सौरव गांगुली ने बताया- BCCI के अध्यक्ष पद की नौकरी से ज्यादा कठिन काम क्या है
पिछले साल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष पद की कमान संभालने वाले पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बताया है कि इस पद से भी ज्यादा कठिन काम क्या है।
मुंबई, पीटीआइ। पिछले साल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष पद की कमान संभालने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बताया है कि बीसीसीआइ के अध्यक्ष पद की कमान संभालने से भी ज्यादा कठिन काम क्या है। बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली ने सोमवार को कहा कि खिलाड़ी के तौर पर दबाव में खेलना मुश्किल होता है।
सौरव गांगुली ने कहा है कि किसी भी टीम के लिए दवाब में खेलना बतौर खिलाड़ी ज्यादा कठिन है, क्योंकि तब आपके पास गलती करने का कोई मौका नहीं होता है। इसकी तुलना में बीसीसीआइ के अध्यक्ष पद की नौकरी आसान है। बता दें कि भारतीय टीम को विदेशी सरजमीं पर बतौर कप्तान तमाम जीत दिलाने वाले सौरव गांगुली बोर्ड के अध्यक्ष के तौर पर शानदार काम कर रहे हैं।
खिलाड़ी के पास दूसरा मौका नहीं होता
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली यहां एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। जब उनसे दोनों काम की तुलना में आसान के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब देना थोड़ा मुश्किल हो गया। ऐसे में सौरव गांगुली ने कहा, "दबाव में खेलना बहुत मुश्किल है, क्योंकि बल्लेबाजी करते वक्त एक ही मौका मिलता है। ऐसे में वह मुश्किल काम है। यहां अध्यक्ष के तौर पर अगर मैं कोई गलती करता हूं तो मैं अगली बार इसको सुधार सकता हूं, लेकिन बल्लेबाजी में आपके पास कोई दूसरा मौका नहीं होता है।"
गौरतलब है कि सौरव गांगुली ने भारतीय टीम के लिए 400 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। साल 1996 से 2008 तक उन्होंने भारतीय टीम के लिए टेस्ट और वनडे क्रिकेट खेली, जबकि साल 2019 में उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष पद की कमान संभाली है। इस पद पर रहते हुए उन्होंने भारत में पहली बार डे-नाइट टेस्ट मैच का आयोजन कराया था। भारत और बांग्लादेश के बीच ये मैच कोलकाता के ईडन गार्डेंस में खेला गया था।