विराट व पेन के बीच हुए विवाद को शमी ने क्रिकेट की सामान्य घटना करार दिया
मुहम्मद शमी ने कहा कि यह खेल का हिस्सा है और इसमें कुछ भी गंभीर नहीं है।
पर्थ। भारतीय कप्तान विराट कोहली और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन के बीच सीरीज के दूसरे टेस्ट के दौरान हुए विवाद पर भारत के तेज गेंदबाज मुहम्मद शमी ने कहा कि यह खेल का हिस्सा है और इसमें कुछ भी गंभीर नहीं है। शमी ने कहा, हम इस बारे में अधिक बात नहीं कर सकते। यह खेल का हिस्सा है, लेकिन कुछ भी गंभीर नहीं है। टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक मैदान पर रहना होता है तो कई बार आप थोड़ा आक्रामक हो जाते हैं और प्रतिक्रिया कर बैठते हैं। हमें इन चीजों पर बहुत ध्यान नहीं देना चाहिए। अगर मैच में ऐसी चीजें नहीं होंगी तो मैच दिलचस्प नहीं बनेंगे।
इस मैच में भारतीय टीम की संभावनाओं के बारे में शमी ने कहा कि हारना या जीतना महत्वपूर्ण नहीं है क्योंकि टीम ने पर्थ के मुश्किल विकेट पर कड़ी प्रतिस्पर्धा पेश की। उन्होंने कहा, यह खेल का हिस्सा है। जीत और हार लगी रहती हैं। आपको आगे ध्यान देना होगा।शमी ने पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में 56 रन देकर छह विकेट लेकर अपने टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। हालांकि, इसके बावजूद संतुलित गेंदबाजी आक्रमण नहीं होने के कारण भारत मैच में बैकफुट पर चला गया है। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लियोन इस पिच पर टेस्ट में अब तक सात विकेट ले चुके हैं। ऐसे में भारतीय टीम में किसी स्पिनर के अंतिम एकादश में शामिल नहीं किए जाने पर शमी ने कहा, यह फैसला टीम प्रबंधन का है। इस बारे में हम कुछ भी नहीं कर सकते हैं। हमारे पास एक स्पिनर था जिसने खराब गेंदबाजी नहीं की। अगर आप मुझसे पूछोगे तो मुझे लगता है कि टीम में एक स्पिनर होना चाहिए था, लेकिन ये चीजें टीम प्रबंधन पर निर्भर करती हैं।
उन्होंने कहा कि लंबे समय बाद हम सभी तेज गेंदबाजों के साथ उतरे और हमने अच्छी लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की। चार साल पहले हम ऐसा करने के अनुभवी नहीं थे। आपने चार साल पहले से हमारी गेंदबाजी में अंतर देखा होगा। दूसरे छोर पर अच्छे गेंदबाज होने से मदद मिलती है, जिसकी सोच आपकी तरह है। इससे दबाव बनता है और कुछ अवसरों पर आपको पता तक नहीं चलता कि कब मैच आपके पक्ष में मुड़ गया। कई बार दूसरे छोर का गेंदबाज काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने के बारे में शमी ने कहा, मैं हमेशा अच्छी लाइन व लेंथ पर गेंदबाजी करने पर ध्यान देता हूं। इसके बाद भाग्य पर निर्भर करता है कि कितने विकेट हासिल होते हैं। आपका रवैया अच्छा होना चाहिए। आप टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हो और आपका ध्यान लाइन व लेंथ पर होना चाहिए। आपको अपने आप ही विकेट मिलेंगे। कई बार लंबी साझेदारी के कारण आपको इंतजार करना होता है, विशेषकर इस तरह के विकेट पर जहां हम उन्हें लगातार परेशान कर रहे थे। ऐसा नहीं है कि हमने गलत गेंदबाजी की, लेकिन अच्छी लाइन पर गेंदबाजी करने पर भी हमें विकेट नहीं मिले।