क्रिकेट फैंस के लिए बड़ी खुशखबरी, भारत में खुले खेल के दरवाजे
क्रिकेट समेत अन्य खेलों के प्रशंसकों के लिए ये बड़ी खुशखबरी है कि भारत में खेलों की शुरुआत को रफ्तार मिल सकती है।
नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। कोरोना वायरस की वजह से भारत सरकार ने लॉकडाउन-4 को अंजाम दिया है। लॉकडाउन के चौथे चरण के दिशा निर्देशों के मुताबिक देश भर में बिना दर्शकों के स्टेडियम खोल दिए जाएंगे। इसका मतलब यह है कि देश में खिलाड़ियों के अभ्यास के रास्ते तो खुल ही जाएंगे, बल्कि आइपीएल समेत तमाम बड़े आयोजनों की तैयारी भी हो सकेंगी।
हालांकि, आइपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंटों और द्विपक्षीय सीरीजों का आयोजन तभी हो सकेगा जब विदेशी खिलाड़ियों को वीजा मिलना शुरू होगा। इस बीच बीसीसीआइ ने भी उड़ान पाबंदी होने के कारण करार के अंतर्गत आने वाले क्रिकेटरों के कैंप आयोजित करने से इन्कार कर दिया है। भारतीय खिलाड़ियों का खुले में अभ्यास करना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि ज्यादातर खिलाड़ियों के पास दौड़ने तक के लिए जगह नहीं है।
बीसीसीआइ करेगी इंतजार
कोरोना वायरस के कारण बीसीसीआइ ने आइपीएल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया था। देश भर में तमाम खेल के आयोजन बंद हो गए थे। खिलाड़ी घरों में बंद रहने को मजबूर हो गए थे। ऐसे में सरकार के इस दिशा निर्देश से साफ हो गया है कि भले ही अभी आइपीएल जल्द आयोजित नहीं हो सके, लेकिन इसकी तैयारियां अब शुरू हो सकती है। वहीं खिलाड़ी भी अब स्टेडियम में पहुंचकर कम से कम एकल अभ्यास कर सकते हैं।
दूसरी ओर बीसीसीआइ जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेना चाहती है। यही वजह है कि उसने टीम इंडिया के खिलाड़ियों का कोई कैंप आयोजन करने से अभी इन्कार कर दिया है। इसके पीछे एक कारण उड़ान सेवा पर पाबंदी है। बीसीसीआइ ने केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों पर गौर कर लिया है। केंद्र सरकार ने अभी उड़ानों पर 31 मई तक पाबंदी लगाई हुई हैं। ऐसे में बीसीसीआइ करार के अंतर्गत आने वाले क्रिकेटरों का कौशल ट्रेनिंग कैंप अभी नहीं कराएगी।
बीसीसीआइ की ओर से कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल ने कहा है कि खिलाड़ियों और सहायक स्टाफ की सुरक्षा सर्वोपरि है और जल्दबाजी में किसी फैसले पर नहीं पहुंचना चाहते, जिससे कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए भारत द्वारा उठाए महत्वपूर्ण कदम पर पानी फेर दे। अभी बीसीसीआइ राज्य स्तर के दिशा निर्देशों पर ध्यान देगी और इसके बाद राज्य संघों के साथ काम करेगी, जिससे लोकल स्तर पर कौशल ट्रेनिंग शुरू की जा सके। बीसीसीआइ के अधिकारी लगातार टीम प्रबंधन से जुड़े रहेंगे और भविष्य में जैसे चीजें ठीक होंगी उसी तरह से रणनीति तैयार करेगी।
ओलंपिक की तैयारी
सिर्फ क्रिकेट ही नहीं अन्य खेलों के एथलीट के भी अब स्टेडियम में पहुंचकर अभ्यास करने के रास्ते खुल गए हैं। वहीं भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) भी अपने देशभर के सेंटरों में खिलाड़ियों को अभ्यास करा सकता है। ओलंपिक की तैयारियों में जुटे एथलीट काफी समय से खेल मंत्रालय से अभ्यास की अनुमति मांग रहे थे। साई ने उसके लिए गाइडलाइंस भी तैयार कर ली हैं।