ICC की पाबंदी के बाद भी इंग्लैंड के खिलाड़ी ने गेंद पर लगाया लार, अंपायर ने उठाया ये कदम
मैनटेस्टर में खेले जा रहे मैच में इंग्लैंड के डॉम सिब्ले ने आईसीसी की पाबंदी को तोड़ते हुए गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल किया।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच तीन टेस्ट मैचो की सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जा रहा है। कोरोना महामारी फैलने के बाद क्रिकेट पर लगे ब्रेक के बाद यह पहली इंटरनेशनल सीरीज है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की वजह से गेंद को चमकाने के लिए लार लगाने पर पाबंदी लगाने का फैसला लिया है। मैनटेस्टर में खेले जा रहे मैच में इंग्लैंड के डॉम सिब्ले ने आईसीसी की पाबंदी को तोड़ते हुए गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल किया।
मैनचेस्ट टेस्ट मैच के चौथे दिन लंच के ठीक पहले इंग्लैंड के खिलाड़ी सिब्ले ने आईसीसी द्वारा गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल करने पर लगाई गई पाबंदी को तोड़ा। ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड ने पहली पारी में बेन स्टोक्स के 176 और सिब्ले के 120 रन की बदौलत 9 विकेट पर 469 रन बनाकर पारी घोषित की। तीसरे दिन का खेल बारिश की वजह से नहीं खेला जा सका। चौथे दिन लंच तक वेस्टइंडीज ने 2 विकेट के नुकसान पर 118 रन बनाए थे।
Who will change the game for us? pic.twitter.com/pDjZVWiSga— England Cricket (@englandcricket) July 19, 2020
लंच से ठीक पहले सिब्ले ने गेंद को चमकाने के लिए लार लगाई और अपनी गलती का एहसास होते ही उन्होंने तुरंत इस बात की जानकारी फील्ड अंपायर को दी। माइकल गॉफ और रिजर्ड इलिंगवर्थ ने साथ मिलकर गेंद का निरक्षण किया। सिब्ले ने गलती से लार का इस्तेमाल किया था इसलिए उनको केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
अंपायर ने गेंद को किया डिसइन्फेक्ट
लार लगाकर चमकाने की वजह से गेंद संक्रमित हो गई थी और इसी वजह से अंपायर ने इस अपने हाथ में लेकर इसका निरक्षण किया। इसके बाद अंपायर गॉफ ने गेंद को डिसइन्फेक्ट करने वाली वाइप जेब के निकालकर इसे साफ किया।
आईसीसी ने लगाई लार पर पाबंदी
कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के बाद आईसीसी क्रिकेट काउंसिल ने गेंद चमकाने के लिए लार पर पाबंदी लगा दी है। मैच के दौरान खिलाड़ियों को पसीने से गेंद चमकाने की इजाजत है लेकिन लार पर प्रतिबंध लगाया गया है।