इस खिलाड़ी ने कहा '34 वर्ष का होता तो संन्यास ले लेता'
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे एशेज टेस्ट मैच में इंग्लैंड की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा कि यदि वे 34 वर्ष के होते तो संभवत: अभी संन्यास ले लेते। ब्रॉड ने कहा कि उन्होंने एशेज टेस्ट में 15 रनों पर 8 विकेट लेने जैसे
लंदन। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे एशेज टेस्ट मैच में इंग्लैंड की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा कि यदि वे 34 वर्ष के होते तो संभवत: अभी संन्यास ले लेते। ब्रॉड ने कहा कि उन्होंने एशेज टेस्ट में 15 रनों पर 8 विकेट लेने जैसे प्रदर्शन के बारे में कभी सपने में भी नहीं सोचा हैं।
29 वर्षीय ब्रॉड ने ट्रेंट ब्रिज में चौथे टेस्ट की पहली पारी में 15 रनों पर 8 विकेट लेते हुए ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को 60 रनों पर समेटने में अहम भूमिका निभाई थी। ब्रॉड ने कहा - 'मुझे अभी भी अपने प्रदर्शन के बारे में विश्वास नहीं हो पा रहा है, क्योंकि इसके बारे में तो मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा। मेरा यह प्रदर्शन मुझे हमेशा याद रहेगा।'
ब्रॉड ने कहा- 'यदि मैं 34 वर्ष का होता तो इस समय संन्यास ले लेता, लेकिन चूंकि मैं अभी 29 वर्ष का हूं तो मेरे पास कई वर्ष बचे हुए है। इस प्रदर्शन को देखने के लिए मेरे परिजन मौजूद थे, इससे बेहतर मैं और क्या उम्मीद कर सकता था।'
खराब यादों से पीछा छूटा
ब्रॉड की इससे पहले एशेज सीरीज में घरू मैदान (ट्रेंट ब्रिज) की पिछली यादें बहुत खराब रही थी जब उन्होंने स्लिप में कैच पकड़े जाने के बावजूद क्रीज छोड़ने से इंकार कर दिया था। यह घटना 2013 की सीरीज के दौरान हुई थी और इसके बाद ब्रॉड की काफी आलोचना हुई थी। ब्रॉड ने अब घरू दर्शकों के सामने ऐतिहासिक प्रदर्शन (15 रनों पर 8 विकेट) कर उस खराब याद को मिटा दिया है। उन्होंने कहा- हर खिलाड़ी यही चाहता है कि उसके प्रशंसक उसे विजयी प्रदर्शन के लिए याद रखे। लेकिन फैंस आपसे जुड़ी खराब बातों को भी याद रख ही लेते हैं। मुझे खुशी है कि मैंने घरू मैदान पर की 2013 की बुरी यादों को अब मिटा दिया है और दर्शक गर्व के साथ मेरे इस प्रदर्शन को हमेशा याद रखेंगे।