टीम इंडिया से 'बाहर' खिलाड़ी ने तोड़ा 70 साल पुराना रिकॉर्ड, एशिया में बन सकता है नं- 1
अब यह खिलाड़ी इस मामले में एशिया का भी नंबर वन खिलाड़ी बन सकता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। टीम इंडिया का ध्यान इन दिनों न्यूजीलैंड के साथ वनडे सीरीज जीतने के बाद अब टी-20 सीरीज जीतने पर लगा है। हालांकि, टीम का एक बल्लेबाज इन चिंताओं से दूर अपने बल्ले को धार दे रहा है। इस खिलाड़ी का नाम है चेतेश्वर पुजारा। आपको मालूम ही होगा कि पुजारा भारत की वनडे और टी-20 क्रिकेट टीम का हिस्सा नहीं हैं। हां, वह टेस्ट टीम के अहम सदस्य हैं।
पुजारा गुरुवार को प्रथम श्रेणी मैचों में सर्वाधिक दोहरे शतक बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए। उनके इस रिकॉर्ड प्रदर्शन से सौराष्ट्र ने राजकोट में झारखंड के खिलाफ रणजी ट्रॉफी ग्रुप 'बी' मुकाबले में नौ विकेट पर 553 रन बनाकर अपनी पहली पारी घोषित कर दी।
दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक झारखंड ने 52 रन पर दो विकेट गंवा दिए थे। स्टंप के समय सुमित कुमार 23 और कप्तान सौरभ तिवारी तीन रन बनाकर क्रीज पर थे।
पुजारा ने इस मैच में 204 रन बनाए, जो उनका प्रथम श्रेणी मैचों में 12वां दोहरा शतक है। उन्होंने भारत की ओर से सबसे ज्यादा दोहरे शतक बनाने वाले बल्लेबाज विजय मर्चेट (11 दोहरे शतक) का 70 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। अब एशियाई क्रिकेटरों में कुमार संगकारा (13 दोहरे शतक) ही इस मामले में उनसे आगे हैं। पुजारा पिछले सीजन से ही काफी अच्छी फॉर्म में हैं और उन्हें देखकर लगता है कि वह बहुत जल्दी कुमार संगकारा को पीछे छोड़ एशिया के नंबर 1 बल्लेबाज बन जाएंगे।
सौराष्ट्र के कप्तान पुजारा ने अपनी पारी में 355 गेंदों का सामना किया और 28 चौके लगाए। उनके साथ चिराग जानी ने 108 रन बनाए। दोनों ने छठे विकेट के लिए 210 रन जोड़े। झारखंड की ओर से आशीष और एरोन ने तीन-तीन विकेट झटके
गंभीर ने भी जमाया अर्धशतक
गौतम गंभीर (86) और ध्रुव शौरी (नाबाद 65) के अर्धशतकों के बावजूद दिल्ली की टीम पालम ग्राउंड में उत्तर प्रदेश के खिलाफ ग्रुप-ए के मुकाबले के दूसरे दिन स्टंप तक छह विकेट पर 228 रन ही बना सकी। उप्र की पहली पारी 291 रन पर खत्म हुई थी। पहली पारी के आधार पर दिल्ली अब भी 63 रन पीछे है और उसके चार विकेट बाकी हैं।
उत्तर प्रदेश ने सुबह आठ विकेट पर 270 रन से आगे खेलना शुरू किया, और 21 रन जोड़कर टीम आउट हो गई। जवाब में दिल्ली गंभीर और शौरी के दम पर एक समय एक विकेट पर 125 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी। गंभीर का विकेट गिरने के बाद उसका मध्य क्रम लड़खड़ा गया, जिससे दिल्ली 186 रन पर पांच विकेट गंवाकर मुश्किल में पहुंच गई। उन्मुक्त चंद (21), मिलिंद कुमार (00), ऋषभ पंत (30), मनन (09) व नीतिश (13) बल्लेबाजी में फेल रहे।