टी20 में करियर की सबसे घातक गेंदबाजी कर दी भुवनेश्वर ने पर हैटट्रिक से चूके
भुवनेश्वर ने टी20 में अपना बेस्ट प्रदर्शन किया।
संजय सावर्ण, नई दिल्ली। पहले टी20 मैच में भारतीय टीम को क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में चार वर्ष के बाद द. अफ्रीका पर 28 रन से जीत मिली और इस जीत में भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का योगदान कमाल का रहा। इस मुकाबले में एक वक्त जब हेन्ड्रिक्स और बेहारदीन जब बल्लेबाजी कर रहे थे तब ऐसा लग रहा था कि ये मैच हाथ से निकल जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। बेहारदीन को चहल ने पवेलियन भेजा और उसके बाद भुवी का कहर द. अफ्रीकी बल्लेबाजों पर बरस गया। भुवी ने टीम के मुख्य बल्लेबाजों को आउट कर शुरुआत में भारतीय टीम को राहत दी तो अपने स्पेल के आखिरी ओवर में ऐसी गेंदबाजी कर दी कि विपक्षी बस देखते रह गए। भुवी को 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया।
भुवी ने किया टी20 का बेस्ट प्रदर्शन
भुवनेश्वर कुमार ने प्रोटीज के खिलाफ पहले टी20 मैच में 4 ओवर में 24 रन देकर 5 विकेट लिए। ये उनके अंतरराष्ट्रीय टी20 करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। इससे पहले क्रिकेट के इस प्रारूप में उनका बेस्ट प्रदर्शन पाकिस्तान के खिलाफ था। वर्ष 2012 में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बेंगलुरु में 9 रन देकर 3 विकेट लिए थे। टी 20 में उनका तीसरा बेस्ट प्रदर्शन वर्ष 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रहा था जब उन्होंने राजकोट में खेले गए मैच में 35 रन देकर 3 विकेट लिए थे।
इन बल्लेबाजों को भुवी ने बनाया अपना शिकार
भुवनेश्वर ने प्रोटीज टीम के शुरुआती तीन बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया जिसमें ओपनर बल्लेबाज जे स्मट्स थे। स्मट्स 14 रन बनाकर भुवी की गेंद पर कैच आउट हुए। इसके बाद टीम के दूसरे ओपनर बल्लेबाज हेन्ड्रिक्स को उन्होंने 70 रन पर आउट किया जो भारत के लिए खतरनाक साबित हो रहे थे। हेन्ड्रिक्स ने 50 गेंदों पर 70 रन की पारी खेली थी। टीम के कप्तान जेपी डुमिनी भी उनका शिकार बने और महज 3 रन ही बना पाए। प्रोटीज टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज क्लासेन 16 रन जबकि क्रिस मौरिस बिना खाता खोले ही भुवनेश्वर की गेंद पर आउट हुए।
18वें ओवर का वो रोमांच, हैटट्रिक से चूके भुवी
इस मैच के 18वें ओवर में वो हुआ जो सबको याद रहेगा। इस ओवर में भुवनेश्वर को विराट ने गेंदबाजी सौंपी। उन्होंने इस ओवर की पहली ही गेंद पर हेन्ड्रिक्स को धौनी के हाथों विकेट के पीछे कैच करवाया। इसके बाद ओवर की चौथी गेंद पर भुवी ने क्लासेन को 16 रन पर रैना के हाथों कैच आउट करवा दिया। ओवर की पांचवीं गेंद पर उनका शिकार बने क्रिस मौरिस जो खाता भी नहीं खोल पाए। इसके बाद भुवी हैटट्रिक के नजदीक थे लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। इस ओवर की आखिरी गेंद पर विकेट तो गिरा लेकिन वो विकेट टीम के खाते में गया। यानी टीम को हैटट्रिक विकेट मिली भुवनेश्वर को नहीं। 18वें ओवर की आखिरी गेंद पर पैटरसन एक रन बनाकर रन आउट हो गए।