ना तो गेंदबाजी अच्छी की और ना ही बल्लेबाजी, दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर निराश किया पांड्या ने
हार्दिक पांड्या द. अफ्रीका में ऑलराउंड प्रदर्शन करने में फेल रहे।
संजय सावर्ण, नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका दौरा भारतीय टीम के लिए काफी शानदार रहा। टेस्ट सीरीज हारने के बाद भारत ने वनडे और फिर टी20 सीरीज जीती। भारत की इस जीत में टीम की कुछ कमियां सामने आई जिसमें टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या का भी प्रदर्शन है। आइपीएल में अच्छे प्रदर्शन के दम पर काफी कम समय में टीम इंडिया की तीनों प्रारूपों की टीम में जगह बनाने वाले पांड्या के लिए दक्षिण अफ्रीकी दौरा को किसी भी लिहाज से अच्छा नहीं कहा जाएगा। उन्होंने बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी दोनों में ही निराश किया।
टेस्ट सीरीज में पूरी तरह से फेल रहे पांड्या
प्रोटियाज के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में हार्दिक पांड्या का ना तो बल्ला चला और ना ही उनकी गेंद ने कुछ खास कमाल किया। तीनों टेस्ट मैचों में उनकी बल्लेबाजी की बात करें तो उन्होंने छह पारियों में 93, 1, 15, 6, 0, और 4 रन की पारी खेली। पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में जो उन्होंने 93 रन की पारी खेली थी वो काफी अच्छी थी लेकिन इसके बाद वो लगातार फेल होते रहे। वहीं गेंदबाजी की बात करें तो तीन टेस्ट मैचों में उन्होंने सिर्फ 3 विकेट लिए। ये विकेट उन्हें पहले टेस्ट मैच में ही मिले थे। इसके बाद दोनों टेस्ट मैचों में उन्हें एक विकेट तक नहीं मिला। छह पारियों में उन्होंने 1, 2, 0, 0, 0 और 0 विकेट लिए।
वनडे सीरीज में कुछ खास नहीं कर पाए हार्दिक
टेस्ट सीरीज के बाद छह वनडे मैचों की सीरीज के आंकड़ों पर नजर डालें तो हार्दिक का प्रदर्शन निराश करने वाला ही रहा। छह वनडे मैचों में उन्होंने 3*, 14, 9, और 0 रन की पारी खेली। दूसरे और छठे वनडे में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिल पाया। वहीं गेंदबाजी में पांड्या ने पूरे वनडे सीरीज में कुल 4 विकेट लिए। छह वनडे मैचों में उन्होंने 0,0,0,1,2 और 1 विकेट लिए। उनके इस प्रदर्शन को कहीं से भी प्रभावी तो नहीं कहेंगे।
टी20 सीरीज में पांड्या का प्रदर्शन
अब जरा बात करते हैं तीन टी 20 मैचों की सीरीज के उनके प्रदर्शन पर तो तीन मैचों में उन्होंने 13* और 21 रन की पारी खेली। दूसरे मैच में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिल सका। इसके अलावा तीनों मैचों में उन्हें 1,1 और 1 विकेट मिले। टी 20 क्रिकेट के माहिर माने जाने वाले पांड्या के इस प्रदर्शन को कौन सराहेगा ये बड़ा सवाल है।
कपिल से तुलना क्या सही है
पांड्या जब भारतीय टीम में आए थे तब शुरुआत में उनके प्रदर्शन से वो काफी लोकप्रिय हो गए थे और उनकी तुलना पूर्व भारतीय ऑलराउंडर कपिल से की जाने लगी। इसके बाद कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने साफ कहा कि अभी उनकी कपिल से तुलना ठीक नहीं है। अब उन खिलाड़ियों की बात सच होती नजर आती है कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा था। हां ये बात सही है कि पांड्या के टीम में होने से कप्तान के पास विकल्प ज्यादा हो जाते हैं लेकिन उनका प्रदर्शन भी मायने रखता है। अगर उन्होंने लगातार ऐसा प्रदर्शन किया तो वो दिन दूर नहीं जब चयनकर्ता उनके बारे में सोचने पर मजबूर हो जाएंगे।
रोजर बिन्नी ने पांड्या को दी थी सलाह
कुछ दिन पहले पूर्व भारतीय खिलाड़ी रोजर बिन्नी ने हार्दिक पांड्या को सलाह दी थी कि उन्हें क्रीज पर आते ही गेंद को हिट करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। थोड़ा वक्त लेने के बाद उन्हें शॉट्स खेलना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि पांड्या सिर्फ टी 20 में अच्छे प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम में आए हैं। खासतौर से टेस्ट टीम के लिए वो पूरी तरह से फिट नहीं हैं। उन्हें अपने घरेलू टीम के लिए खेलकर ज्यादा से ज्यादा रन बनाना चाहिए।