चौथे टेस्ट में इन भारतीय खिलाड़ियों को मिल सकता है मौका, अश्विन पर आया ये अपडेट
पांच मैचों की सीरीज के शुरुआती दो मैच जीतने के बाद ट्रेंट ब्रिज में मिली हार ने इंग्लैंड को अपनी रणनीति पर दोबारा सोचने को मजबूर कर दिया है।
साउथैंप्टन, अभिषेक त्रिपाठी। अगर मंगलवार की बात की जाए तो एजेस बाउल स्टेडियम में टीम इंडिया ने शत-प्रतिशत इंग्लिश परिस्थितियों में अभ्यास किया। मैच की मुख्य पिच पर हल्की घास है और यह बिलकुल जीवंत नजर आ रही है। आसमान में बादल हैं जो तेज गेंदबाजों की मदद करेंगे। अगर मैच से पहले पिच से घास नहीं निकाली गई तो एक बार फिर तेज गेंदबाजों और बल्लेबाजों के बीच जंग देखने को मिल सकती है।
अपने मजबूत पक्ष पर खेलेगा इंग्लैंड
पांच मैचों की सीरीज के शुरुआती दो मैच जीतने के बाद ट्रेंट ब्रिज में मिली हार ने इंग्लैंड को अपनी रणनीति पर दोबारा सोचने को मजबूर कर दिया है और एक बार फिर टीम अपनी मजबूती यानी तेज गेंदबाजी के लिए उपयुक्त कंडीशन के साथ मेहमानों पर प्रहार करना चाहेगी। यहां की पिच उसी तरफ इशारा कर रही है। भारतीय बल्लेबाजों ने तीसरे टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया था और टीम प्रबंधन चाहेगा कि गुरुवार से शुरू होने वाले चौथे टेस्ट में भी वे ऐसा ही करें।
इस मैच के लिए इस्तेमाल होने वाली पिच भले ही जीवंत नजर आ रही हो, लेकिन इस मैदान को सबसे ज्यादा रन बनने वाले इंग्लैंड के घरेलू मैदान के तौर पर जाना जाता है। यहां प्रति विकेट रन औसत 34.10 है जो इंग्लैंड में सबसे ज्यादा है। यहां पर तेज गेंदबाजों ने इस सत्र के छह घरेलू मैचों में 30.97 के औसत से 122 विकेट लिए हैं, जबकि स्पिनरों को 33.86 के औसत से 23 विकेट मिले हैं।
भारतीय टीम में बदलाव की गुंजाइश नहीं
जैसा हमने पहले बताया था, टीम इंडिया के यहां पहले अभ्यास को देखने के बाद वैसा ही होते हुए दिखाई दे रहा है। टीम इंडिया ने जिस तरह बल्लेबाजी और गेंदबाजी का अभ्यास किया उससे लगता है कि यह विराट कोहली की कप्तानी में पहला मौका होगा जब टीम इंडिया अपने पिछले एकादश को बरकरार रखते हुए अगले मैच में उतरेगी। मालूम हो कि विराट ने अपनी कप्तानी में लगातार 38 टेस्ट में अलग-अलग टीम उतारी है, लेकिन ट्रेंट ब्रिज की जीत के बाद उन्हें यहां के लिए बेहतर संयोजन मिल गया है। टीम इंडिया पांच मैचों की सीरीज में 1-2 से पीछे चल रही है, लेकिन तीसरा टेस्ट जीतने के बाद वह लंदन पहुंच गई थी और वहीं आराम कर रही थी।
अभ्यास ने दिए संकेत
भारतीय टीम की तरफ से बल्लेबाजी का अभ्यास सबसे पहले ओपनर केएल राहुल और शिखर धवन ने किया। इसके बाद चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे ने नेट अभ्यास किया। साथ में रिषभ पंत और हार्दिक पांड्या ने भी बल्ले पर काफी देर तक हाथ आजमाया। नॉटिंघम टेस्ट में कूल्हे की चोट से परेशान रविचंद्रन अश्विन अधिकतर समय गेंदबाजी नहीं कर पाए थे। उन्होंने भी जमकर बल्लेबाजी की और बाद में गेंदबाजी भी की। इससे लग रहा है कि वह फिट हैं और अगले मैच में खेलेंगे।
जब टीम प्रबंधन से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आपने उन्हें अभ्यास करते देखा है। उन्हें कोई दिक्कत नहीं नजर आ रही थी। वह लगातार बेहतर हो रहे हैं। एक चीज और है कि अगर अश्विन की समस्या ज्यादा बड़ी होती और उनके खेलने में शंका होती तो फिर कुलदीप यादव को बैकअप के तौर पर रखा जाता, लेकिन टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं ने तीन मैचों के बाद उन्हें वापस भारत भेजने का फैसला किया। इसका मतलब साफ है कि टीम इंडिया को अगले दो मैचों में सिर्फ एक स्पिनर खिलाना है और उसमें भी पहला विकल्प अश्विन होंगे। अगर किसी वजह से अश्विन नहीं खेल पाते तो दूसरा विकल्प रवींद्र जडेजा होंगे।
शॉ और विहारी को करना होगा इंतजार
टीम को पहले मंगलवार से ही अभ्यास करना था, लेकिन मुरली विजय और कुलदीप यादव की जगह हनुमा विहारी व पृथ्वी शॉ के देर से जुड़ने के कारण टीम इंडिया ने बुधवार से अभ्यास शुरू करना बेहतर समझा। हालांकि इन दोनों ही नए खिलाड़ियों को इस मैच में मौका नहीं दिया जाएगा, लेकिन ये भविष्य के लिए अच्छा अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।