पूर्व भारतीय कप्तान ने दिया बड़ा बयान, इस तरह अब इतिहास रचने वाली है टीम इंडिया
ओपनर पहले भी यहां आ चुके हैं और डेल स्टेन व मोर्केल की सर्वश्रेष्ठ तेज और उछालभरी गेंदबाजी का सामना कर चुके हैं।
(सुनील गावस्कर का कॉलम)
क्रिकेट इतिहास के सबसे खतरनाक और तेज गेंदबाज के साथ केन्या के सर्वश्रेष्ठ न्यू गेम रिजार्ट फिंच हैटॉन्स में नया साल मनाना एक शानदार अनुभव रहा। माइकल होल्डिंग अभी भी काफी चीजों के बारे में सोचते हैं। वह पिछले कई साल से दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट को कवर कर रहे हैं और अगर वह कहते हैं कि यह भारत दौरा काफी शानदार रहने वाला है, तो इससे भारतीय प्रशंसक थोड़ी राहत की सांस ले सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि पिछले कई दौरों पर भारतीय टीम काफी अच्छी दिखाई दी, लेकिन उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। हालांकि, इस बार टीम पहली बार सीरीज जीतकर इतिहास रचने के लिए सही दिख रही है।
जब आप गेम रिजर्व में होते हैं, आप पेड़ या झाड़ियों के हल्के से हिलने पर भी मूर्ख बन सकते हैं। सिर्फ अनुभवी ड्राइवर या गाइड ही आपको सही दिशा दिखा सकता है। इस भारतीय टीम के पास बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में ही अनुभव है, इसलिए वे किसी गेंद के उम्मीद से ज्यादा उछाल लेने पर मूर्ख नहीं बनेंगे।
ओपनर पहले भी यहां आ चुके हैं और डेल स्टेन व मोर्केल की सर्वश्रेष्ठ तेज और उछालभरी गेंदबाजी का सामना कर चुके हैं। इस परीक्षा के बाद वे ज्यादा निखरकर सामने आए थे। किले जैसे मजबूत चेतेश्वर पुजारा ने यहां एक विशाल शतक लगाया था और कप्तान विराट कोहली ने वांडरर्स में दोनों ही पारियों में लगभग शतकीय पारी खेली थी। रहाणो भले ही अभी अच्छी फॉर्म में नहीं हैं, लेकिन विदेशी धरती पर उनके रिकॉर्ड से बहुत से बल्लेबाजों को जलन हो सकती है।
गेंदबाज भी पहले यहां का दौरा कर चुके हैं और उन्हें पता है कि विकेटकीपर को उछलकर गेंद को पकड़ते देखकर ज्यादा उत्साह में लय नहीं खोनी है। उन्हें पता है कि सही लाइन और लैंथ और बीच-बीच में बाउंसर से ही उन्हें विकेट हासिल हो सकते हैं। स्पिनरों को इस बात का अंदाजा है कि उन्हें पिच से भारत जैसी टर्न नहीं मिलेगा और उन्हें फ्लाइट और अतिरिक्त उछाल पर निर्भर रहना होगा।
दक्षिण अफ्रीकी टीम भी विश्वास से भरी हैं क्योंकि वे न सिर्फ अपने घर में खेल रही है बल्कि उनके सभी खिलाड़ी इस समय टीम में हैं। एबी डीविलियर्स की वापसी उनके लिए सबसे ज्यादा फायदे का सौदा है, जो पहले से अच्छी दिख रही बल्लेबाजी को और मजबूत कर देंगे। अगर उनकी टीम में कोई कमी है तो वह शीर्ष क्रम है, जहां डीन एल्गर और युवा खिलाड़ी मार्करैम को इस साल अभी तक स्तरीय गेंदबाजी का सामना करने का मौका नहीं मिला है।
तेज गेंदबाजी अभी भी दक्षिण अफ्रीका का प्रमुख हथियार है लेकिन खब्बू स्पिनर केशव महाराज नियमित तौर पर विकेट ले रहे हैं। यह देखकर भारतीय स्पिनर खुश हो सकते हैं। यह एक शानदार सीरीज होनी चाहिए। इसके शुरू होने का मुझे बेसब्री से इंतजार है।
(पीएमजी/ईएसपी)