जब रिवर्स स्विंग को सचिन तेंदुलकर के 'मास्टर प्लान' ने किया बेअसर, हैरत में पड़े गेंदबाज और फिल्डर
रिवर्स स्विंग के खिलाफ एक मैच में सचिन तेंदुलकर द्वारा बनाया गया मास्टर प्लान की कहानी काफी रोचक है। गेंदबाज भी इस प्लान से हैरत में पड़ गया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। सचिन तेंदुलकर किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले भारतीय क्रिकेट के इस पूर्व बल्लेबाज का नाम बैटिंग रिकॉर्ड लिस्ट में कुछ एक अपवाद छोड़ दें तो हर जगह सबसे ऊपर आता है। 24 अप्रैल 1973 को जन्में मास्टर बल्लेबाज ने ये सबकुछ ऐसे ही हासिल नहीं किया।
तेंदुलकर के सफल क्रिकेट करियर के पीछे सबसे बड़ा राज विरोधी टीम से एक कदम आगे रहने की सोच है। ठीक ऐसे ही एक वाक्ये के बारे में उन्होंने मेलबर्न में बीएमडब्लू के एक कार्यक्रम के दौरान बताया था। रिवर्स स्विंग के खिलाफ एक बार उनके द्वारा बनाया गया 'मास्टर प्लान' की कहानी काफी रोचक है। कार्यक्रम के दौरान होस्ट ने तेंदुलकर से पूछा कि जब चीजें इंसान के हिसाब से न चलें तो उस समय क्या करना चाहिए। इसे लेकर सचिन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक मैच को लेकर काफी रोचक किस्सा साझा किया।
क्रिस केर्न्स लगातार बीट कर रहे थे
तेंदुलकर ने कहा, 'मैं मोहाली में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में राहुल द्रविड़ के साथ बल्लेबाजी कर रहा था। गेंद रिवर्स स्विंग हो रही थी और क्रिस केर्न्स हमें दो-तीन बार लगातार बीट कर चुके थे। हमें कुछ पता नहीं चल रहा था, क्योंकि हम गेंद की चमक नहीं देख सकते थे ... मैंने राहुल से कहा ' मेरे पास एक आइडिया है और यह काम कर सकता है।'
ये था 'मास्टर प्लान'
राहुल ने पूछा क्या? तेंदुलकर ने कहा, 'गेंदबाज जब रन-अप पर जाएगा तो मैं नॉनस्ट्राइक पर खड़ा उसे और गेंद को काफी गौर से देखूंगा। जिस तरफ गेंद का चमकदार हिस्सा होगा उस हाथ में बल्ला पकड़ूंगा। अगर वह आउट-स्विंगर गेंदबाजी करने जा रहा है, तो बैट मेरे बाएं हाथ में होगा। अगर वह इन-स्विंगर गेंदबाजी करने जा रहा है, तो बैट मेरे दाएं हाथ में होगा।'
बल्लेबाज गेंदबाज को नहीं बल्कि मेरे हाथ में बल्ले को देख रहा था
तेंदुलकर ने आगे कहा, ' यह मेरे करियर का एकमात्र ऐसा समय था जब बल्लेबाज गेंद का सामना करने से पहले गेंदबाज को नहीं बल्कि मेरे हाथ में बल्ले को देख रहा था।'
क्रिस केर्न्स हैरानी में पड़े
पूरा घटनाक्रम कैसे बदला इसके बारे में बताते हुए तेंदुलकर ने कहा, 'अचनाक कई कवर ड्राइव और मिडविकेट और मिड-ऑन पर ऑन-ड्राइव से चौका मिला। गेंदबाज क्रिस केर्न्स हैरान थे कि दोनों अभी बीट हो रहे थे, ऐसा क्या हुआ कि मुझे मार पड़ने लगी। कुछ तो गड़बड़ है।'
क्षण का सबसे मजेदार किस्सा
इस क्षण का सबसे मजेदार किस्सा बताते हुए तेंदुलकर ने कहा, 'एक बार क्रिस ने क्रॉस सिम गेंद फेंकी और राहुल की तरफ देखने या आगे क्या हुआ यह जानने के बजाय उन्होंने मेरी तरफ देखा और पूछा कि इसके लिए आपने क्या सोचा है? क्रिस को यह बात पता नहीं थी कि राहुल को मैंने बताया था कि अगर मुझे कुछ पता नहीं चलेगा तो मैं बल्ले को बीच में पकड़ूंगा। तेंदुलकर ने किस्सा खत्म होने पर कहा कि संक्षेप में, इसका मतलब विरोधी से एक कदम आगे रहना है।'
जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला
तेंदुलकर आज 47 साल के हो गए हैं। लेकिन, क्रिकेट लीजेंड ने इस बार कोरोना वायरस महामारी के कारण अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है।
तेंदुलकर का करियर
तेंदुलकर ने 200 टेस्ट में 53.79 की औसत से 15,921 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 51 शतक लगाए। वहीं, वनडे में उन्होंने 463 मैच खेले हैं और 44.83 की औसत से 18426 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 49 शतक लगाए हैं।