खुशी है कि मुझे जो मौका मिला उसे भुनाने में सफल रहा : रोहित शर्मा
रोहित को मौके का इंतजार था और उन्हें खुशी है कि वह अच्छा प्रदर्शन कर इसे भुनाने में सफल रहे।
नागपुर। एक साल से ज्यादा समय से टेस्ट टीम से बाहर चल रहे रोहित शर्मा का करियर चोट ने भी प्रभावित किया। मगर जब श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में उन्हें मौका मिला तो इस बल्लेबाज ने शतक लगाकर अपनी उपयोगिता साबित की। रोहित को मौके का इंतजार था और उन्हें खुशी है कि वह अच्छा प्रदर्शन कर इसे भुनाने में सफल रहे।
रोहित का नागपुर से खास नाता है। 2010 में वह यहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट पदार्पण करने को तैयार थे, लेकिन मैच की सुबह फुटबॉल खेलते समय चोटिल हो गए। इसके बाद उन्हें करीब साढ़े तीन साल बाद टेस्ट पदार्पण का मौका मिला। अब नागपुर में शतक लगाकर उन्होंने टीम की जीत में अहम योगदान दिया।
मैच के बाद रोहित ने कहा कि मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से बड़ी पारी जरूरी थी, क्योंकि मैं करीब 500 दिनों के बाद टेस्ट खेल रहा था। इस मैदान से मेरी अच्छी और बुरी दोनों यादें जुड़ी हैं। श्रीलंका के प्रदर्शन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भले ही वे खराब खेले, लेकिन उनकी टीम अच्छी है। वे पाकिस्तान को हराकर यहां आए हैं और पाकिस्तान ने हमें चैंपियंस ट्रॉफी में हराया था। यह क्रिकेट का चक्र है। इसलिए श्रीलंका को कमजोर टीम नहीं मान सकते।
इस मैच में भारत चार विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ खेला था, जबकि आमतौर पर पांच गेंदबाज टीम में होते हैं। ऐसे में रोहित की जगह अंतिम एकादश में अभी भी पक्की नहीं लग रही। इस बारे में उन्होंने कहा कि मेरा नजरिया बहुत सहज है। पहले मैं टेस्ट क्रिकेट के बारे में बहुत सोचता था, जिससे मेरी एकाग्रता प्रभावित होती थी। अब मैं सोचता हूं कि टीम की जीत में अपना योगदान देना है। बल्लेबाजी के अलावा क्षेत्ररक्षण और अन्य तरीकों से भी टीम की मदद करना जरूरी है। साथ ही मैं किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी को तैयार रहता हूं।