वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल से बाहर होने के बाद ड्रेसिंग रूम में फूट-फूटकर रोया था ये खिलाड़ी
इंग्लैंड और वेल्स में खेले गए वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में भारत की तरह ऑस्ट्रेलिया टीम भी हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंग्लैंड और वेल्स में खेले गए वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में भारतीय टीम हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई। ठीक इसी तरह ऑस्ट्रेलियाई टीम को भी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल से इंग्लैंड के हाथों हारकर बाहर होना पड़ा था। वनडे इंटरनेशनल फॉर्मेट की सबसे सफल टीम ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड कप 2019 का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में टीम धराशायी हो गई थी। इसी दौरान कंगारू टीम का एक खिलाड़ी ड्रेसिंग रूप में फूट-फूटकर रोया था, जिसका खुलासा अब हो गया है।
इंग्लैंड के हाथों 8 विकेट से मिली हार के साथ ऑस्ट्रेलिया का वर्ल्ड कप का सफर सेमीफाइनल के साथ समाप्त हो गया। सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक बदलाव किया था और उस्मान ख्वाजा की जगह पीटर हैंड्सकॉम्ब को प्लेइंग इलेवन में जगह दी थी, क्योंकि ख्वाजा को आखिरी लीग मैच में साउथ अफ्रीका के खिलाफ हैमस्ट्रिंग इंजरी हुई थी, जिसके कारण वे खेल नहीं पाए थे। अब उसी सेमीफाइनल के बारे में उस्मान ख्वाजा ने बताया है कि टीम के बाहर होने के दौरान उनकी आंखों में आसूं थे।
पहली बार ड्रेसिंग रूम में रोए थे ख्वाजा
33 साल के उस्मान ख्वाजा ने फॉक्स स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा है, "मैं जानता था कि मेरा वर्ल्ड कप का सफर समाप्त हो गया है, जिसने मुझे बुरी तरह तोड़ दिया था। यह मेरी जिंदगी में पहला मौका था जब ड्रेसिंग रूम में मेरी आंखों में आंसू थे। सभी भावनाओं के साथ जो चल रहा था, मुझे नहीं पता था कि कैमरा वहां था। यह सब कुछ उस बिंदु तक हुआ था। टीम के लिए बहुत मेहनत की, लेकिन सब खत्म हो गया।" ख्वाजा ने लीग मैचों में 2 अर्धशतक जड़े थे।
उन्होंने आगे कहा, “मैं बहुत कम मौकों पर रोता हूं। मेरा सपना था कि मैं विश्व कप तो खेलूं ही, उसका सेमीफाइनल और फाइनल खेलने की भी इच्छा थी। मैंने ईमानदारी से सोचा था कि हम जीत रहे हैं। यहां तक कि जब मैं चोटिल हो गया था तब भी यही सोच रहा था कि मह जीत रहे हैं। मुझे ऐसा लगा कि मेरी हैमस्ट्रिंग इंजरी ने टीम को थोड़ा मुश्किल में डाल दिया है। खासतौर पर उस मुकाबले में। वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मिस करना मेरे लिए दिल तोड़ने वाली बात थी।"