3 साल की अव्या 14000 मील का सफर कार से तय करके टीम इंडिया को सपोर्ट करने पहुंची इंग्लैंड
World Cup 2019 semi final India vs New Zealand वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को सपोर्ट करने 14000 मील का सफर तय करके ये परिवार इंग्लैंड पहुंचा हुआ है।
अभिषेक त्रिपाठी, मैनचेस्टर। कुछ लोगों के लिए क्रिकेट के मायने क्या हैं, इसे समझना आम व्यक्ति के लिए आसान नहीं है। कुछ ऐसा ही है माथुर परिवार, जो क्रिकेट विश्व कप में अपनी टीम का समर्थन करने सड़क यात्रा करके सिंगापुर से कार से इंग्लैंड पहुंचा है। तीन पीढि़यों के इस परिवार ने अपने सफर की शुरुआत ठीक उसी समय की थी जब यह विश्व कप शुरू हुआ था। करीब 14000 मील का सफर, 17 देशों और दो महाद्वीपों से गुजरते हुए माथुर परिवार सिंगापुर से इंग्लैंड पहुंच चुका है।
विश्व कप में अपनी टीम का समर्थन करने पहुंचे माथुर परिवार के सदस्य उम्मीद कर रहे हैं कि उनका यह सफर भारत के विश्व चैंपियन बनने के साथ 14 जुलाई को लॉर्ड्स में समाप्त होगा। इस परिवार में तीन साल के नन्ही अव्या से 67 साल के दादा जी अखिलेश तक शामिल हैं। यह परिवार सात सीटों वाली कार से 28 मई को सिंगापुर से रवाना हुआ था और गुरुवार को लंदन पहुंचा। परिवार ने भारतीय टीम की श्रीलंका पर शनिवार को मिली जीत का लुत्फ उठाया। सीधे फ्लाइट लेने की जगह आंधी, तूफान और बर्फ में सात सप्ताह का सफर करने के पीछे की वजह बताते हुए दो बच्चों के पिता अनुपम ने कहा कि हमने सोचा कि हमें भारत का समर्थन करने जाना चाहिए। हवाई जहाज से जाना सबसे आसान था, लेकिन हमने सोचा चलो देश के लिए कुछ खास करते हैं और सभी मिलकर करते हैं। इस सफर में अनुपम के माता-पिता अखिलेश और अंजना, छह साल का बेटा अविव, 34 वर्षीय पत्नी अदिति और बेटी अव्या शामिल हैं। यह पहला मौका नहीं था जब अनुपम ने कार के जरिये दुनिया का सफर करने का फैसला किया। इससे पहले वह करीब 60000 मील (96000 किमी) के सफर में 36 देशों का भ्रमण कर चुके हैं।
हेडिंग्ले में जब श्रीलंका को भारत ने हराया तो इस परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं था और उसके बाद वह मैनचेस्टर पहुंचे। यहां उन्होंने भारत-न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल देखा। अनुपम ने कहा कि हम सिंगापुर से मलेशिया, थाइलैंड, लाओस, चीन, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान, कजाखिस्तान, रूस, फिनलैंड, स्वीडन, डेनमार्क, जर्मनी, नीदरलैंड्स, बेल्जियम, फ्रांस का सफर करते हुए इंग्लैंड पहुंचे। अभी हमें स्कॉटलैंड, वेल्स, नॉर्दन आयरलैंड और रिपब्लिक ऑफ आयरलैंड भी जाना है। यह कुल 22000 किलोमीटर का सफर हो जाएगा। अनुपम का परिवार चेन्नई से संबंध रखता है लेकिन पिछले 14 वर्षों से वे सिंगापुर में रहते और काम करते हैं। परिवार ने अपनी यात्रा के दौरान जरूरत का सभी सामान अपने साथ रखा है, जिसमें 17 बैग शामिल हैं। अनुपम कहते हैं कि यह जीवन में एक बार होने वाली यात्रा है जो आपका जीवन बदल सकती है। हमारे पास 17 बैग हैं और भारतीय उच्चायोग ने हमसे हमारी यात्रा शुरू होने के समय 18वें बैग के लिए भी जगह बना लेने के लिए कहा था ताकि हम उसमें विश्व कप ट्रॉफी ला सकें।