Ind vs Eng: पांचवें टेस्ट में खेलने के बाद भी निराश हैं रवींद्र जडेजा, एेसे बयां किया 'दर्द'
जडेजा ने पांचवें और अंतिम टेस्ट के पहले दिन 57 रन देकर एक विकेट चटकाया और यह उनका सीरीज में पहला मैच रहा।
लंदन, पीटीआइ। पांचवें टेस्ट के पहले दिन भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया खासतौर पर गेंदबाज़ों ने। इंग्लैंड ने शानदार शुरूआत करते हुए भारतीय टीम के ऊपर दबाव बनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन अंतिम सत्र में भारत के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जबरदस्त वापसी की। मैच के बाद रविंद्र जडेजा ने कहा कि टीम इस प्रदर्शन से खुश है और भारतीय गेंदबाज़ों ने अपना काम अच्छे से किया। हालांकि इस टेस्ट मैच में खेलने के बावजूद भी जडेजा के मन में एक बात की टीस है।
दिन का खेल खत्म होने के बाद जडेजा ने कहा कि हमने अपना काम अच्छे से किया। जब आपको विकेट से मदद नहीं मिल रही होता, तो जो गेंद आप डालना चाहते हैं, उसमें कामयाब नहीं हो पाते। यह बल्लेबाजी के लिए अच्छी विकेट थी और इसमें गेंदबाजों के लिए ज्यादा कुछ नहीं था। यह विकेट और धीमा होता जाएगा और अभी भी यह सूखा ही नजर आ रहा है। हालांकि हमने शानदार वापसी की, दूसरे सत्र में भले ही हमें विकेट नहीं मिला, लेकिन हमने रन भी नहीं दिए। गेंदबाजी यूनिट के तौर पर हमने अपना काम किया।'
ऐेसे निकली जडेजा की टीस
भारतीय खिलाड़ी रविंद्र जडेजा सभी तीनों प्रारूपों में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खुद को अच्छी फार्म में रखने के लिये केवल टेस्ट खेलना ही काफी नहीं है। जडेजा ने पांचवें और अंतिम टेस्ट के पहले दिन 57 रन देकर एक विकेट चटकाया और यह उनका सीरीज में पहला मैच रहा।
दिन का खेल खत्म होने के बाद जडेजा ने कहा, ‘मेरे लिये सबसे बड़ी चीज यही है कि मैं भारत के लिए खेल रहा हूं और अगर किसी दिन मैं अच्छा करता हूं, तो मैं जल्द ही खेल के सभी तीनों प्रारूपों में खेल सकूंगा। लेकिन मेरा लक्ष्य, सिर्फ यही है कि मुझे मौका मिले और मैं इसका फायदा उठाकर अच्छा प्रदर्शन करूं।’
उन्होंने कहा, ‘जब आप सिर्फ एक ही प्रारूप में खेल रहे होते हो तो यह काफी मुश्किल होता है क्योंकि मैचों के बीच में काफी अंतर होता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिये आपका अनुभव और लय कम हो जाती है। इसलिये आपको खुद को प्रेरित करते रहना होता है। जब भी आपको मौका मिलता है जैसे मुझे इस मैच में मिला है, तो अपनी काबिलियत के हिसाब से मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।’
वह भारत के लिए ऑलराउंडर का स्थान सुनिश्चित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘जब भी मुझे भारत के लिए खेलने का मौका मिलता है तो मुझे बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों पहलूओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। मैं टीम का अहम सदस्य बनना और ऑलराउंडर के स्थान को भरना चाहता हूं क्योंकि मैंने बीते समय में भी ऐसा किया है। यह मेरे लिए नया नहीं है। यह सिर्फ समय की बात है।’
जडेजा ने कहा, ‘जब आप खराब दौर से गुजर रहे होते हो तो आपको ज्यादा से ज्यादा खेलने की जरूरत होती है और अपनी फार्म हासिल करने की कोशिश करनी पड़ती है। इसलिए यह संभव है कि मैं जितना ज्यादा से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलूंगा, उतना ही बेहतर प्रदर्शन करूंगा और सभी तीनों प्रारूपों में वापसी करने में सक्षम रहूंगा।’
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