द्रविड़ और लक्ष्मण के खिलाफ गेंदबाजी करने से डर गए थे उमेश यादव, खुद किया खुलासा
उमेश ने दिलिप ट्रॉफी के दौरान पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के सामने गेंदबाजी की थी। सेंट्रल जोन और साउथ जोन के बीच साल 2008-09 में यह मुकाबला खेला गया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने माना है कि दुनिया के दो महानतम टेस्ट बल्लेबाज को गेंदबाजी करना करियर में सबसे मुश्किल रहा। उमेश ने दिलिप ट्रॉफी के दौरान पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के सामने गेंदबाजी की थी। सेंट्रल जोन और साउथ जोन के बीच साल 2008-09 में यह मुकाबला खेला गया था।
पूर्व भारतीय दिग्गज द्रविड़ और लक्ष्मण को दुनिया से सर्वश्रेष्ठ सर्वकालिक टेस्ट बल्लेबाजों में शुमार किया जाता है। द्रविड़ को द वॉल जबकि लक्ष्मण को वेरी वेरी स्पेशल का उप नाम दिया गया था। साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस जोड़ी की ऐतिहासिक साझेदारी की मदद से भारत ने टेस्ट क्रिकेट की सबसे यादगार जीत दर्द की थी।
उमेश यादव ने बताया कि पहली बार घरेलू मैच में उन्होंने द्रविड़ और लक्ष्मण के सामने गेंदबाजी की थी। उन्होंने कहा, जब मैं दिलिप ट्रॉफी का मुकाबला खेलने गया और टीम के बारे में पता चला कि मुझे राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के खिलाफ गेंदबाजी करनी होगी। मैं तो बहुत ही डर गया था। मैंने कभी भी नहीं सोचा था कि ऐसे दबाव में मैं इतनी अच्छी स्पेल कर पाउंगा।
इस मैच में यादव ने पहली पारी में लक्ष्मण को 13 रन पर जबकि द्रविड़ को 7 रन से स्कोर पर आउट किया था और 5 विकेट लेने में कामयाब हुए थे। यहां से उनका आत्मविश्वास बढ़ा और 16 महीने बात ही उनको भारत की तरफ से खेलने का मौका मिला। "मैंने साउथ जोन की तरफ से खेलते हुए 5 विकेट हासिल किए थे और मैंने द्रविड़ के साथ लक्ष्मण के बड़े विकेट हासिल किए। इसने मुझे बहुत ज्यादा आत्मविश्वास दिया।"
"लोग कहते हैं कहते हैं उनकी स्थिति कठिन है या उनका जीवन बहुत ही मुश्किल है और वो बहुत ही ज्यादा संघर्ष कर रहे हैं। मैं सबसे यही कहना चाहूंगा, किसी का भी जीवन आसान नहीं है। सबसे अहम चीज है विश्वास और अगर आपको अपने आप पर भरोसा है तो सफलता मिलेगी जो जगह की जीवन में जरूरत है, उसके लिए कोई और रास्ता नहीं है।"