्छा रहा था। यही सोचकर उन्हें इस दौरे पर टीम में शामिल किया गया। हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था, लेकिन उसके बाद उन्होंने काउंटी क्रिकेट में काफी रन बनाए थे। एक बार फिर से वो यहां भी नहीं चल पा रहे हैं और टीम के लिए मुसीबत खड़ी कर रहे हैं।
पहले टेस्ट में इंडिया को जीत मिली लेकिन मुरली यहां भी फ्लॉप रहे थे। वहीं पर्थ टेस्ट की पहली पारी में वो खाता भी नहीं खोल पाए और पवेलियन लौट गए। अब तक की तीन पारियों में फ्लॉप रहने वाले मुरली के लिए सबसे कॉमन बात ये रही कि वो तीनों बार तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क का शिकार बने। एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में वो स्टार्क की गेंद पर विकेट के पीछे पेन के हाथों कैच आउट हुए। दूसरी पारी में एक बार फिर से स्टार्क ने हैंड्सकौंब के हाथों कैच आउट करवाया। वहीं पर्थ टेस्ट की पहली पारी में वो शून्य पर स्टार्क की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए। मुरली ने अब तक तीन पारियों में 11,18 और 0 रन बनाए हैं।
इस वर्ष इससे पहले भी विदेशी दौरे पर फ्लॉप रहे मुरली विजय
इस वर्ष की शुरुआत में भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गई थी। वहां तीन टेस्ट मैचों की सीरीज की छह पारियों में मुरली के बल्ले से 1,13, 46, 09, 08, 25 रन निकले। वहीं इसके बाद वो इंग्लैंड दौरे पर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम का हिस्सा थे। इस टेस्ट सीरीज के पहले दो मैचों में उन्हें खेलने का मौका मिला और उन्होंने 20, 06, 0, 0 रन की पारी खेली। इसके बाद उन्हें बाद के दो टेस्ट मैचों के लिए टीम से बाहर कर दिया गया।
हालांकि इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेला और अच्छे रन बनाए लेकिन वो अपने इस फॉर्म को ऑस्ट्रेलिया में बरकरार नहीं रख पाए। हालांकि इस वर्ष उन्होंने भारत में अफगानिस्तान के खिलाफ खेले एकमात्र टेस्ट मैच में 105 रन की पारी खेली थी। भारत में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में उन्हें टीम का हिस्सा नहीं बनाया गया था। इस वर्ष अब तक खेले आठ टेस्ट मैचों में वो तीन बार शून्य पर आउट हो चुके हैं।