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मोहम्मद शमी ने नहीं माना BCCI का ये फरमान, भुगतना पड़ सकता है बड़ा अंजाम!

Ind vs Aus: मोहम्मद शमी ऑस्ट्रेलिया में होने वाली टेस्ट टीम का हिस्सा हैं।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 11:24 AM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2018 11:25 AM (IST)
मोहम्मद शमी ने नहीं माना BCCI का ये फरमान, भुगतना पड़ सकता है बड़ा अंजाम!
मोहम्मद शमी ने नहीं माना BCCI का ये फरमान, भुगतना पड़ सकता है बड़ा अंजाम!

कोलकाता, जेएनएन। टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी ने बीसीसीआइ के एक फैसले की अंदेखी की है। शमी को उनकी इस गलती के लिए गंभीर परिणाम भुगतना पड़ सकता है। बीसीसीआइ ने मोहम्मद शमी को रणजी मैच की पारी में 15 से 17 ओवर से अधिक गेंदबाजी नहीं करने की हिदायत दी थी। बोर्ड ने ये फैसला ऑस्ट्रेलिया के आगामी दौरे को देखते हुए लिया था, लेकिन शमी ने रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए इस फैसले को नहीं माना और उन्होंने 26 ओवर गेंदबाजी की।

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शमी को भुगतना पड़ सकता है बड़ा अंजाम

बीसीसीआइ ने शमी और बंगाल की टीम को ये हिदायत ऑस्ट्रेलिया में होने वाली टेस्ट सीरीज़ को देखते हुए दी थी। शमी ऑस्ट्रेलिया में होने वाली टेस्ट टीम का हिस्सा हैं और अगर वो इस अहम सीरीज़ से पहले रणजी ट्रॉफी खेलते हुए अनफिट हो हुए तो ये टीम इंडिया के लिए बड़ा झटका होगा। बोर्ड ने एहतियात के तौर पर शमी को 15 से 17 ओवर से अधिक गेंदबाजी नहीं करने के लिए मना किया था, लेकिन शमी ने ये बात नहीं मानी। शमी की फिटनेस उनके करियर के शुरू से ही चिंता का विषय रही है। एक दो बार तो ऐसा भी हुआ है कि उन्होंने चोट से उबरकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला मैच ही खेला है और वो उसी में फिर से अनफिट हो गए हैं। अब अगर बीसीसीआइ ने शमी को एहतियात बरसने को कहा था तो उन्हें इसे मानना चाहिए था। हो सकता है कि इतनी गेंदबाज़ी करने की वजह से वो अब अनफिट होकर पूरे ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाहर हो जाएं और इसका बड़ा अंजाम टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में सीरीज़ गंवाकर भुगतना पड़े।  

'ये मेरा खुद का फैसला'

26 ओवर गेंदबाज़ी करने के बाद शमी ने कहा कि यह उनका ‘खुद का फैसला’ था। शमी ने मैच के दूसरे दिन बुधवार को 26 ओवर में 100 रन देकर तीन विकेट लेने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘जब आप अपने राज्य के लिए खेलते हैं तो आपको जिम्मेदारी निभानी होती है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं अच्छा महसूस कर रहा था और कोई परेशानी नहीं थी। विकेट से मदद मिल रही थी इसलिए मैं जितनी गेंदबाजी कर सकता था उतना किया। यह मेरा खुद का फैसला था।’

शमी की तुलना में बंगाल के नियमित स्ट्राइक गेंदबाज अशोक डिंडा ने 19 और युवा इशान पोरेल तथा मुकेश कुमार ने क्रमश: 18 और 14 ओवर गेंदबाजी की। शमी में कहा कि अभ्यास की जगह मैच में गेंदबाजी करना अच्छा होता है।

उन्होंने कहा, ‘कहीं और अभ्यास करने से अच्छा होता है कि आप अपनी टीम और राज्य के लिए गेंदबाजी करें। आप यहां जितनी गेंदबाजी करेंगे ऑस्ट्रेलिया में उतनी मदद मिलेगी। यह अच्छी तैयारी है। मेरे लिए मैच में गेंदबाजी करना तैयारी करने का सबसे अच्छा तरीका है। मैं कभी भी ऐसा ही चाहूंगा।’

शमी ने इस साल नौ टेस्ट में भारत के लिए सबसे ज्यादा 33 विकेट लिए है जिसमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पारी में पांच विकेट भी शामिल हैं।

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार मैचों की बार्डर-गावस्कर श्रृंखला में भारत को पहला टेस्ट छह दिसंबर से एडिलेड में खेलना है। शमी ने कहा, ‘मैंने अच्छी तैयारी की है, अच्छी ट्रेनिंग की है। वहां मुझे अभ्यास मैच में खेलना है। मैं टेस्ट के लिए तैयार रहूंगा।’

बंगाल के कोच साइराज बहुतुले ने भी शमी का समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘‘ वह गेंदबाजी करना चाहता था इसलिए उसने गेंदबाजी जारी रखी। किसी ने उस पर दवाब नहीं डाला।’

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