सहवाग और अफरीदी ने खोले राज, बताया इनसे लगता था सबसे ज्यादा डर
सहवाग ने कहा कि मुझे पता नहीं था कि ये गेंदबाज कब मेरे सिर पर गेंद मार देगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तूफानी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर बूम-बूम शाहिद अफरीदी ने एक ऐसा राज खोला जिसके बारे शायद ही किसी को पता था। इन दोनों बल्लेबाजों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर के दौरान इन्हें सबसे ज्यादा डर किस खिलाड़ी से लगता था।
सहवाग ने कहा कि वो बल्लेबाजी के दौरान जिस गेंदबाज का सामना करने से सबसे ज्यादा डरते थे वो थे पाकिस्तान के रावलपिंडी एक्सप्रेस शोएब अख्तर। वीरू ने कहा कि मुझे पता नहीं होता था कि वो अपनी किस गेंद से मेरे जूते पर हिट कर देंगे या फिर उनकी कौन सी गेंद मेरे सिर से टकराएगी। उन्होंने अपने कई बाउंसर मेरे सिर पर भी मारे। मैं उनका सामना करने से डरता था लेकिन उनकी गेंद पर शॉट लगाने में भी मुझे काफी मजा आता था।
दूसरी तरफ अफरीदी ने कहा कि वो बल्लेबाजी के दौरान तो किसी गेंदबाज से नहीं डरते थे लेकिन जब वो गेंदबाजी करते थे तब उन्हें सबसे ज्यादा डर सहवाग को गेंदबाजी करने से लगता था। सहवाग के अलावा मैं अन्य किसी बल्लेबाज को गेंदबाजी करने में ज्यादा परेशानी महसूस नहीं करता था।
सहवाग और अफरीदी ने ये भी बताया कि उनके क्रिकेट करियर के दौरान दोनों का सबसे फेवरेट पल कौन सा था। सहवाग ने कहा कि जब भारत ने वर्ष 2007 टी 20 विश्व कप जीता और फिर हमने वर्ष 2011 में क्रिकेट विश्व कप जीता ये मेरे लिए अपने क्रिकेट जीवन का सबसे बेहतरीन पल था। सहवाग ने कहा कि उस वक्त हमारी टीम काफी युवा थी और किसी ने ये नहीं सोचा था कि हम इतना अच्छा खेलेंगे और जीतेंगे। वर्ष 2011 से पहले दुनिया की किसी भी टीम ने अपने घर में विश्व कप नहीं जीता था। ऐसा पहली बार हुआ कि जिस देश ने क्रिकेट विश्व कप की मेजबानी की उसने खिताब भी जीता।
अफरीदी ने बताया कि वर्ष 2009 में टी 20 विश्व कप जीतना मेरे लिए सबसे सुखद पल था। ये इसलिए क्योंकि पाकिस्तान में श्रीलंका की टीम के साथ जो घटना घटी थी उसकी वजह से पाकिस्तान क्रिकेट संघर्ष कर रहा था। ये जीत हमारे देश के क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिए काफी जरूरी था।