जानिए किस बात पर शिखर धवन ने कहा, 'मैं जिस चीज को हाथ लगा दूंगा वो सोना हो जाएगी'
दिल्ली कैपिटल्स के ओपनर शिखर धवन ने भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे मौजूदा आइपीएल और डीसी मैनेजमेंट के बारे में खुलकर बात की और उन्होंने कहा कि उनको खुद पर काफी भरोसा है। वे जिस चीज को हाथ लगाएंगे वो सोने में बदल जाएगी।
दुबई, एएनआइ। भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल के 13वें सीजन में दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेल रहे हैं। आइपीएल 2020 में शिखर धवन ने धीमी शुरुआत की थी, लेकिन 10 मैचों के बाद वे इस सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की लिस्ट में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। धवन ने दो शतकों के साथ 465 रन बनाए हैं। यह वही धवन हैं, जिनको हम सालों से देखते आ रहे हैं।
शिखर धवन ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए अपनी फॉर्म से लेकर दिल्ली कैपिटल्स के ड्रेसिंग रूम और आने वाले ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर बात की। उन्होंने कहा, "मैं खुश रहना पसंद करता हूं, दबाव लेना नहीं। पहली बात तो ये कि जो लोग कहते हैं मैं उनको अपने कानों तक नहीं पहुंचने देता और मैं सुनना भी नहीं चाहता कि लोग क्या कहते हैं। दूसरी बात ये कि मैं खेलना पसंद करता हूं, जो मुझे आनंद देता है। मैं मेहनत के बारे में जानता हूं, मैंने की है और मुझे किस तरह फिट रहना है। इस पर ध्यान देता हूं। मुझे खुद पर पूरा भरोसा है कि मैं जिस चीज को हाथ लगा दूंगा उसे सोने में बदल दूंगा।"
धवन ने कहा, "रिकी(पोटिंग) भाई ने कहा था कि मैं गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहा था और मैं जानता था और चाहता था कि मैं तेज खेलूं। मेरी इस बार उनसे बात भी हुई। मैं 20-30 के भी खुश था, क्योंकि वो पारियां भी प्रभावशाली थीं। मायने ये रखता कि आपके 30 रन कितने काम आते हैं। मैंने सोचा था कि मुझे एक ओपनर की भूमिका निभानी है और मैंने एक अर्धशतक जड़ा, जिससे मुझे आत्मविश्वास मिला और फिर भगवान की कृपा से मैंने लगातार दो शतक जड़ दिए।" हालांकि, धवन ये भी कहते हैं कि उनके लिए नंबर्स मायने नहीं रखते।
उन्होंने कहा, "यदि मैं शतक लगाने के बारे में सोच रहा हूं तो मैं खुद पर बोझ डाल रहा हूं। मेरी सोच रहती है कि मैं मैदान जाऊं और अपने बेस्ट शॉट्स खेलूं। अगर मैं अपना बेस्ट देता हूं तो फिर वो अच्छा ही दिखता है। इससे मैं दिमागी तौर पर भी स्वस्थ रहता हूं। जब मैंने आइपीएल 2020 की शुरुआत की तो मैंने नहीं सोचा था कि मैं 500 रन बनाऊंगा, लेकिन ये हो रहा है। इसलिए मैं दबाव नहीं लेता और अपना स्वाभाविक खेल खेलने की कोशिश करता हूं।" दिल्ली कैपिटल्स के मैनेजमेंट की सराहना करते हुए शिखर ने कहा है कि जब टीम अच्छा करती है तो सब सही रहता है।
वहीं, आने वाले ऑस्ट्रेलियाई दौरे को लेकर गब्बर के नाम से फेमस शिखर धवन ने कहा है कि मैं इसके बारे में सोचूंगा। इसके बारे में सोचने के लिए 10-15 मिनट चाहिए। जब आपको अनुभव होता है, तो आप जाते हैं और अच्छा करते हैं। मुझे खुद पर भरोसा है कि मैं वहां अच्छा करूंगा। कोरोना वायरस महामारी को लेकर शिखर धवन ने कहा, "एक ऐसे एनवायरमेंट में जहां किसी को आने-जाने की अनुमति नहीं है। ऐसे में डीसी मैनेजमेंट काफी सपोर्टिव रहा है।"