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World Cup 2019 Exclusive: दिग्गज क्रिकेटर मदन लाल ने विराट कोहली को लेकर कही ये बात

World Cup 2019 Exclusive क्रिकेट के कई जानकार विराट के आक्रामक रवैये की आलोचना भी कर चुके हैं लेकिन मदन लाल को विराट कोहली के आक्रामक तेवर में गलती नहीं दिखती।

By Vikash GaurEdited By: Published: Tue, 28 May 2019 10:31 AM (IST)Updated: Tue, 28 May 2019 10:31 AM (IST)
World Cup 2019 Exclusive: दिग्गज क्रिकेटर मदन लाल ने विराट कोहली को लेकर कही ये बात
World Cup 2019 Exclusive: दिग्गज क्रिकेटर मदन लाल ने विराट कोहली को लेकर कही ये बात

नई दिल्ली, अभिषषेक त्रिपाठी। इंग्लैंड में विश्व कप के दौरान काफी गर्मी प़़डने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में जब गर्म मौसम में तेवर भी आक्रामक होंगे तो मैदान पर अलग की नजारा देखने को मिलेगा। दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमी एक बार फिर विराट कोहली पर नजर ग़़डाए बैठे होंगे जो मैदान पर अपने आक्रामक तेवर के लिए खासे मशहूर हैं। क्रिकेट के कई जानकार विराट के आक्रामक रवैये की आलोचना भी कर चुके हैं, लेकिन 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे मदन लाल को विराट कोहली के आक्रामक तेवर में कोई गलती दिखाई नहीं देती। विश्व कप में विराट एंड कंपनी की संभावनाओं पर मदन लाल से अभिषषेक त्रिपाठी ने विशेष बात बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश :

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प्रश्न : विश्व कप के लिए चुनी गई टीम को देखकर आप भारत से कैसे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं?

मदनलाल: भारतीय टीम तो काफी अच्छी है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि टीम अच्छी चुनी गई है, लेकिन रिषभ पंत होते तो ज्यादा अच्छा होता। मेरा मानना है कि पंत को विश्व कप के लिए चुना जाना चाहिए था। हालांकि फिर भी कहूंगा कि टीम काफी अच्छी और अनुभवी है। इस टीम ने पिछले दो-तीन साल में अच्छा प्रदर्शन किया है। जहां तक विश्व कप में संभावना की बात है तो बाकी टीमों की तरह हमारी भी अच्छी संभावना है।

प्रश्न: चौथे नंबर को लेकर विजय शंकर को अंबाती रायुडू पर तरजीह दी गई। कोच कह रहे हैं कि इस क्रम को लेकर कई विकल्प हैं। आपकी क्या राय है?

मदनलाल: कोच ने बिलकुल सही बात कही है। सही में हमारे पास इस क्रम को लेकर कई विकल्प हैं, लेकिन मेरा मानना है कि केएल राहुल को इस क्रम पर बल्लेबाजी करानी चाहिए। जब टीम में चयन के लिए रायुडू से थोड़े अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी तब वह कुछ खास नहीं कर पाए। यही वजह है कि उनका चयन नहीं हो सका। वैसे चार नंबर पर दिनेश कार्तिक भी खेल सकते हैं। अब शंकर को लेकर टीम क्या सोचती है, यह देखने वाली बात है। अगर बीच के ओवरों में उनसे गेंदबाजी करानी होगी तो उनके बारे में विचार किया जा सकता है। बाकी मेरा मानना है कि चौथे नंबर के लिए राहुल और कार्तिक ही सही विकल्प साबित हो सकते हैं। अगर राहुल को शुरू-शुरू में ज्यादा मौके दिए जाते हैं तो यह अच्छा रहेगा। इंग्लैंड एक ऐसी जगह है जहां चौथे नंबर या किसी अन्य नंबर पर खेलना ज्यादा मायने नहीं रखता क्योंकि हर समय गेंद वहां पर थो़डी स्विंग करती रहती है।

प्रश्न: 1983 में कपिल देव, 2011 में महेंद्र सिंह धौनी और अब विराट कोहली की कप्तानी को कैसे आंकते हैं?

मदन लाल: हर किसी का कप्तानी करने का अपना-अपना तरीका है। विराट एक आक्रामक कप्तान हैं और बल्ले से भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं। धौनी की बात करें तो उन्हें हम एक कूल कप्तान के तौर पर जानते हैं। वहीं कपिल एक ऑलराउंडर थे जो विकेट निकालते थे और बल्ले से रन भी बनाते थे। वह दोनों विभाग में अपने अच्छे प्रदर्शन के जरिये मैच जिता सकते थे। ऐसे में मेरा मानना है कि हर कप्तान अपनी क्षमता के हिसाब से कप्तानी करता है और मैच जिताने की कोशिश करता है।

प्रश्न: अक्सर मैदान पर कोहली के आक्रामक तेवर को लेकर सवाल उठते हैं। इस पर आपकी क्या राय है?

मदन लाल: मेरे लिए विराट की आक्रामकता कहीं से गलत नहीं है। यह टीम हित में अच्छी बात है। पहले हम कहते थे कि भारतीय क्रिकेटर आक्रामक नहीं हैं और अब जब आक्रामक हो रहे हैं तो लोग सवाल उठा रहे हैं। कोहली जुनून के साथ खेलते हैं, वह जीतना चाहते हैं और खिला़ि़डयों को पूरा मौका देते हैं। खुद आगे आकर प्रदर्शन भी करते हैं। उन में अच्छे निर्णय लेने की क्षमता है।

प्रश्न: आप 1983 में विश्व विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे थे। आप इंग्लैंड में अपने अनुभव के आधार पर वहां भारतीय टीम को कैसे खेलने की सुझाव देंगे?

मदन लाल: इंग्लैंड में विश्व कप में टीम का प्रदर्शन वहां की परिस्थितियों पर बहुत कुछ निर्भर करेगा। गेंद स्विंग तो वहां होती ही है, लेकिन वहां बहुत कुछ सोच समझ के रणनीति अपनानी होगी। इंग्लैंड में 260 और 280 बनाकर भी मैच जीते जा सकते हैं क्योंकि वहां तेज गेंदबाज ज्यादा प्रभावी होते हैं। ऐसे में अगर भारतीय टीम के तेज गेंदबाज शुरआती सफलताएं हासिल करते हैं तो हमारे स्पिनर्स भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। अगर आप अपनी रणनीतियों में कामयाब होते हैं तो आपके जीतने की संभावना ब़़ढ जाती है। अगर दो--तीन विकेट जल्द गिर जाते हैं तो किसी दूसरे बल्लेबाज को आकर अच्छे स्कोर करने होंगे। अगर किसी ने अच्छा कैच कर लिया या किसी ने एक अच्छा रन आउट कर दिया तब भी मैच में आपकी संभावना ब़़ढ जाती है। अगर आप ऐसा करते हैं तो मुझे नहीं लगता कि आपके लिए चिंता की कोई बात है।

प्रश्न: हाल के दिनों में इंग्लैंड में काफी रन बनते देखा गया। ऐसे में क्या उम्मीद की जाए कि इस बार इंग्लैंड विश्व कप में ब़़डे स्कोर वाले मुकाबले देखने को मिलेंगे?

मदन लाल: इंग्लैंड के मैदान छोटे हैं जिसकी वजह से वहां रन ज्यादा बनते हैं। दूसरी बात यह है कि क्रिकेट में आज गेंदबाजों के लिए इतनी पाबंदी है, इतने सारे नियम हैं। पावर प्ले है। ऐसे में वहां ब़़डे स्कोर बन सकते हैं।

प्रश्न: आप एक ऑलराउंडर रहे हैं। ऐसे में आप इंग्लैंड में एक ऑलराउंडर की भूमिका को कैसे देखते हैं?

मदन लाल: टीम में ऑलराउंडर की भूमिका इसलिए अहम हो जाती है क्योंकि एक ऑलराउंडर आपकी टीम के संतुलन को बना देता है। आप एक गेंदबाज ऑलराउंडर को खिलाकर अपनी टीम में पांच तेज गेंदबाज रख सकते हैं। अगर टीम में हार्दिक पांड्या जैसा ऑलराउंडर हो तो वह अच्छी गेंदबाजी के साथ अच्छी बल्लेबाजी भी कर सकता है। ऐसे में टीम में एक ऑलराउंडर के रहने के फायदे ही फायदे हैं। इसका कोई नुकसान नहीं है। हालांकि यह बहुत कुछ निर्भर करता है कि वह किस तरह का ऑलराउंडर है। अगर गेंदबाजी ऑलराउंडर है तो और भी अच्छी बात है। क्योंकि अगर वह अपने 10 ओवर की गेंदबाजी में कम रन देता है तब भी उसकी उपयोगिता साबित हो जाती है।

प्रश्न: हार्दिक पांड्या के हालिया प्रदर्शन को देखकर आप उन्हें कैसे आंकते हैं?

मदन लाल: हार्दिक एक अच्छा ऑलराउंडर है। इस विश्व कप में उसकी भूमिका काफी अहम होनी चाहिए। विश्व कप में वह अच्छा प्रदर्शन करता है तो हमारे खिताब जीतने की संभावना ब़़ढ जाएगी।

प्रश्न: भारत की गेंदबाजी लाइन-अप को लेकर आपके क्या विचार हैं। आपके हिसाब से किन दो या तीन गेंदबाजों को ज्यादा मौके मिलने चाहिए?

मदन लाल: मेरे हिसाब से जसप्रीत बुमराह, मो. शमी और हार्दिक पांड्या तो टीम में खेलने ही चाहिए और इनके साथ दो स्पिनर भी मैदान में उतरने चाहिए। हालांकि वहां की परिस्थितियां के हिसाब से भुवनेश्वर कुमार, शमी, बुमराह और हार्दिक भी एक साथ खेल सकते हैं।

प्रश्न: आज कल कलाई के स्पिनरों का जमाना है। हमारे पास भी दो आला दर्जे के कलाई के स्पिनर हैं। आपके हिसाब से ये हमारे लिए कितना फायदेमंद साबित होंगे?

मदन लाल: हमारे स्पिनर भी इंग्लैंड में असरदार साबित हो सकते हैं, लेकिन यह बहुत कुछ निर्भर करता है कि हमारे तेज गेंदबाज कैसा प्रदर्शन करते हैं। क्योंकि अगर तेज गेंदबाज शुरू-शुरू में हमें विकेट दिलाते हैं तो फिर ये बीच के ओवरों में असरदार साबित होंगे। युजवेंद्रा सिंह चहल और कुलदीप यादव दोनों ही मैच जिताने वाले स्पिनर हैं। ऐसे में इनका प्रदर्शन भी अच्छा होना ही चाहिए।

प्रश्न: आपके हिसाब से वे कौन सी टीमें हैं जो सेमीफाइनल या फाइनल तक पहुंच सकती हैं?

मदन लाल: मेरे हिसाब से इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, भारत और पाकिस्तान विश्व कप के सेमीफाइनल तक पहुंचेंगे। पाकिस्तान को मैं इसलिए सेमीफाइनल में देख रहा हूं क्योंकि उसकी गेंदबाजी अच्छी है।

प्रश्न: भारत में क्रिकेट के विकास में 1983 विश्व कप की खिताबी जीत की कितनी अहम भूमिका रही है?

मदन लाल: मेरे हिसाब से 1983 विश्व कप की खिताबी जीत आज भी भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे ब़़डी जीत है। तमाम मुश्किलों के बावजूद हमने तब की सबसे मजबूत वेस्टइंडीज की टीम को फाइनल में हराया। वहीं से हमारी क्रिकेट का जन्म हुआ और आज इस स्थिति में है।

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