7 साल के बैन के बाद लौटे भारतीय खिलाड़ी का दावा, खेल सकता हूं 2023 का वर्ल्ड कप
सात साल का बैन झेलने वाले भारतीय टीम के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने दावा किया है कि उनको भरोसा है कि वे 2023 का वनडे वर्ल्ड कप भी देश के लिए खेल सकते हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। शांताकुमारन श्रीसंत ने जब भारतीय टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था तो वे उस समय के भारत के सबसे ज्यादा प्रतिभाशाली गेंदबाज थे। यही कारण था कि वे साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और साल 2011 के वनडे वर्ल्ड कप को जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। एस श्रीसंत ने दोनों फाइनल देश के लिए खेले। हालांकि, आइपीएल में स्पॉट फिक्सिंग की वजह से उनका करियर तबाह हो गया।
स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए जाने के बाद एस श्रीसंत को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने क्रिकेट से आजीवन बैन कर दिया था, लेकिन कोर्ट के चक्कर लगा-लगाकर उन्होंने अपने बैन को कम करा लिया। सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद बीसीसीआइ के लोकपाल ने एस श्रीसंत का आजीवन बैन सात साल तक कर दिया था, जो कि सितंबर 2020 में खत्म हो रहा है। इस बीच श्रीसंत भारतीय टीम में वापसी का सपना देख रहे हैं।
28 साल की उम्र में आखिरी मैच भारत के लिए खेलने वाले एस श्रीसंत अब 37 साल के हो चुके हैं। बावजूद इसके एस श्रीसंत ने दावा किया है कि वे 2023 का वर्ल्ड कप देश के लिए खेल सकते हैं, जो कि भारत में ही आयोजित होना है। एस श्रीसंत को अगस्त 2013 में बीसीसीआइ ने बैन किया था। 2015 में उन्होंने खुद पर लगे स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों को कबूल किया था। हाल ही में एस श्रीसंत को केरल की रणजी टीम में शामिल किया गया है।
एस श्रीसंत ने डेक्कन हेराल्ड से बात करते हुए कहा है, "मुझे अभी भी विश्वास है कि मैं 2023 विश्व कप में खेल सकता हूं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि उन्होंने मुझे जो बातें सिखाईं, उनमें से एक थी, मुझे पक्षतावा करना है। मैं हमेशा अपने लक्ष्यों के साथ अवास्तविक था, जैसा कि अधिकांश एथलीटों के साथ होता। यदि आपके पास अवास्तविक लक्ष्य नहीं हैं, तो आप औसत दर्जे के हैं।" श्रीसंत ने देश के लिए 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं।