इतिहास रचने के बाद बढ़ेंगी इंग्लैंड की मुश्किलें, मैदान पर लौटेगा ‘तूफान’
कैरिबियाई बोर्ड और सीनियर खिलाड़ियों के बीच धीरे-धीरे ही सही रिश्तों में सुधार हो रहा है, तभी सीनियर खिलाड़ियों की वापसी हो रही है।
नई दिल्ली, जेएनएन। बर्मिंघम में पहला डे-नाइट टेस्ट जीतने के बाद इंग्लिश टीम की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज़ के बीच टेस्ट सीरीज़ जारी है और इस सीरीज़ के बाद कैरिबियाई टीम को विडीज़ के साथ वनडे सीरीज़ खेलनी है। इस वनडे सीरीज़ के लिए वेस्टइंडीज़ टीम ने अपनी टीम का ऐलान किया है।
मैदान पर आएगा तूफान
इस सीरीज़ के लिए तूफानी बल्लेबाज़ क्रिस गेल की दो साल बाद विंडीज़ की वनडे टीम में वापसी हुई है। गेल ने अपना आखिरी वनडे मैच 2015 विश्व कप में खेला था। इस धुरंधर बल्लेबाज़ को अब आयरलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज़ के लिए विंडीज़ स्क्वॉड में चुना गया है। गेल के साथ-साथ इस टीम में मार्लोन सैमुअल्स की भी वापसी हुई है। वहीं ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने साफ किया है कि वो 100 फीसदी फिट नहीं हैं और शायद इसी वजह से उनका चयन वनडे सीरीज़ के लिए नहीं किया गया है।
इंडीज़ की टीम में जोश भरेगी गेल की वापसी?
कैरिबियाई बोर्ड और सीनियर खिलाड़ियों के बीच धीरे-धीरे ही सही रिश्तों में सुधार हो रहा है, तभी सीनियर खिलाड़ियों की वापसी हो रही है। 19 सितंबर को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज़ के बीच पहला वनडे मैच खेला जाएगा और इस टीम की कमान जेसन होल्डर को ही दी गई है। गेल की वापसी से इंडीज़ की टीम को काफी राहत मिलेगी क्योंकि हाल दिनों में इस टीम का प्रदर्शन मायूस करने वाला रहा है। वहीं गेल और सैमुअल्स की वापसी से टीम में अनुभव की कमी नहीं रहेगी, वहीं युवा खिलाड़ियों पर से दबाव भी कम होगा।
गौरतलब है, विंडीज़ को इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज़ के पहले मैच में हार का सामना करना पड़ा है। इस डे-नाइट टेस्ट को पारी से जीतकर इंग्लिश टीम डे-नाइट टेस्ट को पारी से जीतने वाली पहली टीम भी बनी थी। वेस्टइंडीज के लिए गेल की वापसी इन मायनों में भी अहम है कि अगर उसे विश्व कप 2019 के लिए क्वालीफाइ करना है तो उसे वनडे सीरीज धमाकेदार अंदाज में जीतनी होगी, वरना उसे अगले विश्व कप के लिए क्वालीफायर खेलना पड़ेगा। गेल की वापसी से वेस्टइंडीज को वनडे सीरीज जीतने की उम्मीद होगी। आपको बता दें कि रैंकिंग में काफी नीचे होने की वजह से ही इस साल वेस्टइंडीज आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा नहीं ले सका था।