Move to Jagran APP

स्टीव वॉ और ब्रायन लारा से हो सकती है विराट कोहली की तुलना- श्रीकांत

श्रीकांत ने कहा कि अगर मुझे किसी से कोहली की तुलना करनी हो तो मेरे जेहन में दो नाम आते हैं। एक ब्रायन लारा और दूसरे स्टीव वॉ।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 06:10 PM (IST)Updated: Sat, 07 Dec 2019 06:10 PM (IST)
स्टीव वॉ और ब्रायन लारा से हो सकती है विराट कोहली की तुलना- श्रीकांत
स्टीव वॉ और ब्रायन लारा से हो सकती है विराट कोहली की तुलना- श्रीकांत

(क्रिस श्रीकांत का कॉलम)

loksabha election banner

मैं दुनियाभर के क्रिकेट लेखकों की दुविधा समझ सकता हूं। विराट कोहली के बारे में कुछ भी नया लिखना बेहद मुश्किल होता जा रहा है। ईमानदारी से कहूं तो मैंने किसी भी बल्लेबाज को इस स्तर पर इतना निरंतर बेहतरीन प्रदर्शन करते नहीं देखा। मेरे हिसाब से चुनौतियों को स्वीकार करने की क्षमता और लक्ष्य पर ध्यान उनकी सबसे बड़ी ताकत है। जब उन्होंने 2009 में वापसी की थी तो हम सभी जानते थे कि वो खास खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्होंने सभी की अपेक्षाओं से आगे बढ़ गए हैं, मेरी भी।

अगर मुझे किसी से कोहली की तुलना करनी हो तो मेरे जेहन में दो नाम आते हैं। एक ब्रायन लारा और दूसरे स्टीव वॉ। लक्ष्य का पीछा करते हुए कोहली का खेल अलग स्तर पर पहुंच गया। जिस समय मैंने क्रिकेट खेला, अगर वो जावेद मियांदाद और विव रिचडर्स का युग था तो ये पीढ़ी कोहली के असाधारण प्रदर्शन से जानी जाएगी। तीसरे क्रम के किसी भी बल्लेबाज के लिए बड़े लक्ष्य का पीछा करने तक नाबाद रहना आसान नहीं होता। मगर भारतीय कप्तान ने असाधारण निरंतरता के साथ ऐसा करने में कामयाबी हासिल की है।

हैदराबाद में मिली जीत ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारतीय गेंदबाजों को क्या करने की जरूरत है। पिच सपाट थी, फील्डिंग साधारण थी और भारतीय गेंदबाज आक्रामक बल्लेबाजों की फौज का सामना कर रहे थे। लेकिन भारत को अंतिम ओवरों में और विकल्प आजमाने चाहिए थे। आखिरकार सभी को मौका देना इसलिए भी अहम है क्योंकि अगर ऐसा न किया गया तो गेंदबाज सुस्त हो सकते हैं। खासकर ये देखते हुए कि ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप से पहले भारत को करीब 10 टी-20 मैच ही और खेलने हैं।

निश्चित रूप से जब जसप्रीत बुमराह की वापसी होगी व मुहम्मद शमी और कुलदीप यादव टी-20 अंतिम एकादश में लौटेंगे तो टीम की योजना भी बदलेगी। बावजूद इसके मौजूदा संसाधनों के साथ भी गेंदबाज और बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। अगले दो मुकाबले सीखने के लिहाज से बेहतरीन होंगे और जैसा कि मैं पहले भी कह चुका हूं, इस प्रारूप में वेस्टइंडीज की टीम एक कड़ी चुनौती है। भारत ने अगर ये टेस्ट पास करते हुए सीरीज जीत ली तो ये विश्व कप की तैयारियों के लिहाज से उसकी बड़ी जीत होगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.