वक्त आ गया है टेस्ट टीम में इस 20 वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज को आजमाने का
दिनेश कार्तिक ने दो टेस्ट मैच की चार पारियों में 0,20,1,0 रन की पारी खेली।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंग्लैंड के खिलाफ पहले और दूसरे टेस्ट मैच में कई भारतीय दिग्गज बल्लेबाज मेजबान टीम के गेंदबाजों के सामने फिसड्डी नजर आए। इनमें से एक बल्लेबाज दिनेश कार्तिक भी हैं जिन्हें साहा की गैरमौजूदगी में भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा बनाया गया था। कार्तिक ने अपने पिछले इंग्लैंड दौरे पर जैसी बल्लेबाजी की थी उसकी एक झलक भी पहले दो टेस्ट में तो देखने को नहीं मिली। अब भारत को इंग्लैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैच और खेलने हैं। हालांकि ये नहीं कहा जा सकता कि वो अच्छा नहीं खेलेंगे लेकिन भारत को अब भविष्य के विकेटकीपर-बल्लेबाज की भी तलाश करनी है ऐसे में रिषभ पंत को आजमाने का इससे बेहतर मौका नहीं मिलेगा।
दिनेश कार्तिक ने किया निराश
दिनेश कार्तिक को उनके पिछले प्रदर्शन के बाद भारतीय टेस्ट टीम में जगह दी गई थी। इसके अलावा एक वजह ये भी था कि वर्ष 2014 में वो जब इंग्लैंड दौरे पर आए थे तब उन्होंने ओपनिंग बल्लेबाज की भूमिका निभाई थी और रन भी बनाए थे। पर इस दौरे पर विराट की कप्तानी में कार्तिक अपनी बल्लेबाजी में जूझते दिखाई दिए। वो पहले और दूसरे टेस्ट की चार पारियों में किसी भी पारी में अपना प्रभाव छोड़ने में कामयाब नहीं रहे। दो टेस्ट मैच की चार पारियों में उनके बल्ले से 0,20,1,0 रन निकले। दो बार तो वो अपना खाता भी नहीं खेल पाए। विकेटकीपिंग की बात करें तो पहले टेस्ट में उन्होंने तीन कैच जबकि दूसरे टेस्ट मैच में उन्होंने दो कैच पकड़े।
दिनेश की जगह रिषभ पंत
भारत के ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन को एक मैच में ही खराब प्रदर्शन के बाद बाहर का रास्ता दिखा दिया गया तो कार्तिक को क्यों नहीं। उन्हें तो दो मैचों में मौका मिला लेकिन वो बेहद खराब खेले। कार्तिक की जिस बल्लेबाजी फॉर्म और पिछले प्रदर्शन को देखकर उन्हें टीम में शामिल किया गया था वो उसस कोसों दूर दिखाई दिए। कुछ अलग करने के बजाए कार्तिक ने भी खुद का नाम फ्लॉप बल्लेबाजों की श्रेणी में शामिल कर लिया। अब जब दो मैचों में दिनेश का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है तो ऐसे में रिषभ को आजमाना अच्छा विकल्प होगा।
क्यों बेहतर विकल्प होंगे रिषभ
ये बात मानी जा सकती है कि टेस्ट सीरीज शुरू होने से कुछ ही वक्त पहले दिनेश कार्तिक इंग्लैंड में आए थे और उन्हें परिस्थिति के साथ सामंजस्य बिठाने में पेरशानी हुई हो लेकिन एक सच ये भी है कि अच्छे बल्लेबाज से टीम को एक अच्छी पारी की उम्मीद जरूर होती है। रिषभ इंडिया ए टीम के साथ काफी पहले से इंग्लैंड दौरे पर आए थे। वो कार्तिक के मुकाबले वहां के हालात से ज्यादा अच्छे से समझ चुके हैं और पिच को भांप चुके हैं जिसका फायदा वो उठा सकते हैं। रिषभ थोड़े आक्रामक खिलाड़ी भी हैं जो वक्त पड़ने पर ताबड़तोड़ बल्लेबाज भी कर सकते हैं लेकिन कार्तिक के खेलने का मिजाज उनसे थोड़ा अलग है। रिषभ ने इंडिया ए के लिए खेलते हुए इंग्लैंड में अच्छी पारियां खेली थी और वो भी रन बनाने की काबिलियत रखते हैं। सबसे बड़ी बात ये कि रिषभ इस वक्त सिर्फ 20 वर्ष के हैं और कार्तिक की उम्र 33 वर्ष हो चुकी है यानी खेल पर उम्र का फर्क तो पड़ता है। इंग्लैंड की टीम में इस वक्त दो ऐसे खिलाड़ी हैं जो सिर्फ 20 वर्ष के हैं तो रिषभ भी इस उम्र में टेस्ट खेल सकते हैं। हालांकि अगले टेस्ट मैच में रिषभ को मौका मिलता है या नहीं ये सारा फैसला टीम मैनेजमेंट का ही होगा। पर कार्तिक भी रन नहीं बना रहे तो रिषभ को आजमाने में क्या हर्ज है।