Ind vs Aus: हनुमा विहारी ने चोटिल होने के बाद भी 43 ओवर की बल्लेबाजी, 6 ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मिलकर नहीं कर पाए आउट
India vs Australia 3rd test हैम्स्ट्रिंग होने के बाद मैदान पर फिजियो की सहायता लेने के बाद खड़े हुए हनुमा ने मैदान नहीं छोड़ा। टीम इंडिया की उम्मीद इसी खिलाड़ी पर टिकी थी और 161 गेंद पर 23 रन की पारी खेलकर हनुमा ने अपनी उपयोगिता साबित की।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट के पांचवें दिन दमदार बल्लेबाजी का परिचय देते हुए मैच को ड्रॉ करवाया। यह मैच मेजबान टीम को जोरदार तमाचा है, क्योंकि पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिग ने भविष्यवाणी की थी कि टीम इंडिया दूसरी पारी में 200 रन भी नहीं बना पाएगी। इस मैच में भारतीय बल्लेबाज हनुमा विहारी ने चोट के बाद भी तीन घंटे से ज्यादा तक बल्लेबाजी की और ऑस्ट्रेलिया के 6 गेंदबाज मिलकर भी उनका विकेट नहीं हासिल कर पाए।
दूसरी पारी में भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट पर 312 रन बनाकर पारी घोषित की थी। टीम इंडिया के सामने जीत के लिए 407 रन का लक्ष्य था, जिसे नामुमकिन माना जा रहा था। जीत तो दूर ऑस्ट्रेलिया का खेमा चौथे दिन भारत के दो विकेट गिराने के बाद जीत के लिए आश्वस्त था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के मंसूबों पर चोटिल हनुमा और आर अश्विन ने पानी फेर दिया।
62 unbeaten runs in 256 balls, with both playing through injuries 🙌
What a performance from this duo!#AUSvIND pic.twitter.com/ZKEQS3BgPx— ICC (@ICC) January 11, 2021
हनुमा ने चोट के बाद भी 3 घंटे से ज्यादा की बल्लेबाजी
हैमस्ट्रिंग इंजरी होने के बाद मैदान पर फिजियो की सहायता लेने के बाद खड़े हुए हनुमा ने मैदान नहीं छोड़ा। टीम इंडिया की उम्मीद इसी खिलाड़ी पर टिकी थी और 161 गेंद पर 23 रन की पारी खेलकर हनुमा ने अपनी उपयोगिता साबित की। भारतीय टीम ने 272 रन पर अपना पांचवां विकेट चेतेश्वर पुजारा के रूप में गंवाया था और इसके बाद हनुमा ने अश्विन के साथ मिलकर भारत को 334 रन तक पहुंचाया और कोई विकेट नहीं गिरने दिया। चाय काल से पहले चोटिल हुए हनुमा ने पांचवें दिन आखिरी गेंद फेंके जाने तक खूंटा गाड़े रखा। चोट की वजह से वह चौथा टेस्ट मैच नहीं खेल पाएंगे।
ऑस्ट्रेलिया के 6 गेंदबाज पस्त
मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड, पैट कमिंस, नाथन लियोन, कैंमरून ग्रीन और मार्नस लाबुशाने ऑस्ट्रेलिया के इन छह गेंदबाजों ने हनुमा के आगे अपना पूरा जोर लगा दिया लेकिन चोटिल होने के बाद भी वह उनका विकेट नहीं ले पाए। हनुमा ने एक छोर पर टिककर बल्लेबाजी की रन भले नहीं बनाए, लेकिन आखिर तक विकेट भी नहीं गिरने दिया।