World Cup 2019: सेमीफाइनल में हार के बाद इस भारतीय खिलाड़ी का टीम से बाहर होना लगभग तय !
World Cup 2019 इस भारतीय खिलाड़ी को इस विश्व कप के जितने भी मैचों में मौका मिला उन्होने निराश ही किया।
नई दिल्ली, जेएनएन। ICC cricket world cup 2019: विश्व कप 2019 के लिए जब भारतीय टीम का चयन किया गया था तो अनुभव के आधार पर इस टूर्नामेंट के लिए टीम में दूसरे विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर दिनेश कार्तिक को शामिल किया गया था। इनके चयन पर टीम के चयनकर्ताओं ने कहा था कि वो काफी अनुभवी हैं और टीम के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। खैर उन्हें टीम में खेलने का मौका भी मिला। बेशक वो कुछ मैचों में ही खेले, लेकिन उन मैचों में वो किसी भी लिहाज से टीम के लिए फायदेमंद साबित नहीं हो पाए।
दिनेश कार्तिक को इस विश्व कप में तीन मैचों में खेलने का मौका मिला। उन्होंने इनमें से दो लीग मैच खेले और एक सेमीफाइनल मैच खेला। इन सभी मैचों में कार्तिक के खेल ने साबित किया कि आखिर उनके चयन पर क्यों इतने सवाल खड़े हुए थे। दिनेश कार्तिक को इस विश्व कप में पहली बार बांग्लादेश के खिलाफ बर्मिंघम में मौका मिला। इस मैच में उनके बल्ले से सिर्फ आठ रन निकले। इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ उन्हें बल्लेबाजी का मौका ही नहीं मिला।
न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में टीम मैनेजमेंट ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल किया। इस मैच में टीम इंडिया के तीन अहम विकेट सिर्फ पांच रन पर गिर गए। अब पांचवें नंबर पर उन्हें बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। यहां पर कार्तिक के लिए एक मौका था कि वो अपने देश के लिए कुछ करें पर उन्होंने हथियार डाल दिए। 25 गेंदों का सामना करते हुए कार्तिक सिर्फ 6 रन बनाकर आउट हो गए और टीम को बीच मझधार में ही छोड़ दिया। यानी वो अपने मिले मौकों पर खुद को साबित नहीं कर पाए।
वर्ष 2019 में उन्हें जितने भी वनडे मैचों में मौका मिला उन सबमें उन्होंने काफी खराब प्रदर्शन किया है। इस वर्ष उन्हें कुल आठ मैच खेले हैं जिसमें उन्हें दो बार खेलने का मौका नहीं मिला। बाकी के छह मैचों में उन्होंने 25*,38*,0,8,6 रन की पारी खेली है। यानी उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। अब इस तरह के प्रदर्शन के बाद उन पर भारतीय टीम से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है।
दिनेश को इंग्लैंड अतिरिक्त बल्लेबाज व विकेटकीपर के तौर पर ले जाया गया था पर वो खुद को साबित नहीं कर पाए। हालांकि विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे पर उन्हें वनडे टीम में शामिल नहीं किया गया था और अचानक ही विश्व कप टीम में मौका मिल गया, लेकिन उन्होंने जिस तरह का प्रदर्शन किया उससे तो अब यही लगता है कि वो शायद ही भारतीय टीम में जगह बना पाएं क्योंकि टीम में रिषभ पंत जैसे युवा विकेटकीपर मौजूद हैं। वैसे भी कार्तिक 34 वर्ष के हो चुके हैं। ऐसे में अब वो ज्यादा दिनों तक टीम इंडिया के लिए खेल पाएं ऐसा मुमकिन तो नहीं लगता। अब टीम इंडिया को वेस्टइंडीज दौरे पर जाना है ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि उन्हें मौका मिलता है या नहीं।