तो क्या टीम इंडिया की हो सकती है दो अलग-अलग प्लेइंग इलेवन! कोच रवि शास्त्री ने दिए संकेत
रवि शास्त्री ने कहा कि आने वाले समय में टीम इंडिया का शेड्यूल काफी टाइट है और हमें कई सारी द्विपक्षीय सीरीज व बड़े टूर्नामेट्स खेलने हैं। ऐसे में इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि भारतीय टीम दो अलग-अलग टीमों के तौर पर खेल सकती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोविड-19 महामारी की वजह से क्रिकेट में काफी कुछ बदला है और सबसे बड़ी बात ये कि, अब किसी भी टीम में खिलाड़ियों की संख्या पहले के मुकाबले दोगुना हो गया है। अब विदेशी टूर के लिए खिलाड़ियों का बड़ा दल जाता है जिससे कि किसी भी तरह के जोखिम से बचा जा सके। इससे एक फायदा ये भी हुआ है कि, नए टैलेंट को खूब मौके मिल रहे हैं और खिलाड़ी इसका फायदा भी उठा रहे हैं। टीम इंडिया की बात करें तो पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर और फिर इंग्लैंड के खिलाफ कई भारतीय खिलाड़ियों को मौके मिले और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन भी किया।
टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने कई युवा खिलाड़ियों को शानदार प्रदर्शन करता देखकर एक जबरदस्त आइडिया सुझाया और कहा कि, हम दो अलग-अलग प्लेइंग इलेवन के साथ खेल सकते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बात करते हुए शास्त्री ने कहा कि, पिछले छह महीनों में कई खिलाड़ियों ने भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया और बेहतरीन खेल दिखाया। टी नटराजन, शुभमन गिल, अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ियों जहां टेस्ट क्रिकेट में प्रभावित किया तो वहीं ईशान किशन, सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ी सिमित प्रारूप के लिए तैयार हैं।
रवि शास्त्री ने कहा कि, आने वाले समय में टीम इंडिया का शेड्यूल काफी टाइट है और हमें कई सारी द्विपक्षीय सीरीज व बड़े टूर्नामेट्स खेलने हैं। ऐसे में हमारे सामने आ रही चुनौतियों को देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि, भारतीय टीम दो अलग-अलग टीमों के तौर पर खेल सकती है। उन्होंने कहा कि, ये ऐसी बातें हैं जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता है, लेेकिन हालात ने ऐसी चीजें बना दी हैं। मुझे खुशी है कि, जिन युवा खिलाड़ियों को मौके मिल रहे हैं उन्होंने इसके अच्छी तरह से भुनाया है और शानदार प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा कि, पिछले छह महीनों में भारत की तरफ से खेलने वाले खिलाड़ियों की संख्या हैरान करने वाली है। आपने उन खिलाड़ियों की संख्या के बारे में कल्पना भी नहीं की होगी जिन्होंने पिछले छह महीनों में भारत के लिए खेले हैं। ऑस्ट्रेलिया में बायो-बबल में रहने के बाद ये सकारात्मक चीजें सामने आई हैं। टीम इंडिया अब बड़े दल के साथ यात्रा कर रहा है। पहले ये दल 17-18 का होता था, लेकिन अब ये 25-30 लोगों का हो गया है। खिलाड़ियों का दल बड़ा होने की वजह से हमें बेहद सावधानी के साथ प्लेइंग इलेवन का चयन करना होता है। हमने 30 खिलाड़ियों के साथ खेला और इससे हमें पता चला कि, कौन अच्छा है, कौन नहीं और इसने काफी अच्छा काम किया।