नशे में मिली थी विश्व चैंपियन टीम की कप्तानी, सीनियर ने दिखाई थी दरियादिली
आज भले ही ऑस्ट्रेलियाई टीम में पुरानी बात न हो, लेकिन स्मिथ की गिननती दुनिया के शीर्ष टेस्ट बल्लेबाजों और शीर्ष कप्तानों में की जाती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। ऑस्ट्रेलिया की टीम का विश्व क्रिकेट पर कई दशकों तक एकछत्र राज रहा है। हालांकि, पिछले कुछ समय में दूसरी टीमों के बेहतर प्रदर्शन और अपने धुरंधर खिलाड़ियों के रिटायरमेंट के बाद से ऑस्ट्रेलियाई टीम में वह बात नहीं रह गई है।
अब एक ऑस्ट्रेलियाई टीम को लेकर ऐसी बात सामने आई है जिसे पढ़कर क्रिकेट प्रेमियों के चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी। मौजूदा कंगारू टीम के के कप्तान और शानदार बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को टीम का कप्तान बनाने का फैसला शराब के नशे में लिया गया था। जी हां, आपने सही पढ़ा है, यह फैसला शराब की टेबल पर हुआ था।
इस बात का खुलासा खुद स्मिथ ने ही अपनी जीवनी में किया है। स्मिथ की जीवनी 'द जर्नी' के नाम से प्रकाशित हुई है। आपको बता दें कि स्मिथ ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के सबसे कम उम्र के टेस्ट कप्तान हैं। उनकी जीवनी में इस कहानी से पर्दा उठाया है। स्मिथ ने विस्तार से बताया है कि किस तरह शराब पीते हुए तत्कालीन उप कप्तान और उनके सीनियर खिलाड़ी ब्रैड हैडिन और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बोर्ड मेंबर मार्क टेलर ने उन्हें कप्तान के रूप में टीम की जिम्मेदारी सौंपने की बात कही थी।
2014 में स्मिथ पूर्व कप्तान किम ह्यूज के बाद ऑस्ट्रेलियाई इतिहास के सबसे युवा टेस्ट कैप्टन बने थे। स्मिथ को माइकल क्लार्क के चोटिल होने पर कप्तान बनाया गया था। उन्हें तत्कालीन उप-कप्तान ब्रैड हैडिन की जगह कप्तानी दी गई थी। चुना गया था। उनका प्रमोशन तब हुआ जब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने चयनकर्ता प्रमुख रॉड मार्श की सिफारिश मंजूर की।
एडीलेड ओवल के जिस मैच में क्लार्क चोटिल हुए, उसी मैच के बाद स्मिथ, हैडिन और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बोर्ड सदस्य मार्क टेलर ने साथ में शराब पी थी। स्मिथ को लगा था कि हैडिन को जिम्मेदारी मिलनी चाहिए, टेलर भी यही चाहते थे। लेकिन हैडिन ने सुझाया कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को भविष्य की तरफ देखना चाहिए और एक नेतृत्वकर्ता के तौर पर स्मिथ को गति प्रदान की जाए। इस खुलासे से यह भी पता चलता है कि हैडिन अपने बजाए क्रिकेट के हित को सर्वोपरि रख रहे थे।
एक वेबसाइट के अनुसार, हैडिन के सुझाव पर स्मिथ और टेलर चौंक गए। टेलर ने हैडिन से कहा, 'तो आप कप्तानी नहीं करना चाहते?' स्मिथ ने लिखा है, 'मुझे लगा कि शायद वह मजाक कर रहे होंगे।' मार्क ने पूछा, 'क्या आप सीरियस हैं?' और फिर वे मेरी तरफ मुड़े और पूछा, 'तैयार हो?' स्मिथ लिखते हैं, 'मेरे दिल में कोई शक नहीं था कि मैं तैयार था और मैंने हां कह दिया। फिर मार्क ने कहा, 'ठीक है मैं कुछ फोन कॉल करके आता हूं।'
स्मिथ को अगली सुबह मार्श ने बताया कि प्रक्रिया तेजी से शुरू हो गई है और वह ऑस्ट्रेलिया के 45वें टेस्ट कप्तान बनने जा रहे हैं। अगले सप्ताह उन्हें टेलर ने कप्तान का ब्लेजर दिया और गाबा में भारत के खिलाफ स्मिथ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने जीत दर्ज की।
स्मिथ ने अपनी कप्तानी के पहले तीन टेस्ट में तीन शतक भी लगाए। स्मिथ ने इस किताब में अपने करियर के अच्छे और बुरे दौर के बारे में भी बताया है। उन्होंने साथ ही इच्छा जाहिर की है कि वह 2019 वर्ल्ड कप और एशेज सीरीज जीतना चाहते हैं।
स्मिथ के दिलचस्प तरीके से कप्तान बनने के वाकये से एक बात तो साफ होती है कि हैडिन ने स्मिथ के हुनर को सही पहचाना था और सही समय पर इस जानकारी का इस्तेमाल भी किया। आज भले ही ऑस्ट्रेलियाई टीम में पुरानी बात न हो, लेकिन स्मिथ की गिननती दुनिया के शीर्ष टेस्ट बल्लेबाजों और शीर्ष कप्तानों में की जाती है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में उन्हें अच्छे खिलाड़ी मिलेंगे और वह अपनी प्रतिभा को बेहतर तरीके से दुनिया के सामने रख सकेंगे।