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इन कारणों से रवि शास्त्री फिर से चुने गए टीम इंडिया के हेड कोच, विराट का भी था समर्थन

रवि शास्त्री लगातार दूसरी बार भारतीय टीम के कोच बनाए गए। कप्तान विराट कोहली ने खुलकर उनका समर्थन किया था।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 16 Aug 2019 09:09 PM (IST)Updated: Fri, 16 Aug 2019 09:09 PM (IST)
इन कारणों से रवि शास्त्री फिर से चुने गए टीम इंडिया के हेड कोच, विराट का भी था समर्थन
इन कारणों से रवि शास्त्री फिर से चुने गए टीम इंडिया के हेड कोच, विराट का भी था समर्थन

 नई दिल्ली, जेएनएन। रवि शास्त्री (Ravi Shastri) को एक बार फिर से टीम इंडिया का हेड कोच नियुक्त किया गया है। क्रिकेट सलाहकार समिति ने इस पोस्ट के लिए पांच उम्मीदवारों का इंटरव्यू किया था और इन सबमें सबसे अव्वल रवि शास्त्री ही रहे। हालांकि रवि शास्त्री को माइक हेसन और टॉम मूडी के कड़ी टक्कर मिली जो दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे। अब रवि शास्त्री वर्ष 2021 टी 20 विश्व कप तक के लिए टीम इंडिया के कोच रहेंगे। रवि शास्त्री लगातार दूसरी बार भारतीय क्रिकेट टीम के कोच बने हैं। आखिरकार शास्त्री क्यों फिर से टीम इंडिया के कोच बने इस पर एक नजर डालते हैं। 

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विराट का समर्थन- रवि शास्त्री को टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का पूरा समर्थन हासिल था। विराट ने वेस्टइंडीज दौरे से पहले साफ कह दिया था कि अगर शास्त्री को टीम इंडिया को हेड कोच फिर से बनाया जाता है तो उन्हें काफी खुशी होगी। इसके अलावा टीम इंडिया के अन्य खिलाड़ी भी यही चाहते थे कि वही फिर से कोच बनें। 

रवि शास्त्री का शानदार प्रदर्शन- रवि शास्त्री के मार्गदर्शन में टीम इंडिया का वनडे में कमाल का प्रदर्शन रहा था। भारतीय टीम ने उनके पहले कार्यकाल में 63 वनडे मैचों में से 45 मैचों में जीत दर्ज की और सिर्फ 15 मैचों में हार मिली। टीम की जीत का प्रतिशत 71.4 रहा। रवि के पहले कार्यकाल में टीम इंडिया ने दो एशिया कप खिताब जीते। विश्व कप में टीम सेमीफाइनल तक पहुंची। इसके बाद टेस्ट मैचों में भी टीम इंडिया के झंडे गाड़े। भारत को 21 में से 13 टेस्ट में जीत मिली तो वहीं टी 20 मैचों में टीम इंडिया ने 36 में से 25 मैच जीते। शास्त्री के कार्यकाल में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में एतिहासिक टेस्ट सीरीज जीती। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में 2-1 से हराया था। टीम इंडिया इस वक्त दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम है। 

सबसे मजबूत दावेदार- रवि शास्त्री कोच पद के लिए सबसे मजबूत दावेदार थे। बोर्ड ये भी चाहता था कि कोई भारतीय ही ये पद संभाले। इसके अलावा शास्त्री के पास अन्य दावेदारों के मुकाबले ज्यादा क्रिकेट खेलने का अनुभव था। इसके अलावा वो टीम इंडिया के कोच थे और सभी खिलाड़ियों के साथ उनका तालमेल काफी शानदार है। क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य अंशुमन गायकवाड़ ने भी कहा था कि वो टीम को जानते हैं, खिलाड़ियों को जानते हैं साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम के सिस्टम को जानते हैं। जबकि दूसरे दावेदारों को टीम इंडिया के साथ एक नई शुरुआत करनी पड़ती। 

1990 में शुरू हुई थी ये परंपरा- टीम इंडिया में पहले कोई कोच नहीं होता था। कोच रखने की परंपरा 1990 से शुरू की गई और भारत का पहला कोच बिशन सिंह बेदी को बनाया गया। इसके बाद से लगातार ये सिलसिला जारी है। वैसे रवि शास्त्री एक वर्ष के लिए टीम इंडिया के मैनेजर भी नियुक्त किए गए थे। कुल मिलाकर देखा जाए तो ये भारतीय टीम के साथ उनका चौथा कार्यकाल होगा। वो वर्ष 2007 में बांग्लादेश के दौरे के लिए टीम इंडिया का कोच कुछ वक्त के लिए बनाए गए थे। इसके बाद वो 2015-16 में टीम इंडिया के मैनेजर पद पर थे। अब तक ये रह चुके हैं टीम इंडिया के कोच- 

बिशन सिंह बेदी - 1990-91

अब्बास अली बेग - 1991-92

अजीत वाडेकर - 1992-96

संदीप पाटिल- 1996

मदन लाल- 1996-97

अंशुमन गायकवाड़- 1997-1999

कपिल देव- 1999- 2000

जॉन राइट- 2000-2005

ग्रेग चैपल- 2005-2007

गैरी कर्स्टन- 2008-2011

डंकन फ्लेचर- 2011-2015

रवि शास्त्री- 2015-2016

संजय बांगड़- 2016

अनिल कुंबले- 2016-2017

रवि शास्त्री- 2017-2019

रवि शास्त्री- 2019- 2021


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