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20 टांके लगने के बाद भी बदला लेने के लिए गेंदबाजी करने उतरा था, वसीम अकरम का खुलासा

अकरम ने इस बात का खुलासा किया है कि एक मैच में वह बदला लेने के इरादे के मैदान पर उतरे थे। वह साउथ अफ्रीकी दिग्गज गेंदबाज एलन डोनाल्ड के बाउंसर का बदला वैसे ही लेना चाहते थे।

By Viplove KumarEdited By: Published: Mon, 08 Jun 2020 05:00 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jun 2020 05:00 PM (IST)
20 टांके लगने के बाद भी बदला लेने के लिए गेंदबाजी करने उतरा था, वसीम अकरम का खुलासा
20 टांके लगने के बाद भी बदला लेने के लिए गेंदबाजी करने उतरा था, वसीम अकरम का खुलासा

नई दिल्ली, जेएनएन। पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज वसीम अकरम को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्विंग गेंदबाजों में शुमार किया जाता है। कपिल देव से सबसे ज्यादा वनडे विकेट के रिकॉर्ड को तोड़ने वाले अकरम ने इस बात का खुलासा किया है कि एक मैच में वह बदला लेने के इरादे के मैदान पर उतरे थे। वह साउथ अफ्रीकी दिग्गज गेंदबाज एलन डोनाल्ड के बाउंसर का बदला वैसे ही लेना चाहते थे।

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पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज बासित अली के साथ बात करते हुए वसीम ने वर्ल्ड क्रिकेट के बेहतरीन तेज गेंदबाजों को चुना। इसमें वेस्टंडीज के दिग्गजों के साथ ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीकी गेंदबाज का नाम भी शामिल था। उन्होंने कहा, "वेस्टइंडीज की टीम के कर्टली एम्ब्रोस और कर्टनी वॉल्स थे। ग्लेन मैक्ग्रा भी थे। एलेन डोनाल्ड भी एक महान गेंदबाज थे। मेरा मतलब है कि यह सभी लोग कमाल के थे।"

 

डोनाल्ड का नाम लेने के साथ ही उन्होंने उनसे जुड़ी एक पुरानी घटना याद की जो इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेलने के दौरान हुई थी। उन्होंने बताया कि कैसे साउथ अफ्रीकी दिग्गज की एक खतरनाक तेज रफ्तार गेंद पर वो चोटिल हुए थे और उनको 20 टांके लगे थे। 

"मेरे चिन पर यहां 20 टांके लगे थे। मुझे लगता है यह साल 1989 की बात है और एक असमतल उछाल वाली पिच पर मैं आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने गया था। उन्होंने एक शॉट गेंद डाली, वह आसानी से 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंद डाल लेते थे। मैं भी युवा ही था और गेंद को पुल करना चाहा और यह बल्ले के उपरी भाग पर लगकर मेरी चिन के निचले भाग में लगी।" 

"मैं बदला लेना चाहता था और सोच लिया था कि उस गेंदबाज को नहीं छोड़ूंगा। मैं अस्पताल गया और दांत के डॉक्टर ने दस टांके बाहर और इतने ही अंदर लगाए। मेरा घाव काफी गहरा था। मुझे दो चार दिन के लिए आराम करने की सलाह दी गई लेकिन मैंने कहा, मैं वहां जाकर गेंदबाजी करना चाहता हूं। मैंने शाम को गेंदबाजी की और हम मैच जीत गए लेकिन मजे की बात यह रही कि डोनाल्ड कभी बल्लेबाजी करने ही नहीं आए क्योंकि वो डरे हुए थे।"


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