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सुरेश रैना का टेस्ट डेब्यू तब हुआ जब युवराज सिंह का पेट हो गया था खराब, पहले मैच में ही ठोका था शतक

सुरेश रैना ने अपने पहले ही टेस्ट में शतकीय पारी खेली थी और उन्होंने बताया कि किस तरह से उन्हें टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिला।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 01:18 PM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 01:18 PM (IST)
सुरेश रैना का टेस्ट डेब्यू तब हुआ जब युवराज सिंह का पेट हो गया था खराब, पहले मैच में ही ठोका था शतक
सुरेश रैना का टेस्ट डेब्यू तब हुआ जब युवराज सिंह का पेट हो गया था खराब, पहले मैच में ही ठोका था शतक

नई दिल्ली, जेएनएन। सुरेश रैना ने 2005 में श्रीलंका के खिलाफ भारत की तरफ से अपना पहला डेब्यू वनडे मैच खेला था। हालांकि टेस्ट डेब्यू के लिए उन्हें इसके बाद 5 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा। साल 2010 में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ ही अपना टेस्ट डेब्यू किया। पहले वनडे में जहां रैना डक पर आउट हो गए थे तो वहीं अपने डेब्यू टेस्ट की पहली ही पारी में उन्होंने शतक लगाया था। जब उन्होंने टेस्ट में शतक लगाया था तब दूसरे एंड पर सचिन बल्लेबाजी कर रहे थे। 

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सुरेश रैना ने बताया कि किस तरह से उन्हें टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि टेस्ट मैच से पहले रात में युवी पा (युवराज सिंह) ने मुझे बुलाया और कहा कि मेरी तबियत ठीक नहीं है और तुम तैयार रहो। उन्होंने कहा कि तुम कल टेस्ट में खेलोगे। युवराज का शायद पेट खराब हो गया था इस वजह से वो उस टेस्ट में नहीं खेले थे। रैना ने बताया कि वो पूरी रात सही से सो नहीं पाए थे क्योंकि वो सोच रहे थे कि श्रीलंका की टीम में कुमार संगकारा, तिलकरत्ने दिलाश और महेला जयवर्धने जैसे खिलाड़ी हैं और उनके बारे में सोचकर वो नर्वस हो रहे थे। 

रैना ने कहा कि उस मैच में श्रीलंका ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उस मैच में कप्तान संगकारा ने पहली पारी में दोहरा शतक लगाया और 219 रन बना डाले। वहीं जयवर्धने ने 174 जबकि परनाविताना ने 100 रन की पारी खेल डाली। उन्होंने पहली पारी में 4 विकेट पर 642 रन बनाकर पारी की घोषणा कर दी। 

रैना ने कहा कि सौभाग्य से हम टॉस हार गए और हमने पहले फील्डिंग की। मैंने पहले दो दिन के खेल पर पूरी नजर रखी और जब मेरी बल्लेबाजी आई मैं पूरी तरह से तैयार था। अगर हमारी पहले बल्लेबाजी होती तो शायद में अपने पहले वनडे की तरह डक पर आउट हो सकता था। वीवीएस लक्ष्मण के आउट होने के बाद रैना की बारी थी। उन्हें सचिन के साथ बल्लेबाजी करनी थी और भारत को फॉलोऑन से बचाना था जो अभी भी 201 रन दूर था। 

इसके बाद रैना ने सचिन के साथ 256 रन की साझेदारी की और 120 रन बनाए तो वहीं सचिन ने 203 रन की पारी खेली थी। सचिन के साथ रैना ने ना सिर्फ फॉलोऑन बताया बल्कि श्रीलंका के स्कोर से आगे पहुंचे। भारत ने पहली पारी में 707 रन बनाए। उस टेस्ट में शतक लगाने के बाद रैना भारत के 12वें खिलाड़ी बने जिन्होंने टेस्ट डेब्यू में शतक लगाया था। यही नहीं वो भारत की तरफ से क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने। रैना ने भारत को लिए 18 टेस्ट मैच खेले हैं। 


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