यकीन मानिए अगर हो गया ऐसा तो विराट की कप्तानी में भारत जीत सकता है मेलबर्न टेस्ट मैच !
विराट की कप्तानी में वर्ष 2018 में भारतीय टीम ने अब तक सात टेस्ट मैचों में लक्ष्य का पीछा किया है जिसमें छह बार टीम इंडिया को हार मिली।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत व ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले दो टेस्ट मैचों में जो अहम बात सामने आई वो टॉस से जुड़ी हुई थी। यानी पहले दोनों टेस्ट में जिस टीम ने टॉस जीता उसने मैच भी अपने नाम किया। याद करते हैं पहले यानी एडिलेड टेस्ट मैच को जिसमें कप्तान विराट ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया और इस मैच में टीम इंडिया को जीत मिली। दूसरे टेस्ट मैच यानी पर्थ में विराट ने टॉस भी नहीं जीता और उन्हें मैच भी गंवाना पड़ा जिसकी वजह से सीरीज 1-1 से बराबर हो गई।
अब पहले दो टेस्ट मैचों के ट्रेंड को देखें तो इससे यही जाहिर होता है कि अगर विराट टॉस जीत जाते हैं तो भारतीय टीम की जीत की संभावना बढ़ जाती है, लेकिन टॉस हारने की सूरत में कुछ भी हो सकता है यानी हार की भी संभावना बनी रहेगी। अब टॉस जीतना तो किसी भी टीम के कप्तान के हाथों में नहीं है यानी ये पूरी तरह से किस्मत पर निर्भर करेगा की विराट सिक्के की जंग में जीत हासिल करते हैं या फिर हार। वैसे मेलबर्न की पिच के बारे में ये कहा जा रहा है कि यहां घास जरूर है लेकिन टिककर बल्लेबाजी करने वाले बल्लेबाज रन बना सकते हैं और गेंदबाजों को भी पिच से मदद मिलेगी यानी बल्लेबाज व गेंदबाज दोनों को ही पिच से बराबर का फायदा मिलेगा। फिर भी टेस्ट क्रिकेट में विकेट की स्थिति चौथे या फिर पांचवें दिन ऐसी नहीं होती जैसे कि पहले दिन होती है यानी मैच किस तरफ पलट जाएगा इसका पता पहले से नहीं चलता। वैसे टेस्ट मैच के आखिरी दिनों में ज्यादा फायदा गेंदबाजों को ही मिलता है।
विराट की कप्तानी में वर्ष 2018 में भारतीय टीम ने अब तक सात टेस्ट मैचों में लक्ष्य का पीछा किया है जिसमें छह बार टीम इंडिया को हार मिली। हालांकि एक मैच में उसे जीत भी मिली पर इस मैच में भारत को जीत के लिए सिर्फ 72 रन का लक्ष्य मिला था। ओवरऑल बात करें तो कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 13 टेस्ट में से सिर्फ दो में ही जीत हासिल कर पाई है। नौ टेस्ट में भारतीय टीम को हार मिली है जबकि दो ड्रॉ रहे हैं। अब इन आंकड़ों के बाद तो टीम इंडिया यही चाहेगी कि वो टॉस जीते और बल्लेबाजी करे क्योंकि रन चेज करने के मामले में इस वर्ष भाग्य ने तो भारतीय टीम का साथ नहीं दिया है।
आपको बता दें कि तीसरे टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम का एलान कर दिया गया है। इस टेस्ट मैच के लिए भारतीय ओपनर बल्लेबाज मुरली विजय और लोकेश राहुल को उनके खराब प्रदर्शन की वजह से अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं किया गया है। ओपनर बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल किया गया है और वो मेलबर्न टेस्ट मैच के जरिए क्रिकेट से सबसे लंबे प्रारूप में अपना डेब्यू करेंगे। मयंक भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले 295वें खिलाड़ी होंगे। तीसरे टेस्ट में मयंक के साथ भारतीय टीम की शुरुआत हनुमा विहारी करेंगे। रोहित शर्मा को एक बार फिर से इस टेस्ट मैच के लिए अंतिम ग्यारह में जगह दी गई है। रोहित चोटिल होने की वजह से दूसरे यानी पर्थ टेस्ट में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे। अंतिम ग्यारह में अश्विन भी चोटिल होने की वजह से शामिल नहीं किए गए हैं और उनकी जगह जडेजा को मौका मिला है।