अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए शरीर तुड़वाने को भी तैयार थे प्रोटियाज कप्तान डीन एल्गर
डीन एल्गर के पिता रिचर्ड ने एक लेख में बताया कि भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन के खेल के बाद हमारी बात हुई थी। डीन ने मुझसे कहा कि पिताजी मैं खेल के अंत तक वहां रहूंगा।
जोहानिसबर्ग, प्रेट्र। साउथ अफ्रीका टेस्ट टीम के कप्तान डीन एल्गर के पिता रिचर्ड ने एक लेख में बताया कि भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन के खेल के बाद हमारी बात हुई थी। डीन ने मुझसे कहा कि पिताजी, मैं खेल के अंत तक वहां रहूंगा। अगर वे मुझे आउट करना चाहते हैं तो मेरे शरीर में कुछ तोड़ना होगा। वे मुझे शरीर पर मारकर आउट नहीं कर पाएंगे।
रिचर्ड ने लिखा कि सुबह जब लक्ष्य 100 से कम हो गया तो मैंने अपनी पत्नी से कहा कि तुम्हें पता है भारतीय गेंदबाज आज उसे आउट नहीं कर पाएंग। मैं देख सकता था कि डीन जोन में था। वह इतना फोकस था कि वह नहीं जानता था कि उसके आसपास क्या हो रहा है। मैं उसे देख सकता था। मेरी पत्नी ने कहा कि लेकिन अभी भी 100 रन हैं और मैंने कहा कोई बात नहीं। डीन और टीम इसे जीतने जा रही है।
वहीं दूसरी तरफ कप्तान डीन एल्गर के अनुसार भारत के खिलाफ वांडरर्स में जीत दक्षिण अफ्रीका की टीम के लिए सही दिशा में उठाया कदम है और सुधार की गुंजाइश के बावजूद अंतिम टेस्ट से पहले मेजबान टीम अपनी रणनीति में अधिक बदलाव नहीं करेगी। एल्गर ने कहा कि यह सही कदम है, इसमें कोई संदेह नहीं और सही दिशा में उठाया गया कदम। हमें अब भी चुनौतीपूर्ण मुकाबलों का सामना करना है और इसमें मंगलवार से शुरू हो रहा अगला टेस्ट भी शामिल है। हमें अलग तरह की चुनौतियों का सामना करना होगा और महत्वपूर्ण यह होगा कि खिलाड़ी कैसी प्रतिक्रिया देते हैं।
एल्गर ने दूसरी पारी में नाबाद 96 रन की पारी खेलने के अलावा रेसी वान डेर डुसेन और तेंबा बावुमा के साथ उपयोगी साझेदारियां करके अपनी टीम को जीत दिलाई। उन्होंने कहा कि हालांकि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और इससे टीम में शामिल कई खिलाडि़यों का आत्मविश्र्वास बढ़ेगा। हमारी टीम थोड़ी अनुभवहीन है लेकिन हमें पता है कि सभी चीजें हमारे पक्ष में नहीं होंगी। हमारा ध्यान कुछ विभागों पर है और केपटाउन टेस्ट से पहले हमें उन पर अधिक ध्यान देना होगा। हमें अपनी रणनीति का कड़ाई से पालन करना होगा इसलिए केपटाउन टेस्ट में हम अपनी रणनीति में अधिक बदलाव नहीं करेंगे।