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सहवाग ने बताया, दिनेश कार्तिक ने लगाई आग और फिर अश्विन और मोर्गन के बीच का विवाद बढ़ा

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में मैं सबसे बड़ा दोषी दिनेश कार्तिक को मानता हूं। अगर वो इस मामले पर बात नहीं करते तो शायद इस तरह का बवाल नहीं मचता।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 01 Oct 2021 05:16 PM (IST)Updated: Fri, 01 Oct 2021 05:16 PM (IST)
सहवाग ने बताया, दिनेश कार्तिक ने लगाई आग और फिर अश्विन और मोर्गन के बीच का विवाद बढ़ा
आर अश्विन व मोर्गन के बीच बीचबचाव करते दिनेश कार्तिक (एपी फोटो)

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। आइपीएल 2021 में दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच खेले गए लीग मैच के दौरान दिल्ली के आलराउंडर आर अश्विन और केकेआर के कप्तान इयोन मोर्गन के बीच मैदान पर जो झड़प हुई उसने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा था। अश्विन और मोर्गन के बीच काफी तीखी बहस देखी गई थी और इस दौरान केकेआर के विकेटकीपर दिनेश कार्तिक दोनों को शांत करते हुए नजर आए थे। बाद में इस विवाद ने बड़ा रूप ले लिया था और इसकी जमकर चर्चा हुई थी। अब इस मामले पर टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज व कमेंटेटर वीरेंद्र सहवाग ने अपनी राय रखी। 

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वीरेंद्र सहवाग ने क्रिकबज के साथ बात करते हुए कहा कि इस पूरे प्रकरण में मैं सबसे बड़ा दोषी दिनेश कार्तिक को मानता हूं। अगर वो इस मामले पर बात नहीं करते तो शायद इस तरह का बवाल नहीं मचता। अगर मीडिया के सामने कार्तिक ये कह देते कि ये महज एक कहा-सुनी थी जो खेल के दौरान होता रहता है और उससे ज्यादा कुछ नहीं था। इस बात पर उन्हें सफाई देने की जरूरत ही नहीं थी कि वो इसके बारे में ऐसा सोचते हैं वैसा सोचते हैं। मैदान पर जो घटना हुई उसे वहीं छोड़ देने की जरूरत थी ना कि उसे मैदान के बाहर लाने की । अगर मैदान पर हुई घटनाएं बाहर आने लगी तो हर मैच में कुछ ना कुछ इस तरीके की घटना होगी। मेरे हिसाब से खेल भावना तो यही है कि मैदान पर जो कुछ हुआ आप उसे वहीं भूल जाएं और आगे की तरफ ध्यान दें। कार्तिक को मीडिया के सामने इस बात पर अपनी राय रखनी ही नहीं थी और इसे हल्की नोंकझोंक बताकर टाल देने की आवश्यकता थी।

इसके अलावा सहवाग ने आर अश्विन का पक्ष लेते हुए कहा कि उन्होंन कुछ भी गलत नहीं किया। वो खेल के नियम के अंदर ही सारा काम कर रहे थे और ना ही उन्होंने किसी भी खेल के नियम को तोड़ा। अगर वो बीच में नहीं आते हैं तो वो दौड़ सकते हैं। वहीं इस पूरे मामले में आर अश्विन ने ट्वीट करके अपना पक्ष रखा था और लिखा था कि जब मैंने फील्डर को थ्रो करते हुए देखा तो मैं दौड़ने के लिए मुड़ चुका था और मुझे इस बात का पता ही नहीं चला की वो गेंद रिषभ पंत को जाकर लग गई थी। अगर गेंद रिषभ को लगता देखता तो क्या मैं रन लेने के लिए दौड़ता। हालांकि अगर बल्लेबाज को गेंद लगी है तो इसमें क्या गलत है और मैं इस स्थिति में भी रन लेने के लिए दौड़ सकता था और इसकी मुझे इजाजत है क्योंकि ये नियम से अलग नहीं है। मैं इयोन मार्गन के कहने से खराब नहीं हो जाता। 


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