इस गलाकाट प्रतियोगिता के बीच भी फ्लेमिंग ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है- केविन पीटरसन
13 साल पूरे होने पर जब आईपीएल इतिहास से ऑल टाइम बेस्ट कप्तान ऑलराउंडर और कोच का चयन किया गया तो तीनों में ही चेन्नई की टीम ने बाजी मारी।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंडियन प्रीमियर लीग में भले ही मुंबई की टीम ने सबसे ज्यादा चार बार चैंपियन बनने का कमाल किया हो लेकिन दबदबा तो चेन्नई सुपर किंग्स का ही रहा है। सबसे ज्यादा बार नॉक आउट और फाइनल खेलने वाली चेन्नई की टीम ही है। 13 साल पूरे होने पर जब आईपीएल इतिहास से ऑल टाइम बेस्ट कप्तान, ऑलराउंडर और कोच का चयन किया गया तो तीनों में ही चेन्नई की टीम ने बाजी मारी। हालांकि कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को रोहित शर्मा के साथ संयुक्त रूप ये इस सम्मान के लिए चुना गया।
ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम ऑलराउंडर शेन वॉटसन को चुना गया जबकि कोच स्टीफन फ्लेमिंग रहे। जूरी से सदस्य रहे केविन पीटरसन ने इस बारे में बात करते हुए बताया इन दोनों को इस सम्मान के लिए क्यों चुना गया।
केविन ने मैच का प्रसारण करने वाले चैनल स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड पर बताया, "आप उतने ही अच्छे होते हैं जितने कि आपके खिलाड़ी हैं। मैंने फ्लेमिंग की कोचिंग में खेला है जब वो मेलबर्न स्टार्स के कोच हुआ करते थे। मैं उन्हें प्यार करता हूं उसके लिए जो उन्होंने हासिल किया है। इतने लंबे समय तक जमे रहना इतनी गला काट प्रतियोगिता के बीच वाकई कमाल की उपलब्धि है।"
पीठ की चोट ने कम कर दी वॉटसन की रफ्तार
वॉटसन को ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम ऑलराउंडर चुने जाने पर केविन ने कहा, "वो एक बहुत ही कमाल के खिलाड़ी रहे हैं। अगर उनकी गेंदबाजी अच्छी नहीं रहती तो वो बल्लेबाजी में इसकी भरपाई कर देते हैं। मैंने उनके साथ कई सालों तक खेला।"
"वो जितनी तेज गेंदबाजी करते हैं इससे और भी ज्यादा गेंद फेंक सकते थे लेकिन पीठ लगातार तकलीफ की वजह से वो ऐसा नहीं कर पाते हैं। जब वो युवा थे तो उनको पीठ की काफी समस्या रही थी, वर्ना वो वाकई काफी तेज गेंद डाला करते थे।"