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पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर ने किया तालिबान का समर्थन, कहा- ये पाजिटिव माइंडसेट के साथ आया है

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व आलराउंडर शाहिद अफरीदी ने तालिबान का समर्थन करते हुए कहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान सकारात्मक माइंडसेट के साथ आया है जो महिलाओं को काम करने दे रहा है और क्रिकेट को भी प्यार करता है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Tue, 31 Aug 2021 10:21 AM (IST)Updated: Tue, 31 Aug 2021 10:21 AM (IST)
पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर ने किया तालिबान का समर्थन, कहा- ये पाजिटिव माइंडसेट के साथ आया है
शाहिद अफरीदी ने तालिबान का समर्थन किया है

इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान से सटे अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा हो गया है। इसका समर्थन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और पूर्व क्रिकेट कप्तान इमरान खान द्वारा भी किया जा चुका है और अब इस लिस्ट में पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी का नाम भी जुड़ गया है। अफरीदी ने भी खुले तौर पर तालिबान का समर्थन किया है और कहा कि आतंकवादी संगठन सत्ता में "सकारात्मक दिमाग" के साथ आया है।

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पाकिस्तानी पत्रकार नैला इनायत द्वारा ट्वीट किए गए एक वीडियो क्लिपिंग में अफरीदी को पत्रकारों से यह कहते हुए देखा और सुना जा सकता है कि तालिबान "महिलाओं को काम करने दे रहा है", और "क्रिकेट पसंद करता है"। शाहिद अफरीदी ने संवाददाताओं से कहा, "इसमें कोई शक नहीं कि तालिबान आ चुका है, लेकिन वे बहुत सकारात्मक सोच के साथ आए हैं। वे महिलाओं को काम करने दे रहे हैं। वे उन्हें राजनीति में भाग लेने की अनुमति दे रहे हैं। वे क्रिकेट का समर्थन कर रहे हैं और मेरा मानना ​​है कि तालिबान क्रिकेट को बहुत प्यार करता है।"

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पहले भी कई मौकों पर तालिबान का समर्थन कर चुके हैं। जुलाई में आतंकी संगठन ने अफगानिस्तान सरकार को जबरदस्ती अपने कब्जे में ले लिया था। इस पर इमरान खान ने कहा कि तालिबान कुछ "सैन्य संगठन नहीं, बल्कि सामान्य नागरिक" हैं। PBS NewsHour के साथ एक साक्षात्कार में इमरान खान ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान 30 लाख अघन शरणार्थियों की मेजबानी करता है, जिनमें से अधिकांश पश्तून हैं, जो तालिबान लड़ाकों के समान जातीय समूह के हैं।

उन्होंने कहा, "अब, 5 लाख लोगों के शिविर हैं; 1 लाख लोगों के शिविर हैं। तालिबान कुछ सैन्य संगठन नहीं हैं, वे सामान्य नागरिक हैं।" बाद में अगस्त में इमरान खान, जिन्होंने सार्वजनिक रूप से अफगानिस्तान के तालिबान अधिग्रहण का समर्थन किया, उन्होंने कहा कि उनका देश सभी "अफगान नेताओं" तक पहुंच रहा है और युद्ध से तबाह देश में लोगों को आर्थिक रूप से समर्थन देने के लिए अन्य देशों से समर्थन करने का आग्रह किया।


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