Move to Jagran APP

शून्य पर गिरे थे भारत के 4 विकेट, आज की तारीख में दो बार शर्म से झुका था सिर

ये तारीख भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक बदनुमा दाग जैसी है। बेशक बदलते दौर के साथ कुछ अच्छे मौके आए लेकिन उन दो मौकों को कैसे भुलाया जाए।

By Shivam AwasthiEdited By: Published: Tue, 06 Jun 2017 10:25 PM (IST)Updated: Wed, 07 Jun 2017 01:53 PM (IST)
शून्य पर गिरे थे भारत के 4 विकेट, आज की तारीख में दो बार शर्म से झुका था सिर
शून्य पर गिरे थे भारत के 4 विकेट, आज की तारीख में दो बार शर्म से झुका था सिर

नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत-पाकिस्तान मुकाबले में जीत के बाद से सभी भारतीय फैंस जोश में नजर आ रहे हैं। भारतीय क्रिकेट में आज काफी कुछ बदल चुका है। बल्लेबाजों का अंदाज कुछ इस कदर बदला कि विरोधी गेंदबाजों की आए दिन धुनाई होने लगी है लेकिन एक ऐसा समय भी था जब ऐसा नहीं हुआ करता था। आज की तारीख ऐसे दो मौकों के लिए याद रह जाती है जब भारतीय क्रिकेट का सिर दो बार शर्म से झुक गया था। एक बार टेस्ट में तो दूसरी बार वनडे क्रिकेट में।

loksabha election banner

- 7 जून 1952 (भारत बनाम इंग्लैंड)

1952 की ये तारीख आज भी टेस्ट क्रिकेट में सबसे खराब शुरुआत के लिए मशहूर है। ये वो दिन था जब इंग्लैंड के हेडिंग्ले मैदान पर भारत और इंग्लैंड की टीमें आमने-सामने थीं। इस टेस्ट में भारतीय टीम ने पहली पारी में 293 रन बनाए थे। जवाब में इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 334 रन बनाए..लेकिन दूसरी पारी में जो हुआ वो शर्मनाक था। 7 जून को दूसरी पारी में भारतीय टीम ने 0 के स्कोर पर अपने 4 विकेट गंवा दिए। इसका श्रेय गया इंग्लैंड के धुरंधर गेंदबाज फ्रेड ट्रूमन को जिन्होंने इन चार में से तीन विकेट अपने नाम किए। भारतीय टीम के दोनों ओपनर (पंकज रॉय और दत्ता गायकवाड़) शून्य पर आउट हुए, उसके बाद एमके मंत्री और विजय मांजरेकर भी शून्य पर पवेलियन लौट गए। भारतीय टीम इस पारी में 165 रन पर ऑलआउट हो गई और इंग्लैंड को कुल 125 रन का लक्ष्य मिला जो उन्होंने आसानी से 3 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।

- 7 जून 1975, (पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप, पहला मैच) भारत बनाम इंग्लैंड

एक बार फिर वही तारीख आई। फर्क इतना तय था कि इस बार टेस्ट क्रिकेट नहीं बल्कि वनडे क्रिकेट की बारी थी। ये मौका था पहले विश्व कप का। टूर्नामेंट के पहले ही मैच में लॉर्ड्स के प्रतिष्ठित मैदान पर भारत और मेजबान इंग्लैंड आमने-सामने थे। इंग्लैंड ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट के नुकसान पर 334 रन बना डाले। उनकी तरफ से ओपनर डेनिस अमिस ने 137 रनों की लाजवाब पारी खेली.. लेकिन हैरानी तब हुई जब भारत की पूरी टीम मिलकर भी 60 ओवर में इतने रन नहीं बना सकी जितने अकेले डेनिस ने बनाए थे। भारतीय टीम 60 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 132 रन ही बना पाई। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इतने विकेट बाकी रहने और पूरे ओवर के खेलने के बावजूद इतने कम रन क्यों बने, तो इसका जवाब ये है कि टीम के धुरंधर ओपनर सुनील गावस्कर से कुछ ज्यादा ही उम्मीदें लगा ली गई थीं। गावस्कर ने इस वनडे मुकाबले में 174 गेंदों पर नाबाद 36 रन बनाए और पूरे ओवर खेलकर बिना आउट हुए पवेलियन लौट आए। उन्होंने अपनी उस पारी में कुल 1 चौका जड़ा था।

- दर्शक ने मैदान पर गिरा दिया था अपना खाना

गावस्कर की उस पारी से एक फैन से न सिर्फ टीम के कप्तान वेंकटराघवन बेहद नाराज हो गए थे बल्कि दर्शकों का गुस्सा तो सातवें आसमान पर जा पहुंचा था। एक दर्शक इतना ज्यादा नाराज हो गया कि वो मैदान पर दौड़ा चला आया और अपने लंच को मैदान पर बिखेर दिया। वरिष्ठ खेल पत्रकार, कमेंटेटर और लेखक मनोज जोशी उस मैच के बारे में कहते हैं, 'उस वक्त के हिसाब से ये रिकॉर्ड बेहद खराब था। मौजूदा वर्ल्ड कप देखें हर मैच में 300 रन बनते हैं। उस समय 60 ओवर का मैच होता था। उस वक्त ये रिकॉर्ड इतना शर्मनाक नहीं लगता था। जैसे-जैसे समय आगे बढ़ा भारतीय टीम में श्रीकांत और कपिल जैसे खिलाड़ियों की एंट्री हुई और आज उस रिकॉर्ड को देखकर हंसी आती है।' आज टी20 क्रिकेट ने बल्लेबाजों के अंदाज को पूरी तरह से बदलकर रख दिया है। चौके-छक्के आम बात हो चुके हैं। यकीन मानिए, अगर आज के दौर में कोई खिलाड़ी इतनी धीमी पारी खेलने लगे तो दर्शकों का हुजूम मैदान पर कूदने के लिए मजबूर हो सकता है। 

क्रिकेट की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें

खेल जगत की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.