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इन 5 कारणों से हारी टीम इंडिया, किसी भी सूरत में नहीं जीत सकती थी मैच

लेविस और सैमुअल्स को देखकर लग रहा था कि अगर भारतीय टीम का स्कोर 220 या 225 रन भी होता तो भी वह इसे हासिल कर सकते थे।

By Bharat SinghEdited By: Published: Mon, 10 Jul 2017 11:48 AM (IST)Updated: Mon, 10 Jul 2017 05:00 PM (IST)
इन 5 कारणों से हारी टीम इंडिया, किसी भी सूरत में नहीं जीत सकती थी मैच
इन 5 कारणों से हारी टीम इंडिया, किसी भी सूरत में नहीं जीत सकती थी मैच

किंग्सटन, भारत सिंह। टी-20 की विश्व विजेता टीम ने एकमात्र टी-20 मैच में कई बड़े नामों वाली टीम इंडिया को 9 विकेट के बड़े अंतर से करारी मात दे दी। ऐसा नहीं है कि टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए छोटा स्कोर खड़ा किया था। भारतीय टीम ने 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 190 रन बनाए थे। इसके बावजूद शमी, उमेश, जडेजा, अश्विन, कुलदीप यादव जैसे गेंदबाजों से सजी टीम को वेस्टइंडीज ने आसानी से मात दे दी। आइए जानने की कोशिश करते हैं कि टीम इंडिया की इस हार के पीछे क्या कारण रहे-

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मिडिल ऑर्डर में नहीं दिखा दम

टीम इंडिया के लिए उम्मीद के मुताबिक विराट कोहली और शिखर धवन ने ओपनिंग की और अच्छी शुरुआत भी दिलाई। इन दोनों ने पहले विकेट के लिए 64 रनों की साझेदारी की। हालांकि, दोनों ओनपरों के विकेट एकसाथ गिरने के बाद दिनेश कार्तिक और रिषभ पंत ने सूझबूझ से बल्लेबाजी की, लेकिन कार्तिक के आउट होने पर धौनी 2 रन बनाकर चलते बने। अगली ही गेंद पर रिषभ पंत ने भी अपना विकेट गंवा दिया और इस तरह मिडल ऑर्डर उम्मीद के मुताबिक परफॉर्म नहीं कर सका।

दो विकेट साथ गिरने से नुकसान

भारतीय टीम अच्छी शुरुआत मिलने के बाद दोहरे विकेट खोने से भी परेशान रही। इससे टीम इंडिया की रनगति पर भी असर पड़ा। पहले केसरिक विलियम्स के ओवर में कोहली और धवन (रन आउट) के विकेट गिरे तो बाद में रिषभ पंत और धौनी के विकेट एक ही ओवर में गिरे। 7 महीने तक विंडीज टीम से बाहर रहे जेरोम टेलर के पहले ओवर में 13 रन बने थे, लेकिन उन्होंने बेहतरीन वापसी करते हुए पहले महेंद्र सिंह धौनी और उसके बाद ऋषभ पंत को पवेलियन भेजा। ऐसे में एक समय में 200 रनों से स्कोर से पार जाती दिख रही टीम इंडिया का स्कोर भी कम रहा। 

टीम इंडिया की लचर फील्डिंग

टीम इंडिया के लिए मैच छठे ओवर में ही हाथ से निकल गय था, जब एविन लेविस का कैच छूटा था। मोहम्मद शमी और विराट कोहली में हुए गतिरोध के बाद उनका कैच ड्रॉप हो गया था। विराट कैच लेने की बेहतर स्थिति में थे, लेकिन दोनों ही हवा और स्टेडियम में शोर के कारण एक-दूसरे की कॉल नहीं सुन पाए। अगले ओवर में दिनेश कार्तिक भी उनका कैच लेने में असफल रहे। इसके बाद लेविस ने 62 गेंदों में 12 छक्के जड़ते हुए 125 रन बनाए और अपनी टीम को मैच जिता दिया।

भारतीय गेंदबाजों का बेअसर प्रदर्शन

टीम इंडिया के गेंदबाज हवा चलने की वजह से या किसी और वजह से सटीक गेंदबाजी करने में नाकाम रहे। टीम ने 15 अतिरिक्त रन दिए, जिसमें से 8 रन वाइड के थे। इसके अलावा मोहम्मद शामी ने 15 से ज्यादा के इकॉनमी रेट से रन लुटाए तो जडेजा जैसे किफायती गेंदबाज ने करीब 12 के रेट से रन खर्च किए। भारत के लिए सबसे किफायती गेंदबाज कुलदीप यादव साबित हुए, जिनका इकॉनमी रेट भी 8.50 का रहा। ऐसे में किसी भी टीम के लिए बड़े से बड़ा लक्ष्य की रक्षा करना मुश्किल हो सकता है। 

 

वेस्टइंडीज की दमदार बल्लेबाजी

वेस्टइंडीज की शुरुआत भारत के मुताबले थोड़ा खराब रही और उसके विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल 20 गेंदों पर 18 रन बनाकर चलते बने। हालांकि, इसके बाद वेस्टइंडीज का एक भी विकेट नहीं गिरा और मार्लोन सैमुअल्स ने एविन लेविस के साथ मिलकर टीम को 9 विकेट से जीत दिला दी। लेविस ने 62 गेंदों में 125 रन बनाए। सैमुअल्स ने 29 गेंदों में 36 रन बनाए। वेस्टइंडीज ने 18.3 ओवर में 194 रन बनाकर जीत हासिल की। लेविस और सैमुअल्स को देखकर लग रहा था कि अगर भारतीय टीम का स्कोर 220 या 225 रन भी होता तो भी वह इसे हासिल कर सकते थे। 

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